"लेकिन एक टेक और लेते हैं -आदित्य चौधरी": अवतरणों में अंतर
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<div style=text-align:center; direction: ltr; margin-left: 1em;><font color=#003333 size=5>लेकिन एक रिटेक और लेते हैं<small> -आदित्य चौधरी</small></font></div><br /> | <div style=text-align:center; direction: ltr; margin-left: 1em;><font color=#003333 size=5>लेकिन एक रिटेक और लेते हैं<small> -आदित्य चौधरी</small></font></div><br /> | ||
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साइलेन्स, लाइट्स, रोल साउन्ड, रोल कॅमरा ऍन्ड ऍक्शन... कट इट... शॉट ओके... लेकिन एक रिटेक और लेते हैं। | साइलेन्स, लाइट्स, रोल साउन्ड, रोल कॅमरा ऍन्ड ऍक्शन... कट इट... शॉट ओके... लेकिन एक रिटेक और लेते हैं। | ||
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सिनेमा का सफ़र एक वैज्ञानिक आविष्कार से शुरू हुआ और मनोरंजन का साधन बनने के बाद आज संस्कृति का अभिन्न हिस्सा बन गया है। जो लोग ये सोचते थे कि सिनेमा सिर्फ़ मनोरंजन के लिए ही है वे ग़लत साबित हुए। जिस तरह साहित्य, कला, विज्ञान और संगीत की एक श्रेणी मनोरंजन ‘भी’ है। उसी तरह सिनेमा सिर्फ़ मनोरंजन 'ही' नहीं है। | सिनेमा का सफ़र एक वैज्ञानिक आविष्कार से शुरू हुआ और मनोरंजन का साधन बनने के बाद आज संस्कृति का अभिन्न हिस्सा बन गया है। जो लोग ये सोचते थे कि सिनेमा सिर्फ़ मनोरंजन के लिए ही है वे ग़लत साबित हुए। जिस तरह साहित्य, कला, विज्ञान और संगीत की एक श्रेणी मनोरंजन ‘भी’ है। उसी तरह सिनेमा सिर्फ़ मनोरंजन 'ही' नहीं है। | ||
ख़ैर... सिनेमा ने वक़्त-वक़्त पर अनेक रूप रखे हैं सिनेमा को नाम भी तमाम दिए गए जैसे कला फ़िल्म, समांतर सिनेमा, सार्थक सिनेमा, मसाला फ़िल्म आदि–आदि लेकिन एक नाम बिल्कुल सही है, वो है ‘सार्थक सिनेमा’। जो फ़िल्म जिस उद्देश्य से बनी है यदि वह पूरा हो रहा है तो वह फ़िल्म सार्थक फ़िल्म है। वही सफल सिनेमा है। | ख़ैर... सिनेमा ने वक़्त-वक़्त पर अनेक रूप रखे हैं सिनेमा को नाम भी तमाम दिए गए जैसे कला फ़िल्म, समांतर सिनेमा, सार्थक सिनेमा, मसाला फ़िल्म आदि–आदि लेकिन एक नाम बिल्कुल सही है, वो है ‘सार्थक सिनेमा’। जो फ़िल्म जिस उद्देश्य से बनी है यदि वह पूरा हो रहा है तो वह फ़िल्म सार्थक फ़िल्म है। वही सफल सिनेमा है। | ||
