ज़हीर ख़ान
| |||
व्यक्तिगत परिचय
| |||
पूरा नाम | ज़हीर बख्तियार ख़ान | ||
अन्य नाम | ज़ैक, ज़िप्पी और ज़ैकी | ||
जन्म | 7 अक्टूबर, 1978 | ||
जन्म भूमि | श्रीरामपुर, महाराष्ट्र | ||
ऊँचाई | 6 फीट 1 इंच | ||
अभिभावक | माता- जाकिया, पिता- बख्तियार ख़ान | ||
खेल परिचय
| |||
बल्लेबाज़ी शैली | दाएँ हाथ | ||
गेंदबाज़ी शैली | बायें हाथ | ||
टीम | भारत | ||
भूमिका | तेज़ गेंदबाज़ | ||
पहला टेस्ट | 10 नवम्बर, 2000 बनाम बांग्लादेश | ||
आख़िरी टेस्ट | 4 फ़रवरी-18 फ़रवरी, 2014 बनाम न्यूजीलैंड | ||
पहला वनडे | 3 अक्टूबर, 2000 बनाम कीनिया | ||
आख़िरी वनडे | 4 अगस्त, 2012 बनाम श्रीलंका | ||
कैरियर आँकड़े
| |||
प्रारूप | टेस्ट क्रिकेट | एकदिवसीय अन्तर्राष्ट्रीय | टी-20 अन्तर्राष्ट्रीय |
मुक़ाबले | 92 | 200 | |
बनाये गये रन | 1,230 | 792 | |
बल्लेबाज़ी औसत | 11.94 | 12.00 | |
100/50 | 0/3 | 0/0 | |
सर्वोच्च स्कोर | 75 | 34* | |
फेंकी गई गेंदें | 18,785 | 10,097 | |
विकेट | 311 | 282 | |
गेंदबाज़ी औसत | 32.95 | 29.44 | |
पारी में 5 विकेट | 11 | 01 | |
मुक़ाबले में 10 विकेट | 1 | 0 | |
सर्वोच्च गेंदबाज़ी | 7/87 | 5/42 | |
कैच/स्टम्पिंग | 19/- | 43/- | |
अन्य जानकारी | वर्ष 2006 में ज़हीर ख़ान को टेस्ट और वनडे टीम में शामिल किया गया, जिसके बाद वह लगातार अपने बेहतर प्रदर्शन की बदौलत वर्ष 2007 में होने वाले आईसीसी क्रिकेट विश्व कप में अपनी जगह सुनिश्चित करने में सफल हुए थे। | ||
अद्यतन | 14:35, 4 दिसम्बर 2021 (IST)
|
ज़हीर बख्तियार ख़ान (अंग्रेज़ी: Zaheer Khan, जन्म- 7 अक्टूबर, 1978) पूर्व उत्कृष्ट भारतीय क्रिकेटर हैं। वह वर्ष 2000 से वर्ष 2014 तक भारतीय राष्ट्रीय क्रिकेट टीम में एक महत्वपूर्ण तेज गेंदबाज के रूप में शामिल रहे। वह भारतीय टीम की ओर से तेज गति से गेंदबाजी करने के लिए विख्यात रहे। ज़हीर ख़ान ने बड़ौदा के लिए खेलते हुए अपने क्रिकेट कॅरियर की शुरुआत की थी। वह कई चीजों, जैसे- गेंद को विकेट से बाहर निकालने, पुरानी गेंद से गति के साथ स्विंग कराने और रिवर्स स्विंग कराने की क्षमता के लिए जाने जाते हैं। ज़हीर ख़ान 'प्रो स्पोर्ट फिटनेस एंड सर्विस' नामक पुनर्नियुक्त और प्रशिक्षण केंद्र चलाते हैं।
व्यक्तिगत जीवन
ज़हीर ख़ान का जन्म 7 अक्टूबर, 1978 को महाराष्ट्र में श्रीरामपुर के एक मराठी मुस्लिम परिवार में जाकिया और बख्तियार ख़ान के यहाँ हुआ था। उनके दो भाई-बहन जीशान और अनीस हैं। उन्होंने न्यू मराठी प्राथमिक विद्यालय और श्रीरामपुर में के. जे. सोमैया सेकेंडरी स्कूल में अध्ययन किया।[1]
कॅरियर
आईसीसी नॉकआउट ट्राफी के दौरान ज़हीर ख़ान ने बांग्लादेश और केन्या के खिलाफ अपने पहले टेस्ट और एकदिवसीय मैचों की शुरुआत की थी। ज़हीर ख़ान ने भारत की प्रमुख टीमों एसीसी एशियाई इलेवन, बड़ौदा, सूरी और वोस्टरशायर का प्रतिनिधित्व किया है। वह बाएं हाथ के तेज गेंदबाज हैं, जो कई मौकों पर भारत की ओर से तेज गेंदबाजी की शुरुआत करते थे। वह गेंद को दोनों तरफ स्विंग करने की क्षमता के लिए मशहूर हैं। वह मध्यम क्रम के एक कुशल बल्लेबाज भी रहे। ज़हीर ख़ान के शानदार क्रिकेट कैरियर में, बैंगलोर के नेशनल क्रिकेट अकादमी का बहुत बड़ा योगदान है। वर्ष 2000 में बांग्लादेश के खिलाफ ढाका में अपने टेस्ट क्रिकेट की शुरुआत की थी। परीक्षण में चोट का पता लगने के बावजूद भी ज़हीर ख़ान ने 45 मैचों के टेस्ट कैरियर में 134 विकेट लिए, जिसमें उनकी सर्वश्रेष्ठ पारी 5/29 के साथ 578 रन भी शामिल हैं।
