"अनिल कुंबले": अवतरणों में अंतर
No edit summary |
No edit summary |
||
पंक्ति 28: | पंक्ति 28: | ||
|अद्यतन= | |अद्यतन= | ||
}} | }} | ||
'''अनिल कुंबले''' (अंग्रेज़ी: ''Anil Kumble''; जन्म- [[17 अक्टूबर]], [[1970]], [[बंगलौर]], [[कर्नाटक]]) [[भारत]] के सर्वश्रेष्ठ [[क्रिकेट]] खिलाड़ियों में से एक हैं। अनिल कुंबले [[भारत]] के पहले स्पिनर तथा दूसरे भारतीय खिलाड़ी हैं जिन्होंने | '''अनिल कुंबले''' (अंग्रेज़ी: ''Anil Kumble''; जन्म- [[17 अक्टूबर]], [[1970]], [[बंगलौर]], [[कर्नाटक]]) [[भारत]] के सर्वश्रेष्ठ [[क्रिकेट]] खिलाड़ियों में से एक हैं। अनिल कुंबले [[भारत]] के पहले स्पिनर तथा दूसरे भारतीय खिलाड़ी हैं जिन्होंने सीमित ओवर वाले अन्तर्राष्ट्रीय क्रिकेट में 200 विकेट का आंकड़ा पार किया था। अनिल कुंबले शुरू के क्रिकेट मैचों में बल्लेबाज के रूप में खेले थे। अत: उनकी छवि बल्लेबाज की ही बनने लगी थी। | ||
===परिचय=== | ===परिचय=== | ||
अनिल कुंबले का जन्म [[17 अक्टूबर]], [[1970]] को [[बंगलौर]], [[कर्नाटक]] मे हुआ था। इनके पिता का नाम कृष्णा स्वामी और माता सरोजा | अनिल कुंबले का जन्म [[17 अक्टूबर]], [[1970]] को [[बंगलौर]], [[कर्नाटक]] मे हुआ था। इनके [[पिता]] का नाम 'कृष्णा स्वामी' और [[माता]] 'सरोजा' है। लम्बाई के कारण अनिल 'जंबो' नाम से भी प्रसिद्ध हैं। इन्होंने नेशनल कॉलेज बसावनागुडी से शिक्षा ग्रहण करने के पश्चात् [[1992]] में राष्ट्रीय विद्यालय कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग से मैकेनिकल इंजीनियरिंग की डिग्री प्राप्त की है। | ||
===खेल जीवन=== | ===खेल जीवन=== | ||
अनिल ने [[7 फरवरी]], [[1999]] को [[दिल्ली]] के फिरोजशाह कोटला मैदान पर [[पाकिस्तान]] के विरुद्ध टेस्ट मैच खेलते हुए 26.3 ओवर में मात्र 74 रन देकर 10 विकेट ले लिए। दस विकेट लेकर अनिल कुंबले विश्व के ऐसे दूसरे खिलाड़ी बन गए। इससे पूर्व इंग्लैंड के ऑफ स्पिनर जिम लेकर ने एक पारी में दस विकेट लेने का रिकार्ड बनाया था। अनिल कुंबले [[भारत]] के पहले स्पिनर तथा दूसरे भारतीय खिलाड़ी हैं जिन्होंने | अनिल ने [[7 फरवरी]], [[1999]] को [[दिल्ली]] के फिरोजशाह कोटला मैदान पर [[पाकिस्तान]] के विरुद्ध टेस्ट मैच खेलते हुए 26.3 ओवर में मात्र 74 रन देकर 10 विकेट ले लिए। दस विकेट लेकर अनिल कुंबले विश्व के ऐसे दूसरे खिलाड़ी बन गए। इससे पूर्व [[इंग्लैंड]] के ऑफ स्पिनर 'जिम लेकर' ने एक पारी में दस विकेट लेने का रिकार्ड बनाया था। अनिल कुंबले [[भारत]] के पहले स्पिनर तथा दूसरे भारतीय खिलाड़ी हैं जिन्होंने सीमित ओवर वाले अन्तर्राष्ट्रीय क्रिकेट में 200 विकेट का आंकड़ा पार किया था। | ||