शुरुआती दौर मूक फ़िल्मों का था। भारत में 1913 में [[दादा साहब फाल्के]] के भागीरथ प्रयासों से राजा हरिश्चंद्र<ref>[http://www.youtube.com/watch?v=Y6FuYf7r46Y राजा हरिश्चंद्र फ़िल्म (यू-ट्यूब वीडियो)]</ref>पहली फ़ीचर फ़िल्म रिलीज़ हुई। चार्ली चॅपलिन, जिन्हें विश्व सिनेमा में सर्वोच्च स्थान प्राप्त है, ने एक से एक बेहतरीन फ़िल्म इस दौर में बनाईं जैसे- मॉर्डन टाइम्स, सिटी लाइट्स, गोल्ड रश, द किड आदि। इस दौर में रूसी निर्देशक सर्गेई आइसेंसटाइन<ref>[http://www.imdb.com/name/nm0001178/ सर्गेई आइसेंसटाइन परिचय]</ref> की फ़िल्म 'बॅटलशिप पोटेम्किन'<ref>[http://www.youtube.com/watch?v=Si0dIOTYWNo Battleship Potemkin (यू-ट्यूब वीडियो)]</ref> सन 1926 में आई। इस फ़िल्म के एक मशहूर दृश्य जिसमें एक औरत अपने बच्चे को बग्घी में सीढ़ियों पर ले जा रही है, बहुत मशहूर हुआ। जिसको ‘डि पामा’<ref>[http://www.imdb.com/name/nm0000361/ De Palma] (सक्षिंप्त परिचय)</ref> ने अपनी फ़िल्म ‘अनटचेबल’<ref>[http://www.imdb.com/title/tt0094226/ Untouchable (संक्षिप्त जानकारी)]</ref> (1987) में भी फ़िल्म के अंतिम दृश्य में इस्तेमाल करके आइंसटाइन को श्रद्धांजलि दी। | शुरुआती दौर मूक फ़िल्मों का था। भारत में 1913 में [[दादा साहब फाल्के]] के भागीरथ प्रयासों से राजा हरिश्चंद्र<ref>[http://www.youtube.com/watch?v=Y6FuYf7r46Y राजा हरिश्चंद्र फ़िल्म (यू-ट्यूब वीडियो)]</ref> पहली फ़ीचर फ़िल्म रिलीज़ हुई। चार्ली चॅपलिन, जिन्हें विश्व सिनेमा में सर्वोच्च स्थान प्राप्त है, ने एक से एक बेहतरीन फ़िल्म इस दौर में बनाईं जैसे- मॉर्डन टाइम्स, सिटी लाइट्स, गोल्ड रश, द किड आदि। इस दौर में रूसी निर्देशक सर्गेई आइसेंसटाइन<ref>[http://www.imdb.com/name/nm0001178/ सर्गेई आइसेंसटाइन परिचय]</ref> की फ़िल्म 'बॅटलशिप पोटेम्किन'<ref>[http://www.youtube.com/watch?v=Si0dIOTYWNo Battleship Potemkin (यू-ट्यूब वीडियो)]</ref> सन 1926 में आई। इस फ़िल्म के एक मशहूर दृश्य जिसमें एक औरत अपने बच्चे को बग्घी में सीढ़ियों पर ले जा रही है, बहुत मशहूर हुआ। जिसको ‘डि पामा’<ref>[http://www.imdb.com/name/nm0000361/ De Palma] (सक्षिंप्त परिचय)</ref> ने अपनी फ़िल्म ‘अनटचेबल’<ref>[http://www.imdb.com/title/tt0094226/ Untouchable (संक्षिप्त जानकारी)]</ref> (1987) में भी फ़िल्म के अंतिम दृश्य में इस्तेमाल करके आइंसटाइन को श्रद्धांजलि दी। | ||
1931 में '[[आलम आरा]]' के रिलीज़ होने से 'सवाक' याने बोलती हुई फ़िल्मों का दौर शुरू हो गया था। टॉकीज़ के शुरुआती दौर में, [[अशोक कुमार]] और [[देविका रानी]] अभिनीत 'अछूत कन्या' (1936) ने अपनी अच्छी पहचान बनाई। यह द्वितीय विश्वयुद्ध का समय था इस समय [http://www.imdb.com/name/nm0000122/ 'चार्ली चॅपलिन']<ref> ([http://www.imdb.com/name/nm0000122/ Charlie Chaplin])</ref> की फ़िल्म [http://www.youtube.com/watch?v=mkCx3xQ6XKQ&feature=related 'द ग्रेट डिक्टेटर'] <ref>([http://www.youtube.com/watch?v=mkCx3xQ6XKQ&feature=related The Great Dictator])</ref> आई इस फ़िल्म में उन्होंने मानवता पर एक बेहतरीन [http://www.youtube.com/watch?v=Iw6KokWMj3g&feature=fvst भाषण] दिया है। चार्ली चॅपलिन को जगह-जगह इस भाषण के लिए बुलाया जाता था जिससे कि लोग मानवता का पाठ सीखें। 