"जय- जय भैरवि असुर भयाउनि -विद्यापति": अवतरणों में अंतर
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जय-जय भैरवि असुर | जय-जय भैरवि असुर भयाउनि। | ||
पशुपति भामिनी | पशुपति भामिनी माया। | ||
सहज सुमति कर दियउ | सहज सुमति कर दियउ गोसाउनि। | ||
अनुगति गति तुअ | अनुगति गति तुअ पाया। | ||
वासर रैनि सबासन | वासर रैनि सबासन शोभित। | ||
चरण चन्द्रमणि | चरण चन्द्रमणि चूड़ा। | ||
कतओक दैत्य मारि मुख | कतओक दैत्य मारि मुख मेलल। | ||
कतओ उगिलि कएल | कतओ उगिलि कएल कूड़ा। | ||
सामर बरन नयन | सामर बरन नयन अनुरंजित। | ||
जलद जोग | जलद जोग फुलकोका। | ||
कट-कट विकट ओठ पुट | कट-कट विकट ओठ पुट पांडरि। | ||
लिधुर फेन उठ | लिधुर फेन उठ फोंका। | ||
घन-घन-घनय घुंघरू कत | घन-घन-घनय घुंघरू कत बाजय। | ||
हन-हन कर तुअ | हन-हन कर तुअ काता। | ||
विद्यापति कवि तुअ पद | विद्यापति कवि तुअ पद सेवक। | ||
पुत्र बिसरू जनि | पुत्र बिसरू जनि माता। | ||
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07:54, 1 फ़रवरी 2013 के समय का अवतरण
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जय-जय भैरवि असुर भयाउनि। |
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
बाहरी कड़ियाँ
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