अनिल कुंबले के 10 विकेट लेने पर [[भारत]] ने [[पाकिस्तान]] से न केवल 2 मैच की श्रृंखला जीती वरन अनिल कुंबले को ‘मैन ऑफ द मैच’ भी दिलाया। इसी उपलब्धि के कारण अनिल क्रिकेट के ‘हॉल ऑफ फेम’ में अपना नाम दर्ज करवा सके। 10 विकेट लेने का रिकॉर्ड बनाने वाले पहले खिलाड़ी जिम लेकर ने अपना रिकार्ड [[31 जुलाई]] [[1956]] को अर्थात उससे 43 वर्ष पूर्व बनाया था। | अनिल कुंबले के 10 विकेट लेने पर [[भारत]] ने [[पाकिस्तान]] से न केवल 2 मैच की श्रृंखला जीती वरन अनिल कुंबले को ‘मैन ऑफ द मैच’ भी दिलाया। इसी उपलब्धि के कारण अनिल क्रिकेट के ‘हॉल ऑफ फेम’ में अपना नाम दर्ज करवा सके। 10 विकेट लेने का रिकॉर्ड बनाने वाले पहले खिलाड़ी 'जिम लेकर' ने अपना रिकार्ड [[31 जुलाई]] [[1956]] को अर्थात उससे 43 वर्ष पूर्व बनाया था। | ||
===टेस्ट मैच === | ===टेस्ट मैच === | ||
अनिल कुंबले शुरू के क्रिकेट मैचों में बल्लेबाज के रूप में खेले थे। अत: उनकी छवि बल्लेबाज की ही बनने लगी थी। उन्होंने अपने टेस्ट मैच से जीवन की शुरुआत की जिसमें अनिल कुंबले ने मानचेस्टर के ओल्ड ट्राफर्ड में ग्राहम गूच की इंग्लिश टीम के विरुद्ध खेलते हुए अपने प्रथम मैच में तीन विकेट लिए। | अनिल कुंबले शुरू के क्रिकेट मैचों में बल्लेबाज के रूप में खेले थे। अत: उनकी छवि बल्लेबाज की ही बनने लगी थी। उन्होंने अपने टेस्ट मैच से जीवन की शुरुआत की जिसमें अनिल कुंबले ने मानचेस्टर के ओल्ड ट्राफर्ड में ग्राहम गूच की इंग्लिश टीम के विरुद्ध खेलते हुए अपने प्रथम मैच में तीन विकेट लिए। | ||
इसके पश्चात् टेस्ट मैच में खेलने के लिए अनिल कुंबले को सवा वर्ष तक इंतजार करना पड़ा। फिर उन्होंने [[1992]]-[[1993|93]] में दक्षिण अफ्रीका के विरुद्ध टेस्ट मैच खेला। इस बार के [[दक्षिण अफ्रीका]] तथा जिम्बाब्बे के | इसके पश्चात् टेस्ट मैच में खेलने के लिए अनिल कुंबले को सवा [[वर्ष]] तक इंतजार करना पड़ा। फिर उन्होंने [[1992]]-[[1993|93]] में दक्षिण अफ्रीका के विरुद्ध टेस्ट मैच खेला। इस बार के [[दक्षिण अफ्रीका]] तथा जिम्बाब्बे के दौरे में अनिल कुंबले सफल खिलाड़ियों में से एक थे। उसके पश्चात् भारतीय क्रिकेट टीम में उनका महत्वपूर्ण स्थान रहा है। कुंबले अपने आदर्श '''चन्द्रशेखर''' की भाँति ही खेलों में सफल रहे हैं। उन्होंने अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी अच्छी पहचान बनाई। | ||