5-6 मिनट के इस भाषण को बोलने में चॅपलिन को कई बार बीच में ही पानी पीना पड़ा क्योंकि भाषण इतना भावुकता से भरा था कि गला अवरुद्ध हो जाता था। जनता पर इसका बहुत गहरा असर पड़ा। आज भी यह भाषण यादगार है। | 1931 में '[[आलम आरा]]' के रिलीज़ होने से 'सवाक' याने बोलती हुई फ़िल्मों का दौर शुरू हो गया था। टॉकीज़ के शुरुआती दौर में, [[अशोक कुमार]] और [[देविका रानी]] अभिनीत 'अछूत कन्या' (1936) ने अपनी अच्छी पहचान बनाई। यह द्वितीय विश्वयुद्ध का समय था इस समय [http://www.imdb.com/name/nm0000122/ 'चार्ली चॅपलिन']<ref> ([http://www.imdb.com/name/nm0000122/ Charlie Chaplin])</ref> की फ़िल्म [http://www.youtube.com/watch?v=mkCx3xQ6XKQ&feature=related 'द ग्रेट डिक्टेटर'] <ref>([http://www.youtube.com/watch?v=mkCx3xQ6XKQ&feature=related The Great Dictator])</ref> आई इस फ़िल्म में उन्होंने मानवता पर एक बेहतरीन [http://www.youtube.com/watch?v=Iw6KokWMj3g&feature=fvst भाषण] दिया है। चार्ली चॅपलिन को जगह-जगह इस भाषण के लिए बुलाया जाता था जिससे कि लोग मानवता का पाठ सीखें। 5-6 मिनट के इस भाषण को बोलने में चॅपलिन को कई बार बीच में ही पानी पीना पड़ा क्योंकि भाषण इतना भावुकता से भरा था कि गला अवरुद्ध हो जाता था। जनता पर इसका बहुत गहरा असर पड़ा। आज भी यह भाषण यादगार है। | ||
1939 में [http://www.imdb.com/title/tt0031381/ ‘गॉन विद द विंड’]<ref> ([http://www.imdb.com/title/tt0031381/ Gone With The Wind]) </ref> ने [http://www.imdb.com/name/nm0000022/ क्लार्क गॅबल]<ref> ([http://www.imdb.com/name/nm0000022/ Clark Gable])</ref> को बुलंदियों पर पहुँचा दिया। इस फ़िल्म ने लागत से सौ गुनी कमाई की। अब फ़िल्मों के लिए बजट कोई समस्या नहीं रह गई थी। बाद में [http://www.imdb.com/title/tt0052618/ ‘बेन-हर’]<ref> ([http://www.imdb.com/title/tt0052618/ 'Ben-Hur'])</ref> (1959) ने भी यह साबित कर दिखाया कि बहुत महंगी फ़िल्में यदि गुणवत्ता से बिना समझौता किए बनाई जाएं तो उनकी कमाई सिनेमा उद्योग को पूरी तरह स्थापित और मज़बूत करने में सहायक होती है। इटली और फ़्रांस ने बहुत उम्दा फ़िल्में विश्व को दी हैं। 