विराट नगर अभिलेख (अंग्रेज़ी: Viratnagar Inscriptions) जयपुर स्थित विराट नगर की बीजक पहाड़ी पर उत्कीर्ण है। यह शिलालेख पाली व ब्राह्मी लिपि में लिखा हुआ था।
- मौर्य सम्राट अशोक के दो अभिलेख विराट नगर की पहाड़ी पर मिले थे-
- भाब्रू अभिलेख
- बैराठ शिलालेख
- इस शिलालेख को कालांतर में 1840 ई. में बिर्टिश सेनाधिकारी कैप्टन बर्ट द्वारा कटवा कर कलकत्ता के संग्रहालय में रखवा दिया गया।
- इस अभिलेख में सम्राट अशोक द्वारा बौद्ध धर्म एवं संघ में आस्था प्रकट की गई है।[1]
- अभिलेख से अशोक के बुद्ध धर्म का अनुयायी होना सिद्ध होता है।
- विराट नगर अभिलेख को मौर्य सम्राट अशोक ने स्वयं उत्कीर्ण करवाया था।
- चीनी यात्री ह्वेन त्सांग ने भी इस स्थाल का वर्णन किया है।
- इसे बौद्ध भिक्षु एवं भिक्षुणियों के अलावा आम लोग भी पढ़ सकते थे। इस शिलालेख को भाब्रू शिलालेख के नाम से भी जाना जाता था।
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ राजस्थान के अभिलेख (हिंदी) govtexamsuccess.com। अभिगमन तिथि: 14 दिसम्बर, 2021।