कुंबले पारंपरिक स्टाइल से | कुंबले पारंपरिक स्टाइल से हटकर स्पिनर हैं जो कभी 'गुगली' गेंद फेंकते हैं और कभी 'मीडियम पेस फास्ट' गेंद फेंकते हैं। वह गेंद को अधिक घुमाते नहीं हैं जो उनका अपना अलग अंदाज है। | ||
वेस्टइंडीज ने कुंबले की | वेस्टइंडीज ने कुंबले की क़ाबिलियत को [[कलकत्ता]] में हुए एक दिवसीय मैच में पहचाना। [[1994]] में [[लखनऊ]] टेस्ट में [[श्रीलंका]] को उनकी श्रेष्ठ गेंदबाजी का सामना करना पड़ा, जबकि आस्ट्रेलियाई टीम ने [[1997]]-[[1998]] में अनिल कुंबले की श्रेष्ठ गेंदबाजी का प्रदर्शन देखा। पाक़िस्तान अनिल की गेंदबाजी को हमेशा याद रखेगा जो उन्होंने [[1999]] में की थी और पाकिस्तान के एक ही पारी में 10 विकेट लिए थे। वैसे कुंबले ने 5 अथवा अधिक विकेट अनेक बार लिए थे, परन्तु 10 विकेट लेकर 1999 में इतिहास बना दिया। | ||
===रिकार्ड === | ===रिकार्ड === | ||
कुंबले ने 1998 में जिम्बाब्वे के विरुद्ध खेलते हुए अपने 200 विकेट पूरे किए। वह अन्तरराष्ट्रीय मैच में इतने विकेट लेने वाले प्रथम स्पिनर व द्वितीय भारतीय गेंदबाज थे। इसके पूर्व [[कपिल देव|कपिलदेव]] ने इतने विकेट लिए थे। वह 100 टेस्ट विकेट लेने वाले खिलाड़ी भी कम समय में ही बन गए थे। उन्होंने 21 टेस्ट मैच में 100 विकेट ले लिए थे। उनका यह रिकार्ड 1995 में बना था। वह पांच वर्ष में 100 विकेट लेने वाले पहले गेंदबाज थे। | कुंबले ने 1998 में जिम्बाब्वे के विरुद्ध खेलते हुए अपने 200 विकेट पूरे किए। वह अन्तरराष्ट्रीय मैच में इतने विकेट लेने वाले प्रथम स्पिनर व द्वितीय भारतीय गेंदबाज थे। इसके पूर्व [[कपिल देव|कपिलदेव]] ने इतने विकेट लिए थे। वह 100 टेस्ट विकेट लेने वाले खिलाड़ी भी कम समय में ही बन गए थे। उन्होंने 21 टेस्ट मैच में 100 विकेट ले लिए थे। उनका यह रिकार्ड 1995 में बना था। वह पांच [[वर्ष]] में 100 विकेट लेने वाले पहले गेंदबाज थे। | ||
उन्होंने अपना प्रथम एक दिवसीय अन्तरराष्ट्रीय मैच [[25 अप्रैल]], [[1990]] को आस्ट्रेलिया कप के लिए शारजाह में खेला था जो श्रीलंका के विरुद्ध खेला गया था। 1994 में उन्होंने न्यूजीलैंड के विरुद्ध 10 ओवर में 33 रन पर 5 विकेट लेने का रिकॉर्ड बनाया। | उन्होंने अपना प्रथम एक दिवसीय अन्तरराष्ट्रीय मैच [[25 अप्रैल]], [[1990]] को 'आस्ट्रेलिया कप' के लिए शारजाह में खेला था जो श्रीलंका के विरुद्ध खेला गया था। 1994 में उन्होंने न्यूजीलैंड के विरुद्ध 10 ओवर में 33 रन पर 5 विकेट लेने का रिकॉर्ड बनाया। | ||
