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'''निषाद कुमार''' ([[अंग्रेज़ी]]: ''Nishad Kumar'') ऊँची कूद के भारतीय पैरा एथलीट हैं। उन्होंने [[ग्रीष्मकालीन पैरालम्पिक, 2020]] (टोक्यो पैरालम्पिक) में [[भारत]] के लिये रजत पदक जीता है। निषाद कुमार ने 2.06 मीटर के अपने पर्सनल रिकॉर्ड की बराबरी की है। उन्होंने इस उंचाई तक ऊँची कूद लगाकर रजत पदक अपने नाम किया। उन्होंने इस पदक पर कब्जा करने के साथ ही नया एशियन रिकॉर्ड भी कायम कर दिया है। निषाद कुमार [[हिमाचल प्रदेश]] के छोटे से गांव बदायूं के रहने वाले हैं। वर्ष [[2019]] में उन्होंने [[दुबई]] में हुई वर्ल्ड पैरा एथलेटिक्स ग्रांड फ्री में हाई 2.05 मीटर कूद लगाकर स्वर्ण जीतने के साथ ही [[टोक्यो]] का टिकट पक्का कर लिया था। इसके बाद ने [[फ़रवरी 2021]] में अपनी प्रतिभा में सुधार करते हुए [[दुबई]] में ही 2.06 मीटर हाई जंप लगाकर नया कीर्तिमान स्थापित किया था।
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==परिचय==
==परिचय==
निषाद कुमार के [[पिता]] रशपाल राज मिस्त्री का काम करते हैं, जबकि [[माता]] पुष्पा देवी गृहिणी है। एक बड़ी बहन रमा देवी है, जिन्होंने बी कॉम की शिक्षा प्राप्त की है। निषाद कुमार को बचपन से ही खेलों में रुचि थी। वह जब पांचवीं कक्षा में थे, तब से ही हाई जंप को लेकर प्रैक्टिस शुरू कर दी थी, जिसके परिणाम आज ओलंपिक में सिल्वर में मेडल प्राप्त किया है। अगर निषाद की शिक्षा की बात की जाए तो सरस्वती विद्या मंदिर कटोहड़ खुर्द में दसवीं तक की पढ़ाई पूरी की। वहीं सरकारी स्कूल में जमा दो की पढ़ाई की।<ref name="pp">{{cite web |url=https://hindi.news18.com/news/himachal-pradesh/una-nishad-kumar-who-won-silver-medal-in-tokyo-paralympics-is-from-himachal-hrrm-3717196.html |title=हिमाचल से हैं टोक्यो पैरालंपिक में सिल्वर मेडल जीतने वाले एथलीट निषाद|accessmonthday=31 अगस्त|accessyear=2021 |last= |first= |authorlink= |format= |publisher=hindi.news18.com |language=हिंदी}}</ref>
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==ग्रीष्मकालीन पैरालम्पिक, 2020==
==ग्रीष्मकालीन पैरालम्पिक, 2020==
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निषाद कुमार ने 8 वर्ष की उम्र में एक हाथ गंवाया। उनका हाथ  खेत पर घास काटने वाली मशीन से कट गया था। टोक्यो पैरालिंपिक से ठीक पहले महामारी [[कोरोना विषाणु]] का शिकार हुए, लेकिन हौसला नहीं हारे। उन्होंने टोक्यो पैरालिंपिक की पुरुषों की ऊंची कूद टी47 स्पर्धा में एशियाई रेकॉर्ड के साथ सिल्वर मेडल जीता। निषाद कुमार ने 2.06 मीटर की कूद लगाकर एशियाई रेकॉर्ड बनाया और दूसरे स्थान पर रहे।
निषाद कुमार ने 8 वर्ष की उम्र में एक हाथ गंवाया। उनका हाथ  खेत पर घास काटने वाली मशीन से कट गया था। टोक्यो पैरालिंपिक से ठीक पहले महामारी [[कोरोना विषाणु]] का शिकार हुए, लेकिन हौसला नहीं हारे। उन्होंने टोक्यो पैरालिंपिक की पुरुषों की ऊंची कूद टी47 स्पर्धा में एशियाई रेकॉर्ड के साथ सिल्वर मेडल जीता। निषाद कुमार ने 2.06 मीटर की कूद लगाकर एशियाई रेकॉर्ड बनाया और दूसरे स्थान पर रहे।



06:57, 1 सितम्बर 2021 के समय का अवतरण

निषाद कुमार
निषाद कुमार
निषाद कुमार
पूरा नाम निषाद कुमार
जन्म 3 अक्टूबर, 1999
जन्म भूमि ग्राम बदायूँ, ज़िला उना, हिमाचल प्रदेश
अभिभावक माता- पुष्पा देवी

