टी.सी. योहानन
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पूरा नाम | थडायुविला चंदापिल्लई योहानन |
जन्म | 19 मई, 1947 |
जन्म भूमि | केरल |
कर्म भूमि | भारत |
खेल-क्षेत्र | लंबी कूद |
पुरस्कार-उपाधि | अर्जुन पुरस्कार (1974), ‘टेल्को वीर’ पुरस्कार |
प्रसिद्धि | लम्बी कूद के खिलाड़ी |
नागरिकता | भारतीय |
अन्य जानकारी | वर्ष 1972 में टी.सी. योहानन ने ट्रिपल जंप में भी राष्ट्रीय चैंपियनशिप मैं विजय हासिल कर ली। 1973 में उन्होंने नए राष्ट्रीय रिकॉर्ड के साथ 7.78 मीटर लंबी छलांग लगाई। |
थडायुविला चंदापिल्लई योहानन (अंग्रेज़ी: Thadathuvila Chandapillai Yohannan, जन्म- 19 मई, 1947, केरल) भारतीय एथलीट हैं। वर्षों तक टी.सी. योहानन को भारत के ऐसे एथलीट के रूप में याद किया जाएगा, जिन्होंने भारत में लंबी कूद को नई दिशा प्रदान की। उनका बनाया रिकॉर्ड भारत की रिकॉर्ड बुक में सुनहरे अक्षरों में लिखा गया है।
परिचय
टी.सी. योहानन का जन्म केरल के किलोन ज़िले के कुंदरा नामक गांव में हुआ था। वे मेकेनिकल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा धारक हैं और बड़ी ऑटोमोबाइल कंपनी टेल्को में असिस्टेंट पब्लिक रिलेशन ऑफिसर के पद पर कार्य कर रहे हैं। टी.सी. योहानन ने 1974 में तेहरान एशियाई खेलों में 8.07 मीटर की लंबी कूद का नया कीर्तिमान स्थापित किया था, जो ऐसा कॉन्टिनेंटल रिकॉर्ड बना कि अगले 30 वर्षों तक नहीं टूट सका। वर्ष 2004 में अमृतपाल सिंह ने इससे बेहतर रिकॉर्ड बना दिया। 1974 में टी.सी. योहानन को 'अर्जुन पुरस्कार' के अतिरिक्त अनेक पुरस्कार भी प्रदान किए गए।
एथलीट की ओर रुझान
टी.सी. योहानन ने पहली बार 1964 में एझुकोन पंचायत में हुई अंतर स्कूल मीट में एथलीट की ओर रुझान महसूस किया। फिर पब्लिक सेक्टर की भिलाई स्टील प्लांट स्पोर्ट्स मीट में 1969 में अपने विभाग की ओर से खेलों में भाग लिया। इसी वर्ष उन्होंने राष्ट्रीय स्तर पर एथलीट खेल में भाग लिया। तब तक वह लंबी कूद में चौथे तथा ट्रिपल जंप में पांचवें स्थान पर रहे। 1970 तक वह प्रयास करते रहे और इस बार के राष्ट्रीय खेलों में लंबी कूद में दूसरे स्थान पर रहे।
राष्ट्रीय कीर्तिमान
1971 में पटियाला में टी.सी. योहानन ने 7.60 मीटर का राष्ट्रीय रिकॉर्ड बनाया। इसके पश्चात उनका अंतर्राष्ट्रीय खेलों में भाग लेने के लिए चयन हो गया। सिंगापुर में हुए अंतर्राष्ट्रीय खेलों में योहानन ने दो स्वर्ण पदक जीते। एक पदक लंबी कूद और दूसरा ट्रिपल जंप (तिहरी कूद) के लिए था।
वर्ष 1972 में टी.सी. योहानन ने ट्रिपल जंप में भी राष्ट्रीय चैंपियनशिप मैं विजय हासिल कर ली। 1973 में उन्होंने नए राष्ट्रीय रिकॉर्ड के साथ 7.78 मीटर लंबी छलांग लगाई। 1974 में तेहरान एशियाई खेलों में उन्होंने कमाल कर दिखाया और 8.07 मीटर लंबी कूद लगाकर एशिया तथा भारत में सुर्खियों में छा गए।
पुरस्कार व सम्मान
टी.सी. योहानन की 1974 में उपलब्धियों की प्रशंसा के रूप में उन्हें सरकार ने 'अर्जुन पुरस्कार' देकर सम्मानित किया। अगले वर्ष उन्हें जापान की ओर से खेलों में भाग लेने के लिए निमंत्रण मिला और वहां भी उन्होंने स्वर्ण पदक जीते। योहानन ने टोक्यो, हिरोशिमा, कोबे में स्वर्ण पदक जीतकर सफलता प्राप्त की। यही सफलता उन्होंने फिलीपींस और सिबू सिटी की चैंपियनशिप में भी प्राप्त की।
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उन्होंने अंतिम बार 1976 के मॉन्ट्रियल खेलों में भाग लिया, उसके बाद उन्होंने खेलों से सन्यास ले लिया। उन्हें केरल सरकार की ओर से पुरस्कृत किया जा चुका है। उनकी कंपनी के कर्मचारीयों ने उन्हें ‘टेल्को वीर’ पुरस्कार प्रदान किया। पुणे, मुंबई तथा चेन्नई के खेल पत्रकारों के संगठन की ओर से उन्हें सम्मानित किया गया है तथा लायंस क्लब, स्पोर्ट्स वीक, टाटा स्पोर्ट्स क्लब मुंबई द्वारा सम्मानित किया जा चुका है।
उपलब्धियाँ
- 1971 में योहानन ने पटियाला में हुए राष्ट्रीय खेलों में 7.60 मीटर का लंबी कूद का राष्ट्रीय रिकॉर्ड बनाया।
- 1972 में टी.सी. योहानन ट्रिपल जंप के राष्ट्रीय चैंपियन बने।
- 1973 में योगानन ने अपना प्रदर्शन सुधार कर 7.78 मीटर की लंबी छलांग लगाई तथा नया राष्ट्रीय कीर्तिमान स्थापित किया।
- 1974 के तेहरान एशियाई खेलों में योहानन ने 8.07 मीटर की छलांग लगाकर नया एशियाई रिकॉर्ड बनाया। भारतीय खिलाड़ियों के लिए यह एक यादगार बन गया, जिसे 30 वर्ष तक कोई भारतीय खिलाड़ी नहीं तोड़ सका। 2004 में यह रिकॉर्ड पंजाब के अमृतपाल सिंह ने 8.08 मीटर लंबी छलांग लगा कर तोड़ा।
- 1975 में टी.सी. योहानन ने टोक्यो, हिरोशिमा, कोबे, फिलीपींस तथा सिबू सिटी में चैंपियनशिप मुकाबलों में स्वर्ण पदक जीता।
- 1974 में योहानन को 'अर्जुन पुरस्कार' से सम्मानित किया गया।
- टी.सी. योहानन को केरल सरकार द्वारा सम्मानित किया गया।
- मुंबई तथा चेन्नई खेल पत्रकार संघ, लायंस क्लब तथा टाटा स्पोर्ट्स क्लब मुंबई द्वारा भी उन्हें सम्मानित किया गया है।
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