सुंदर सिंह गुर्जर
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पूरा नाम | सुंदर सिंह गुर्जर |
जन्म | 1 जनवरी, 1996 |
जन्म भूमि | करौली, राजस्थान |
कर्म भूमि | भारत |
खेल-क्षेत्र | भाला फेंक, चक्का (डिस्कस) फेंक, शॉट पुट |
पुरस्कार-उपाधि | अर्जुन पुरस्कार, 2019 |
प्रसिद्धि | भारतीय पैरालम्पिक एथलीट |
नागरिकता | भारतीय |
संबंधित लेख | देवेन्द्र झाझरिया |
अद्यतन | 13:32, 30 अगस्त 2021 (IST)
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सुंदर सिंह गुर्जर (अंग्रेज़ी: Sundar Singh Gurjar, जन्म- 1 जनवरी, 1996, करौली, राजस्थान) भारत के पैरालम्पिक एथलीट हैं। वह भाला फेंक (जैवलिन थ्रो) के एथलीट हैं। उन्होंने टोक्यो पैरालम्पिक, 2020 में भारत के लिये काँस्य पदक जीता है। टोक्यो पैरालम्पिक, 2020 में भारत की ओर से तीन भाला फेंक खिलाड़ियों (देवेन्द्र झाझरिया, सुंदर सिंह गुर्जर और अजीत सिंह) ने प्रतिभाग किया था, जिनमें देवेन्द्र झाझरिया तथा सुंदर सिंह गुर्जर पदक जीतने में सफल रहे।
- टोक्यो पैरालम्पिक, 2020 के जैवलिन थ्रो में भारत रियो वाली कामयाबी तो नहीं दोहरा सका, पर मेडल जीतने में कामयाब जरूर रहा। जैवलिन थ्रो में भारत के तीन एथलीटों ने शिरकत की, जिनमें रियो के गोल्ड मेडलिस्ट देवेंद्र झाझड़िया के अलावा अजीत सिंह और सुंदर सिंह गुर्जर शामिल थे। इनमें दो जैवलिन थ्रोअर भारत के लिए मेडल जीतने में कामयाब रहे।
- देवेन्द्र झाझरिया ने 64.35 मीटर की दूरी तक भाला फेंकते हुए देश के लिए सिल्वर मेडल जीता तो सुंदर सिंह गुर्जर ने 64.01 मीटर तक भाला फेंककर कांसा जीता। रियो की तरह गोल्ड तो जैवलिन में भारत की झोली में टोक्यो में नहीं गिर सका, पर डबल धमाल जरूर देखने को मिला।
- पुरुषों के जैवलिन थ्रो का गोल्ड मेडल श्रीलंका के दिनेश प्रियान हेराथ के नाम रहा, जिन्होंने 67.79 मीटर की दूरी नापते हुए नया वर्ल्ड रिकॉर्ड और पैरालम्पिक रिकॉर्ड बनाया। उन्होंने इस मामले में देवेन्द्र झाझरिया का रियो पैरालम्पिक में कायम किया वर्ल्ड रिकॉर्ड तोड़ा। हेराथ का जीता गोल्ड टोक्यो पैरालम्पिक में श्रीलंका की झोली में गिरा पहला मेडल भी है।
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