पिता- रशपाल

कर्म भूमि भारत
खेल-क्षेत्र ऊँची कूद
शिक्षा स्नातक
पुरस्कार-उपाधि हिमाचल गौरव
प्रसिद्धि भारतीय पैरा एथलीट
नागरिकता भारतीय
कोच सत्य नारायण
लम्बाई 6.1 फिट
अन्य जानकारी वर्ष 2019 में निषाद कुमार ने दुबई में हुई वर्ल्ड पैरा एथलेटिक्स ग्रांड फ्री में हाई 2.05 मीटर कूद लगाकर स्वर्ण जीतने के साथ ही टोक्यो का टिकट पक्का कर लिया था।
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निषाद कुमार (अंग्रेज़ी: Nishad Kumar, जन्म- 3 अक्टूबर, 1999) ऊँची कूद के भारतीय पैरा एथलीट हैं। उन्होंने ग्रीष्मकालीन पैरालम्पिक, 2020 (टोक्यो पैरालम्पिक) में भारत के लिये रजत पदक जीता है। निषाद कुमार ने 2.06 मीटर के अपने पर्सनल रिकॉर्ड की बराबरी की है। उन्होंने इस उंचाई तक ऊँची कूद लगाकर रजत पदक अपने नाम किया। उन्होंने इस पदक पर कब्जा करने के साथ ही नया एशियन रिकॉर्ड भी कायम कर दिया है। निषाद कुमार हिमाचल प्रदेश के छोटे से गांव बदायूं के रहने वाले हैं। वर्ष 2019 में उन्होंने दुबई में हुई वर्ल्ड पैरा एथलेटिक्स ग्रांड फ्री में हाई 2.05 मीटर कूद लगाकर स्वर्ण जीतने के साथ ही टोक्यो का टिकट पक्का कर लिया था। इसके बाद ने फ़रवरी 2021 में अपनी प्रतिभा में सुधार करते हुए दुबई में ही 2.06 मीटर हाई जंप लगाकर नया कीर्तिमान स्थापित किया था।

परिचय

निषाद कुमार के पिता रशपाल राज मिस्त्री का काम करते हैं, जबकि माता पुष्पा देवी गृहिणी है। एक बड़ी बहन रमा देवी है, जिन्होंने बी कॉम की शिक्षा प्राप्त की है। निषाद कुमार को बचपन से ही खेलों में रुचि थी। वह जब पांचवीं कक्षा में थे, तब से ही हाई जंप को लेकर प्रैक्टिस शुरू कर दी थी, जिसके परिणाम आज ओलंपिक में सिल्वर में मेडल प्राप्त किया है। अगर निषाद की शिक्षा की बात की जाए तो सरस्वती विद्या मंदिर कटोहड़ खुर्द में दसवीं तक की पढ़ाई पूरी की। वहीं सरकारी स्कूल में जमा दो की पढ़ाई की।[1]

ग्रीष्मकालीन पैरालम्पिक, 2020

निषाद कुमार

निषाद कुमार ने 8 वर्ष की उम्र में एक हाथ गंवाया। उनका हाथ खेत पर घास काटने वाली मशीन से कट गया था। टोक्यो पैरालिंपिक से ठीक पहले महामारी कोरोना विषाणु का शिकार हुए, लेकिन हौसला नहीं हारे। उन्होंने टोक्यो पैरालिंपिक की पुरुषों की ऊंची कूद टी47 स्पर्धा में एशियाई रेकॉर्ड के साथ सिल्वर मेडल जीता। निषाद कुमार ने 2.06 मीटर की कूद लगाकर एशियाई रेकॉर्ड बनाया और दूसरे स्थान पर रहे।

अमेरिका के डलास वाइज को भी सिल्वर मेडल दिया गया क्योंकि उन्होंने और निषाद कुमार दोनों ने समान 2.06 मीटर की कूद लगायी। एक अन्य अमेरिकी रोडरिक टाउनसेंड ने 2.15 मीटर की कूद के विश्व रेकॉर्ड के साथ गोल्ड मेडल अपने नाम किया। इसी स्पर्धा में एक अन्य भारतीय राम पाल 1.94 मीटर की कूद से पांचवें स्थान पर रहे।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ट्वीट किया, ‘तोक्यो से एक और खुशी की खबर आयी है। बहुत खुश हूं कि निषाद कुमार ने पुरुषों की ऊंची कूद टी47 स्पर्धा में सिल्वर मेडल जीत लिया है। वह उत्कृष्ट कौशल वाले शानदार ऐथलीट हैं। उन्हें बधाई।’


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