सब ओर से परिपूर्ण जलाशय के प्राप्त हो जाने पर छोटे जलाशय में मनुष्य का जितना प्रयोजन रहता है, ब्रह्मा[2] को तत्त्व से जानने वाले ब्राह्राण का समस्त वेदों[3] में उतना ही प्रयोजन रह जाता है ।।46।।
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A brahma, who has obtained enlightenment , has the same use for all the Vedas as one who stands at the brink of a sheet of water overflowing on all sides has for a small reservoir of water.(46)
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