विल्स वर्ल्ड कप में वह अत्यन्त सफल गेंदबाज रहे। अनिल कुंबले ने | 'विल्स वर्ल्ड कप' में वह अत्यन्त सफल गेंदबाज रहे। अनिल कुंबले ने 'रणजी ट्रॉफी' में [[कर्नाटक]] टीम की कप्तानी की। 'ईरानी कप' में उन्होंने 13 विकेट लिए। 1997 में [[भारत]] के दक्षिण अफ्रीका दौरे मे खराब प्रदर्शन के बाद उन्हें खेल से आराम दे दिया गया। फिर उन्हें [[लंका|श्रीलंका]] के विरुद्ध खेलने के लिए पुन: टीम में शामिल किया गया। अनिल ने [[1999]] के ‘विश्व कप’ में भी भारतीय टीम में भाग लिया था। | ||
===पुरस्कार=== | ===पुरस्कार=== | ||
मृदुभाषी अनिल कुंबले को [[1995]] में ‘[[अर्जुन पुरस्कार]]’ प्रदान किया गया। | मृदुभाषी अनिल कुंबले को [[1995]] में ‘[[अर्जुन पुरस्कार]]’ प्रदान किया गया। | ||
=== क्रिकेट से संन्यास === | === क्रिकेट से संन्यास === | ||
अनिल कुंबले ने मार्च, [[2007]] में अन्तरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लिया। क्रिकेट से विदाई के | अनिल कुंबले ने [[मार्च]], [[2007]] में अन्तरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लिया। क्रिकेट से विदाई के वक़्त उन्होंने कहा- “क्रिकेट महज खेल है। जब आप खेलते हैं और जीत या हार जाते हैं, तब यह खेल से कहीं बड़ा लगता है। लेकिन जब आप घर वापस जाते हैं, अपने [[परिवार]] और बच्चों को देखते हैं, तब लगता है कि नहीं, यह सिर्फ खेल ही है, उससे ज़्यादा नहीं।” | ||
===उपलब्धियां=== | ===उपलब्धियां=== | ||
# अनिल कुंबले उन गिने-चुने भारतीय खिलाड़ियों में से हैं जिन्होंने | # अनिल कुंबले उन गिने-चुने भारतीय खिलाड़ियों में से हैं जिन्होंने कम समय में 21 टेस्ट खेले और 100 विकेट लिये। | ||
# कुंबले प्रथम स्पिनर तथा द्वितीय भारतीय खिलाड़ी हैं जिन्होंने 1998 में 200 विकेट लेने का आंकड़ा पार किया। | # कुंबले प्रथम स्पिनर तथा द्वितीय भारतीय खिलाड़ी हैं जिन्होंने [[1998]] में 200 विकेट लेने का आंकड़ा पार किया। | ||
#1999 में [[पाकिस्तान]] के विरुद्ध दिल्ली में खेलते हुए अनिल कुंबले ने 26.3 ओवर में 74 रन देकर 10 विकेट लेने का करिश्मा कर दिखाया। वह ऐसा करने वाले विश्व के दूसरे खिलाड़ी थे। | #[[1999]] में [[पाकिस्तान]] के विरुद्ध [[दिल्ली]] में खेलते हुए अनिल कुंबले ने 26.3 ओवर में 74 रन देकर 10 विकेट लेने का करिश्मा कर दिखाया। वह ऐसा करने वाले विश्व के दूसरे खिलाड़ी थे। | ||