1948 में इटली के [http://www.imdb.com/name/nm0001120/ वितोरियो दि सिका]<ref>([http://www.imdb.com/name/nm0001120/ Vittorio De Sica])</ref> की [http://www.imdb.com/title/tt0040522/ ‘बाइस्किल थीव्स’]<ref>([http://www.imdb.com/title/tt0040522/ Bicycle Theives])</ref> एक बेहतरीन फ़िल्म साबित हुई। सारी दुनियाँ में इसकी सराहना हुई और फ़िल्मों को केवल मनोरंजन का साधन न मानते हुए संस्कृति और समाज के दर्पण के रूप में मान्यता प्राप्त हुई। | 1939 में [http://www.imdb.com/title/tt0031381/ ‘गॉन विद द विंड’]<ref> ([http://www.imdb.com/title/tt0031381/ Gone With The Wind]) </ref> ने [http://www.imdb.com/name/nm0000022/ क्लार्क गॅबल]<ref> ([http://www.imdb.com/name/nm0000022/ Clark Gable])</ref> को बुलंदियों पर पहुँचा दिया। इस फ़िल्म ने लागत से सौ गुनी कमाई की। अब फ़िल्मों के लिए बजट कोई समस्या नहीं रह गई थी। बाद में [http://www.imdb.com/title/tt0052618/ ‘बेन-हर’]<ref> ([http://www.imdb.com/title/tt0052618/ 'Ben-Hur'])</ref> (1959) ने भी यह साबित कर दिखाया कि बहुत महंगी फ़िल्में यदि गुणवत्ता से बिना समझौता किए बनाई जाएं तो उनकी कमाई सिनेमा उद्योग को पूरी तरह स्थापित और मज़बूत करने में सहायक होती है। इटली और फ़्रांस ने बहुत उम्दा फ़िल्में विश्व को दी हैं। 1948 में इटली के [http://www.imdb.com/name/nm0001120/ वितोरियो दि सिका]<ref>([http://www.imdb.com/name/nm0001120/ Vittorio De Sica])</ref> की [http://www.imdb.com/title/tt0040522/ ‘बाइस्किल थीव्स’]<ref>([http://www.imdb.com/title/tt0040522/ Bicycle Theives])</ref> एक बेहतरीन फ़िल्म साबित हुई। सारी दुनियाँ में इसकी सराहना हुई और फ़िल्मों को केवल मनोरंजन का साधन न मानते हुए संस्कृति और समाज के दर्पण के रूप में मान्यता प्राप्त हुई। |
15:38, 2 जून 2012 का अवतरण
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बाहरी कड़ियाँ
- ↑ राजा हरिश्चंद्र फ़िल्म (यू-ट्यूब वीडियो)
- ↑ सर्गेई आइसेंसटाइन परिचय
- ↑ Battleship Potemkin (यू-ट्यूब वीडियो)
- ↑ De Palma (सक्षिंप्त परिचय)
- ↑ Untouchable (संक्षिप्त जानकारी)
- ↑ (Charlie Chaplin)
- ↑ (The Great Dictator)
- ↑ (Gone With The Wind)
- ↑ (Clark Gable)
- ↑ ('Ben-Hur')
- ↑ (Vittorio De Sica)
- ↑ (Bicycle Theives)
- ↑ (Casablanca)
- ↑ (Ingrid Bergman)
- ↑ (Ingmar Bergman)
- ↑ (Autumn Sonata)
- ↑ (The Seven Samurai)
- ↑ (Akira Kurosawa)
- ↑ (Ryunosuke Akutgawa)
- ↑ (Rashomon)
- ↑ Richard Attenborough
- ↑ (Sergio Leone)
- ↑ (Once Upon a Time in the West)
- ↑ (Clint Eastwood)
- ↑ (Ennio Morricone)
- ↑ (Nino Rota)
- ↑ (Federico Fellini)
- ↑ (Francis Ford Coppola)
- ↑ (Mario Puzo)
- ↑ (The Godfather)