"दीपा करमाकर": अवतरणों में अंतर
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'''दीपा करमाकर''' ([[अंग्रेज़ी]]: ''Dipa Karmakar'') [[ओलंपिक खेल|ओलंपिक]] में क्वालीफाई करने वाली [[भारत]] की पहली महिला | '''दीपा करमाकर''' ([[अंग्रेज़ी]]: ''Dipa Karmakar'') [[ओलंपिक खेल|ओलंपिक]] में क्वालीफाई करने वाली [[भारत]] की पहली महिला जिमनास्ट हैं। दीपा को [[अर्जुन पुरस्कार]] से सम्मानित किया जा चुका है। भारत ने 52 साल पहले 1964 में जिमनास्टिक में हिस्सा लिया था। अब तक 11 पुरुष जिमनास्ट ओलिंपिक खेलों में हिस्सा ले चुके हैं। [[त्रिपुरा]] में जन्मी दीपा ने [[2014]] में हुए [[राष्ट्रमंडल खेल|राष्ट्रमंडल खेलों]] में कांस्य पदक जीता था। इसके अलावा उन्होंने साल [[2015]] में हिरोशिमा में आयोजित एशियन चैंपियनशिप में भी कांस्य पदक जीता। दीपा करमाकर विश्व चैंपियनशिप के फ़ाइनल दौर तक भी पहुंची और उन्होंने पाँचवाँ स्थान हासिल किया। | ||
==रियो ओलम्पिक 2016 की फ़ाइनलिस्ट== | ==रियो ओलम्पिक 2016 की फ़ाइनलिस्ट== | ||
* दीपा करमाकर ने रियो ओलम्पिक 2016 की जिम्नास्टिक स्पर्धा में वॉल्ट के | * दीपा करमाकर ने रियो ओलम्पिक 2016 की जिम्नास्टिक स्पर्धा में वॉल्ट के फ़ाइनल में प्रवेश कर एक नया इतिहास रचा है और इस बात से उनके परिवार और त्रिपुरा में जश्न का माहौल है। | ||
* इससे पहले 52 वर्षो के बाद ओलम्पिक खेलों की जिम्नास्टिक स्पर्धा में पहली भारतीय महिला एथलीट के तौर पर प्रवेश कर उन्होंने एक नया इतिहास रचा था। | * इससे पहले 52 वर्षो के बाद ओलम्पिक खेलों की जिम्नास्टिक स्पर्धा में पहली भारतीय महिला एथलीट के तौर पर प्रवेश कर उन्होंने एक नया इतिहास रचा था। | ||
* दीपा की मां गौरी देवी ने कहा, "हमारा इतना पुराना सपना पूरा हो गया है, क्योंकि हमारी बेटी रियो ओलम्पिक के | * दीपा की मां गौरी देवी ने कहा, "हमारा इतना पुराना सपना पूरा हो गया है, क्योंकि हमारी बेटी रियो ओलम्पिक के फ़ाइनल में पहुंच गई है।" इस दौरान उनकी आंखों में खुशी के आंसू थे। | ||
* दीपा के पिता दुलाल ने कहा, "रविवार की पूरी रात मेरा परिवार, रिश्तेदार और पड़ोसी टेलीविजन के सामने बैठे थे। हमें दीपा के | * दीपा के पिता दुलाल ने कहा, "[[रविवार]] की पूरी रात मेरा परिवार, रिश्तेदार और पड़ोसी टेलीविजन के सामने बैठे थे। हमें दीपा के फ़ाइनल में पहुंचने की खबर सोमवार सुबह पता चली।" दीपा के फ़ाइनल में पहुंचने की खबर [[सोमवार]] सुबह ही पूरे [[त्रिपुरा]] में पहुंच गई थी। | ||
* त्रिपुरा के मुख्यमंत्री मणिक सरकार खेल प्रेमी हैं और उन्होंने बताया, "यह गर्व और जश्न मनाने का वक्त है। मैं दीपा को किसी भी प्रकार का सुझाव नहीं दूंगा, क्योंकि वह बेहतर प्रदर्शन के लिए सक्षम हैं।" सरकार ने कहा, "न केवल [[भारत]] को, बल्कि पूरे विश्व ने उनके प्रदर्शन को देखा।" | * त्रिपुरा के मुख्यमंत्री मणिक सरकार खेल प्रेमी हैं और उन्होंने बताया, "यह गर्व और जश्न मनाने का वक्त है। मैं दीपा को किसी भी प्रकार का सुझाव नहीं दूंगा, क्योंकि वह बेहतर प्रदर्शन के लिए सक्षम हैं।" सरकार ने कहा, "न केवल [[भारत]] को, बल्कि पूरे विश्व ने उनके प्रदर्शन को देखा।" | ||