ज़हीर ख़ान ने वर्ष 2000 में नैरोबी में होने वाली आईसीसी नॉकआउट ट्राफी में केन्या के खिलाफ अपने एक दिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैच की शुरुआत की थी। तब से उन्होंने 120 एकदिवसीय मैचों में 177 विकेट लेने के साथ 506 रन बनाए हैं, जिसमें उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 5/42 शामिल है। वर्ष 2003 में होने वाले क्रिकेट विश्व कप में, उनके योगदान के कारण भारत फाइनल में पहुँचने में कामयाब हुआ था, जिसमें उन्होने सबसे अधिक चार विकेट लिए थे। वर्ष 2003 के विश्व कप में ज़हीर ख़ान ने 11 मैचों में 18 विकेट लिए थे, जिनमें उनका औसत 20 रन प्रति विकेट था।
शानदार प्रदर्शन के बावजूद ज़हीर ख़ान को वर्ष 2004 में चोट के कारण पाकिस्तान के दौरे से बाहर होना पड़ा था। चोट लगने के बाद अपने खराब प्रदर्शन से जूझने के कारण वह टीम में अपना स्थान बरकरार रखने में सफल नही हो पाए और अंततः उन्हें भारतीय घरेलू क्रिकेट और विदेशी क्रिकेट के माध्यम से अपने आप को साबित करने की सलाह दी गई। वर्ष 2006 के उत्तरार्ध में उन्हें फिर से टेस्ट और वनडे टीम में शामिल किया गया, जिसके बाद वह लगातार अपने बेहतर प्रदर्शन की बदौलत वर्ष 2007 में होने वाले आईसीसी क्रिकेट विश्व कप में अपनी जगह सुनिश्चित करने में सफल हुए।[1]
संन्यास
ज़हीर ख़ान ने 15 अक्टूबर, 2015 को प्रथम श्रेणी और अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट से सन्यास ले लिया। एक ट्वीट में उन्होंने आईपीएल 9 में खेलने की इच्छा व्यक्त की थी।
कीर्तिमान
ज़हीर ख़ान के नाम कई बेहतरीन रिकॉर्ड हैं-
- ढाका में वर्ष 2004 में बांग्लादेश के खिलाफ अपना सबसे ज्यादा टेस्ट स्कोर 75 रन बनाकर, 11 अंक का रिकॉर्ड हासिल किया।
- वह वर्ष 2003 के विश्व कप में सबसे अधिक विकेट लेने वाले खिलाड़ियों में चौथे स्थान पर रहे।
- उन्होंने सचिन तेंदुलकर के साथ दसवें विकेट की साझेदारी का भी भारतीय रिकॉर्ड बनाया, जिसमें 133 रन का योगदान शामिल है।
- वह प्रदेश स्तर पर होने वाले क्रिकेट में, समरसेट के खिलाफ 100 ओवरों के मैच में 10 विकेट लेने वाले पहले वोस्टरशायर खिलाड़ी बन गए थे।
उपलब्धियाँ और पुरस्कार
- टेस्ट क्रिकेट - वह 5 बार मैन ऑफ द मैच और 3 बार मैन ऑफ द सीरीज से नवाजे जा चुके हैं।
- एकदिवसीय क्रिकेट - वह 6 बार मैन ऑफ द मैच और 1 बार मैन ऑफ द सीरीज से पुरुष्कृत हो चुके है।
- वह अर्जुन पुरस्कार को भी अपने नाम कर चुके हैं।[1]
|
|
|
|
|
टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ 1.0 1.1 1.2 जहीर खान की जीवनी (हिंदी) hindi.mapsofindia.com। अभिगमन तिथि: 04 दिसम्बर, 2021।