"उल्लू की पंचायत -आदित्य चौधरी": अवतरणों में अंतर
आदित्य चौधरी (वार्ता | योगदान) No edit summary |
आदित्य चौधरी (वार्ता | योगदान) No edit summary |
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पंक्ति 30: | पंक्ति 30: | ||
ऐसी आवाज़ सुन उल्लू की | ऐसी आवाज़ सुन उल्लू की | ||
उतर गए हंस हंसनी | उतर गए हंस हंसनी | ||
ख़ातिर की उल्लू ने | ख़ातिर की उल्लू ने | ||
दोनों सो गए वहीं | |||
सूरज निकला सुबह | सूरज निकला सुबह | ||
पंक्ति 48: | पंक्ति 49: | ||
किसी नेता की छत पर ही बैठ जाए | किसी नेता की छत पर ही बैठ जाए | ||
तो फ़ैसला ये हुआ कि हंसनी पत्नी उल्लू की है | तो फ़ैसला ये हुआ | ||
कि हंसनी पत्नी उल्लू की है | |||
और हंस तो बस उल्लू ही है | और हंस तो बस उल्लू ही है | ||
नेता चले गए | नेता चले गए | ||
पंक्ति 54: | पंक्ति 56: | ||
मगर उल्लू ने उसे रोका | मगर उल्लू ने उसे रोका | ||
"हंस ! अपनी हंसनी को तो ले जा | "हंस ! अपनी हंसनी को तो ले जा | ||
मगर इतना तो बता कि उजाड़ कौन करवाता है ? | मगर इतना तो बता | ||
कि उजाड़ कौन करवाता है ? | |||
उल्लू या नेता ?" | उल्लू या नेता ?" | ||
15:52, 14 अप्रैल 2012 का अवतरण
![]() उल्लू की पंचायत -आदित्य चौधरी
न नई है न पुरानी है
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