# अनिल | # अनिल [[1995]] में उन्हें [[अर्जुन पुरस्कार|‘अर्जुन पुरस्कार’]] दिया गया। | ||
# कुंबले ने मार्च 2007 तक कुल 113 टेस्ट मैच खेले, जिनमें कुल 547 विकेट | # कुंबले ने मार्च [[2007]] तक कुल 113 टेस्ट मैच खेले, जिनमें कुल 547 विकेट लिये। | ||
# एक दिवसीय मैचों से सन्यास लेने तक अनिल ने कुल 271 वन डे मैच खेले जिसमें उन्होने 337 विकेट | # एक दिवसीय मैचों से सन्यास लेने तक अनिल ने कुल 271 वन डे मैच खेले जिसमें उन्होने 337 विकेट लिये। <ref>{{cite web |url=https://www.kaiseaurkya.com/anil-kumble-biography-in-hindi-language/|title=अनिल कुंबले का जीवन परिचय |accessmonthday=29 दिसम्बर |accessyear=2016 |last= |first= |authorlink= |format= |publisher=कैसे और क्या |language=हिंदी}}</ref> | ||
{{लेख प्रगति|आधार=|प्रारम्भिक=प्रारम्भिक3|माध्यमिक= |पूर्णता= |शोध= }} | {{लेख प्रगति|आधार=|प्रारम्भिक=प्रारम्भिक3|माध्यमिक= |पूर्णता= |शोध= }} | ||
==टीका टिप्पणी और संदर्भ== | ==टीका टिप्पणी और संदर्भ== |
07:57, 7 अक्टूबर 2017 का अवतरण
अनिल कुंबले
| |
जन्म | 17 अक्टूबर, 1970 |
जन्म भूमि | बंगलौर, कर्नाटक |
अभिभावक | पिता- कृष्णा स्वामी; माता- सरोजा |
कर्म भूमि | भारत |
खेल-क्षेत्र | क्रिकेट |
शिक्षा | मैकेनिकल इंजीनियरिंग |
विद्यालय | राष्ट्रीय विद्यालय कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग |
पुरस्कार-उपाधि | ‘अर्जुन पुरस्कार’ (1995) |
प्रसिद्धि | भारतीय क्रिकेट खिलाड़ी |
नागरिकता | भारतीय |
संबंधित लेख | राहुल द्रविड, वीरेन्द्र सहवाग कपिल देव, क्रिकेट |
अन्य जानकारी | भारतीय क्रिकेट टीम में उनका महत्वपूर्ण स्थान रहा है। कुंबले अपने आदर्श चन्द्रशेखर की भाँति ही खेलों में सफल रहे हैं। उन्होंने अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी अच्छी पहचान बनाई। |
अनिल कुंबले (अंग्रेज़ी: Anil Kumble; जन्म- 17 अक्टूबर, 1970, बंगलौर, कर्नाटक) भारत के सर्वश्रेष्ठ क्रिकेट खिलाड़ियों में से एक हैं। अनिल कुंबले भारत के पहले स्पिनर तथा दूसरे भारतीय खिलाड़ी हैं जिन्होंने सीमित ओवर वाले अन्तर्राष्ट्रीय क्रिकेट में 200 विकेट का आंकड़ा पार किया था। अनिल कुंबले शुरू के क्रिकेट मैचों में बल्लेबाज के रूप में खेले थे। अत: उनकी छवि बल्लेबाज की ही बनने लगी थी।
परिचय
अनिल कुंबले का जन्म 17 अक्टूबर, 1970 को बंगलौर, कर्नाटक मे हुआ था। इनके पिता का नाम 'कृष्णा स्वामी' और माता 'सरोजा' है। लम्बाई के कारण अनिल 'जंबो' नाम से भी प्रसिद्ध हैं। इन्होंने नेशनल कॉलेज बसावनागुडी से शिक्षा ग्रहण करने के पश्चात् 1992 में राष्ट्रीय विद्यालय कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग से मैकेनिकल इंजीनियरिंग की डिग्री प्राप्त की है।
खेल जीवन
