"यादों का फंडा -आदित्य चौधरी": अवतरणों में अंतर
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<div style=text-align:center; direction: ltr; margin-left: 1em;><font color=#003333 size=5>यादों का फंडा<small> -आदित्य चौधरी</small></font></div><br /> | <div style=text-align:center; direction: ltr; margin-left: 1em;><font color=#003333 size=5>यादों का फंडा<small> -आदित्य चौधरी</small></font></div><br /> | ||
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पिंकी और पिंकू एक दूसरे के प्यार में पागल थे। सात जन्म तक, सात समन्दर तक और सातवें आसमान तक साथ निभाने के वादे थे। अब तो आप समझ ही गये होंगे कि उनके क्या इरादे थे। पिंकी, पिंकू को बहुत चाहती थी और पिंकू, पिंकी को बहुत चाहता था। दोनों एक दूसरे को चाहते रहते थे। इस चाहने से जो थोड़ा बहुत समय मिलता था उसमें वे एक-दूसरे को याद कर लेते थे, बाक़ी दुनियादारी के कामों के लिए उनके पास वक़्त नहीं था। फिर एक वक़्त ऐसा आया जिसमें 'जुल्मी' पिंकू ने 'डिच' करके 'स्विच' करने में कोई 'हिच' नहीं की। | पिंकी और पिंकू एक दूसरे के प्यार में पागल थे। सात जन्म तक, सात समन्दर तक और सातवें आसमान तक साथ निभाने के वादे थे। अब तो आप समझ ही गये होंगे कि उनके क्या इरादे थे। पिंकी, पिंकू को बहुत चाहती थी और पिंकू, पिंकी को बहुत चाहता था। दोनों एक दूसरे को चाहते रहते थे। इस चाहने से जो थोड़ा बहुत समय मिलता था उसमें वे एक-दूसरे को याद कर लेते थे, बाक़ी दुनियादारी के कामों के लिए उनके पास वक़्त नहीं था। फिर एक वक़्त ऐसा आया जिसमें 'जुल्मी' पिंकू ने 'डिच' करके 'स्विच' करने में कोई 'हिच' नहीं की। | ||
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इस धोखे से पिंकी पर जो असर हुए वो थे- हैरानी, रोना, चीख़ना, उदासी, अकेलापन और पिंकू को भुला देने की पूरी कोशिश। पिंकू को भुलाने के लिए पिंकी ने अपने मोबाइल फ़ोन से पिंकू के सारे फोटो, एम.एम.एस और सारे एस.एम.एस डिलीट कर दिये। सारी टैक्सटिंग चैट अपने कम्प्यूटर से उड़ा दी। हॉलमार्क और आर्चीस के जो कार्ड पिंकू ने दिये थे, पिंकी ने, पहले तो वो गुस्से में फाड़े और फिर सत्ताइस नम्बर छाप माचिस से जला दिये। | इस धोखे से पिंकी पर जो असर हुए वो थे- हैरानी, रोना, चीख़ना, उदासी, अकेलापन और पिंकू को भुला देने की पूरी कोशिश। पिंकू को भुलाने के लिए पिंकी ने अपने मोबाइल फ़ोन से पिंकू के सारे फोटो, एम.एम.एस और सारे एस.एम.एस डिलीट कर दिये। सारी टैक्सटिंग चैट अपने कम्प्यूटर से उड़ा दी। हॉलमार्क और आर्चीस के जो कार्ड पिंकू ने दिये थे, पिंकी ने, पहले तो वो गुस्से में फाड़े और फिर सत्ताइस नम्बर छाप माचिस से जला दिये। | ||
ई-मेल इनबॉक्स में जितने याहू और 123 ग्रिटींग कार्डस थे, वो पहले तो डीलीट किये, फिर अपना ई-मेल एकाउंट pinkylovespinku@gmail.com भी बंद कर दिया। अपने फ़ेसबुक एकाउंट wowpinky94 की क्लोज़ फ़्रॅन्ड लिस्ट से पिंकू को अनफ़्रॅन्ड कर दिया। अपने प्रोफ़ाइल से वो गाने और फ़िल्में भी 'लाइक' से हटा दिये जो पिंकू को पसंद होने की वजह से पिंकी ने 'लाइक' किये थे। पिंकू के दोस्तों और पिंकू की बहन को भी अपनी फ्रेंड लिस्ट में से हटा दिया। पिछले तीन वैलेंटाइन-डे पर जो फूल पिंकू ने दिये थे और उन्हें पिंकी ने अपनी हिंदी की किताब में सूखा के रखा हुआ था उन फूलों को पहले बहुत देर तक देखा फिर पैरों से कुचला और कूड़े में फेंक दिये। और जिस किताब में वो रखे थे वो किताब अपने सलवार कुर्ते सिलने वाली चढ्डा आंटी की बेटी को दे दी। पिंकू के दिए तीनों फ्रेंडशिप बेंड कैंची से छोटे-छोटे टुकड़ों में काट के बाथरूम में फ्लश कर दिये। | ई-मेल इनबॉक्स में जितने याहू और 123 ग्रिटींग कार्डस थे, वो पहले तो डीलीट किये, फिर अपना ई-मेल एकाउंट pinkylovespinku@gmail.com भी बंद कर दिया। अपने फ़ेसबुक एकाउंट wowpinky94 की क्लोज़ फ़्रॅन्ड लिस्ट से पिंकू को अनफ़्रॅन्ड कर दिया। अपने प्रोफ़ाइल से वो गाने और फ़िल्में भी 'लाइक' से हटा दिये जो पिंकू को पसंद होने की वजह से पिंकी ने 'लाइक' किये थे। पिंकू के दोस्तों और पिंकू की बहन को भी अपनी फ्रेंड लिस्ट में से हटा दिया। पिछले तीन वैलेंटाइन-डे पर जो फूल पिंकू ने दिये थे और उन्हें पिंकी ने अपनी हिंदी की किताब में सूखा के रखा हुआ था उन फूलों को पहले बहुत देर तक देखा फिर पैरों से कुचला और कूड़े में फेंक दिये। और जिस किताब में वो रखे थे वो किताब अपने सलवार कुर्ते सिलने वाली चढ्डा आंटी की बेटी को दे दी। पिंकू के दिए तीनों फ्रेंडशिप बेंड कैंची से छोटे-छोटे टुकड़ों में काट के बाथरूम में फ्लश कर दिये। |
13:26, 21 अगस्त 2012 का अवतरण
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