"गीता 2:68": अवतरणों में अंतर
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इसलिये हे <balloon title="पार्थ, भारत, धनज्जय, पृथापुत्र, परन्तप, गुडाकेश, महाबाहो सभी अर्जुन के सम्बोधन है ।" style="color:green">महाबाहो</balloon> ! जिस पुरुष की [[ | इसलिये हे <balloon title="पार्थ, भारत, धनज्जय, पृथापुत्र, परन्तप, गुडाकेश, महाबाहो सभी अर्जुन के सम्बोधन है ।" style="color:green">महाबाहो</balloon> ! जिस पुरुष की [[इन्द्रियाँ]] के विषयों से सब प्रकार निग्रह की हुई हैं, उसी की बुद्धि स्थिर है ।।68।। | ||
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06:51, 17 जुलाई 2010 का अवतरण
गीता अध्याय-2 श्लोक-68 / Gita Chapter-2 Verse-68
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