* दीपा और उनके कोच बिश्वेस्वर नंदी को बधाई देते हुए त्रिपुरा के खेल मंत्री शाहिद चौधरी ने कहा कि जिमनास्टिक में दीपा की सफलता ने राज्य और देश के लोगों को गौरवान्वित किया है। | * दीपा और उनके कोच बिश्वेस्वर नंदी को बधाई देते हुए त्रिपुरा के खेल मंत्री शाहिद चौधरी ने कहा कि जिमनास्टिक में दीपा की सफलता ने राज्य और देश के लोगों को गौरवान्वित किया है। |
11:17, 9 अगस्त 2016 का अवतरण
दीपा करमाकर
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पूरा नाम | दीपा करमाकर |
जन्म | 9 अगस्त, 1993 |
जन्म भूमि | अगरतला, त्रिपुरा |
अभिभावक | दुलाल करमाकर और गौरी देवी |
पुरस्कार-उपाधि | अर्जुन पुरस्कार (2015), कांस्य पदक, (राष्ट्रमंडल खेल 2014), कांस्य पदक (एशियन चैंपियनशिप 2015) |
प्रसिद्धि | ओलंपिक में क्वालीफाई करने वाली भारत की पहली महिला जिम्नास्ट। |
नागरिकता | भारतीय |
ऊँचाई | 4 फ़ुट 11 इंच (150 सेमी) |
अद्यतन | 16:07, 9 अगस्त 2016 (IST)
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दीपा करमाकर (अंग्रेज़ी: Dipa Karmakar) ओलंपिक में क्वालीफाई करने वाली भारत की पहली महिला जिमनास्ट हैं। दीपा को अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित किया जा चुका है। भारत ने 52 साल पहले 1964 में जिमनास्टिक में हिस्सा लिया था। अब तक 11 पुरुष जिमनास्ट ओलिंपिक खेलों में हिस्सा ले चुके हैं। त्रिपुरा में जन्मी दीपा ने 2014 में हुए राष्ट्रमंडल खेलों में कांस्य पदक जीता था। इसके अलावा उन्होंने साल 2015 में हिरोशिमा में आयोजित एशियन चैंपियनशिप में भी कांस्य पदक जीता। दीपा करमाकर विश्व चैंपियनशिप के फ़ाइनल दौर तक भी पहुंची और उन्होंने पाँचवाँ स्थान हासिल किया।
रियो ओलम्पिक 2016 की फ़ाइनलिस्ट
- दीपा करमाकर ने रियो ओलम्पिक 2016 की जिम्नास्टिक स्पर्धा में वॉल्ट के फ़ाइनल में प्रवेश कर एक नया इतिहास रचा है और इस बात से उनके परिवार और त्रिपुरा में जश्न का माहौल है।
- इससे पहले 52 वर्षो के बाद ओलम्पिक खेलों की जिम्नास्टिक स्पर्धा में पहली भारतीय महिला एथलीट के तौर पर प्रवेश कर उन्होंने एक नया इतिहास रचा था।
- दीपा की मां गौरी देवी ने कहा, "हमारा इतना पुराना सपना पूरा हो गया है, क्योंकि हमारी बेटी रियो ओलम्पिक के फ़ाइनल में पहुंच गई है।" इस दौरान उनकी आंखों में खुशी के आंसू थे।
- दीपा के पिता दुलाल ने कहा, "रविवार की पूरी रात मेरा परिवार, रिश्तेदार और पड़ोसी टेलीविजन के सामने बैठे थे। हमें दीपा के फ़ाइनल में पहुंचने की खबर सोमवार सुबह पता चली।" दीपा के फ़ाइनल में पहुंचने की खबर सोमवार सुबह ही पूरे त्रिपुरा में पहुंच गई थी।
- त्रिपुरा के मुख्यमंत्री मणिक सरकार खेल प्रेमी हैं और उन्होंने बताया, "यह गर्व और जश्न मनाने का वक्त है। मैं दीपा को किसी भी प्रकार का सुझाव नहीं दूंगा, क्योंकि वह बेहतर प्रदर्शन के लिए सक्षम हैं।" सरकार ने कहा, "न केवल भारत को, बल्कि पूरे विश्व ने उनके प्रदर्शन को देखा।"
- दीपा और उनके कोच बिश्वेस्वर नंदी को बधाई देते हुए त्रिपुरा के खेल मंत्री शाहिद चौधरी ने कहा कि जिमनास्टिक में दीपा की सफलता ने राज्य और देश के लोगों को गौरवान्वित किया है।
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टीका-टिप्पणी और संदर्भ
बाहरी कड़ियाँ
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