"क्यूँ करे -आदित्य चौधरी": अवतरणों में अंतर
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लायक़ नहीं हैं हम तेरे, तू प्यार क्यूँ करे | लायक़ नहीं हैं हम तेरे, तू प्यार क्यूँ करे | ||
कोई गुल भला, ख़िज़ाओं से दीदार क्यूँ करे | कोई गुल भला, ख़िज़ाओं से दीदार क्यूँ करे<ref>ख़िज़ा=उजाड़, पतझड़</ref> | ||
किस्मत ही दिल फ़रेब थी, तू बेवफ़ा नहीं | किस्मत ही दिल फ़रेब थी, तू बेवफ़ा नहीं | ||
बंदा ख़ुदा से क्या कहे इसरार क्यूँ करे | बंदा ख़ुदा से क्या कहे इसरार क्यूँ करे<ref>इसरार=ख़ुशामद</ref> | ||
जब चारागर ही मर्ज़ है तो किससे क्या कहें | जब चारागर ही मर्ज़ है तो किससे क्या कहें<ref>चारागर=डॉक्टर</ref> | ||
शब-ए-हिज़्र, अब रह-रह मुझे बीमार क्यूँ करे | शब-ए-हिज़्र, अब रह-रह मुझे बीमार क्यूँ करे<ref>शब-ए-हिज़्र=विरह की रात</ref> | ||
ख़ामोश आइने को अब इल्ज़ाम कितने दें | ख़ामोश आइने को अब इल्ज़ाम कितने दें | ||
तू ज़िन्दगी की सुबह यूँ बेज़ार क्यूँ करे | तू ज़िन्दगी की सुबह यूँ बेज़ार क्यूँ करे | ||
परछाइयाँ भी खो गईं ज़ुलमत के साए में | परछाइयाँ भी खो गईं ज़ुलमत के साए में<ref>ज़ुलमत=अंधेरा</ref> | ||
तू आ के, मेरा ज़िक्र ही बेकार क्यूँ करे | तू आ के, मेरा ज़िक्र ही बेकार क्यूँ करे | ||
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==टीका टिप्पणी और संदर्भ== | |||
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06:28, 19 फ़रवरी 2015 का अवतरण
क्यूँ करे -आदित्य चौधरी
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टीका टिप्पणी और संदर्भ