अनिल ने 7 फरवरी, 1999 को दिल्ली के फिरोजशाह कोटला मैदान पर पाकिस्तान के विरुद्ध टेस्ट मैच खेलते हुए 26.3 ओवर में मात्र 74 रन देकर 10 विकेट ले लिए। दस विकेट लेकर अनिल कुंबले विश्व के ऐसे दूसरे खिलाड़ी बन गए। इससे पूर्व इंग्लैंड के ऑफ स्पिनर 'जिम लेकर' ने एक पारी में दस विकेट लेने का रिकार्ड बनाया था। अनिल कुंबले भारत के पहले स्पिनर तथा दूसरे भारतीय खिलाड़ी हैं जिन्होंने सीमित ओवर वाले अन्तर्राष्ट्रीय क्रिकेट में 200 विकेट का आंकड़ा पार किया था।
अनिल कुंबले के 10 विकेट लेने पर भारत ने पाकिस्तान से न केवल 2 मैच की श्रृंखला जीती वरन अनिल कुंबले को ‘मैन ऑफ द मैच’ भी दिलाया। इसी उपलब्धि के कारण अनिल क्रिकेट के ‘हॉल ऑफ फेम’ में अपना नाम दर्ज करवा सके। 10 विकेट लेने का रिकॉर्ड बनाने वाले पहले खिलाड़ी 'जिम लेकर' ने अपना रिकार्ड 31 जुलाई 1956 को अर्थात उससे 43 वर्ष पूर्व बनाया था।
टेस्ट मैच
अनिल कुंबले शुरू के क्रिकेट मैचों में बल्लेबाज के रूप में खेले थे। अत: उनकी छवि बल्लेबाज की ही बनने लगी थी। उन्होंने अपने टेस्ट मैच से जीवन की शुरुआत की जिसमें अनिल कुंबले ने मानचेस्टर के ओल्ड ट्राफर्ड में ग्राहम गूच की इंग्लिश टीम के विरुद्ध खेलते हुए अपने प्रथम मैच में तीन विकेट लिए।
इसके पश्चात् टेस्ट मैच में खेलने के लिए अनिल कुंबले को सवा वर्ष तक इंतजार करना पड़ा। फिर उन्होंने 1992-93 में दक्षिण अफ्रीका के विरुद्ध टेस्ट मैच खेला। इस बार के दक्षिण अफ्रीका तथा जिम्बाब्बे के दौरे में अनिल कुंबले सफल खिलाड़ियों में से एक थे। उसके पश्चात् भारतीय क्रिकेट टीम में उनका महत्वपूर्ण स्थान रहा है। कुंबले अपने आदर्श चन्द्रशेखर की भाँति ही खेलों में सफल रहे हैं। उन्होंने अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी अच्छी पहचान बनाई।
कुंबले पारंपरिक स्टाइल से हटकर स्पिनर हैं जो कभी 'गुगली' गेंद फेंकते हैं और कभी 'मीडियम पेस फास्ट' गेंद फेंकते हैं। वह गेंद को अधिक घुमाते नहीं हैं जो उनका अपना अलग अंदाज है।
वेस्टइंडीज ने कुंबले की क़ाबिलियत को कलकत्ता में हुए एक दिवसीय मैच में पहचाना। 1994 में लखनऊ टेस्ट में श्रीलंका को उनकी श्रेष्ठ गेंदबाजी का सामना करना पड़ा, जबकि आस्ट्रेलियाई टीम ने 1997-1998 में अनिल कुंबले की श्रेष्ठ गेंदबाजी का प्रदर्शन देखा। पाक़िस्तान अनिल की गेंदबाजी को हमेशा याद रखेगा जो उन्होंने 1999 में की थी और पाकिस्तान के एक ही पारी में 10 विकेट लिए थे। वैसे कुंबले ने 5 अथवा अधिक विकेट अनेक बार लिए थे, परन्तु 10 विकेट लेकर 1999 में इतिहास बना दिया।
रिकार्ड
कुंबले ने 1998 में जिम्बाब्वे के विरुद्ध खेलते हुए अपने 200 विकेट पूरे किए। वह अन्तरराष्ट्रीय मैच में इतने विकेट लेने वाले प्रथम स्पिनर व द्वितीय भारतीय गेंदबाज थे। इसके पूर्व कपिलदेव ने इतने विकेट लिए थे। वह 100 टेस्ट विकेट लेने वाले खिलाड़ी भी कम समय में ही बन गए थे। उन्होंने 21 टेस्ट मैच में 100 विकेट ले लिए थे। उनका यह रिकार्ड 1995 में बना था। वह पांच वर्ष में 100 विकेट लेने वाले पहले गेंदबाज थे।
उन्होंने अपना प्रथम एक दिवसीय अन्तरराष्ट्रीय मैच 25 अप्रैल, 1990 को 'आस्ट्रेलिया कप' के लिए शारजाह में खेला था जो श्रीलंका के विरुद्ध खेला गया था। 1994 में उन्होंने न्यूजीलैंड के विरुद्ध 10 ओवर में 33 रन पर 5 विकेट लेने का रिकॉर्ड बनाया।
'विल्स वर्ल्ड कप' में वह अत्यन्त सफल गेंदबाज रहे। अनिल कुंबले ने 'रणजी ट्रॉफी' में कर्नाटक टीम की कप्तानी की। 'ईरानी कप' में उन्होंने 13 विकेट लिए। 1997 में भारत के दक्षिण अफ्रीका दौरे मे खराब प्रदर्शन के बाद उन्हें खेल से आराम दे दिया गया। फिर उन्हें श्रीलंका के विरुद्ध खेलने के लिए पुन: टीम में शामिल किया गया। अनिल ने 1999 के ‘विश्व कप’ में भी भारतीय टीम में भाग लिया था।
पुरस्कार
मृदुभाषी अनिल कुंबले को 1995 में ‘अर्जुन पुरस्कार’ प्रदान किया गया।
क्रिकेट से संन्यास
अनिल कुंबले ने मार्च, 2007 में अन्तरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लिया। क्रिकेट से विदाई के वक़्त उन्होंने कहा- “क्रिकेट महज खेल है। जब आप खेलते हैं और जीत या हार जाते हैं, तब यह खेल से कहीं बड़ा लगता है। लेकिन जब आप घर वापस जाते हैं, अपने परिवार और बच्चों को देखते हैं, तब लगता है कि नहीं, यह सिर्फ खेल ही है, उससे ज़्यादा नहीं।”
उपलब्धियां
- अनिल कुंबले उन गिने-चुने भारतीय खिलाड़ियों में से हैं जिन्होंने कम समय में 21 टेस्ट खेले और 100 विकेट लिये।
- कुंबले प्रथम स्पिनर तथा द्वितीय भारतीय खिलाड़ी हैं जिन्होंने 1998 में 200 विकेट लेने का आंकड़ा पार किया।
- 1999 में पाकिस्तान के विरुद्ध दिल्ली में खेलते हुए अनिल कुंबले ने 26.3 ओवर में 74 रन देकर 10 विकेट लेने का करिश्मा कर दिखाया। वह ऐसा करने वाले विश्व के दूसरे खिलाड़ी थे।
- अनिल 1995 में उन्हें ‘अर्जुन पुरस्कार’ दिया गया।
- कुंबले ने मार्च 2007 तक कुल 113 टेस्ट मैच खेले, जिनमें कुल 547 विकेट लिये।
- एक दिवसीय मैचों से सन्यास लेने तक अनिल ने कुल 271 वन डे मैच खेले जिसमें उन्होने 337 विकेट लिये। [1]
|
|
|
|
|
टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ अनिल कुंबले का जीवन परिचय (हिंदी) कैसे और क्या। अभिगमन तिथि: 29 दिसम्बर, 2016।
बाहरी कड़ियाँ
संबंधित लेख