"विनेश फोगाट": अवतरणों में अंतर
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09:23, 8 जून 2022 का अवतरण
विनेश फोगाट
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पूरा नाम | विनेश फोगाट |
जन्म | 25 अगस्त, 1994 |
जन्म भूमि | बलाली, भिवानी, हरियाणा |
अभिभावक | पिता- राजपाल सिंह फोगाट माता- प्रेमलता |
पति/पत्नी | सोमबीर राठी |
कर्म भूमि | भारत |
खेल-क्षेत्र | फ्री स्टाइल कुश्ती |
पुरस्कार-उपाधि | अर्जुन पुरस्कार (2016) |
प्रसिद्धि | भारतीय महिला पहलवान |
नागरिकता | भारतीय |
बहन | प्रियंका फोगाट; चचेरी बहनें- बबीता फोगाट, गीता फोगाट, रितु फोगाट |
क़द | 160 से.मी. (5 फीट 3 इंच) |
अन्य जानकारी | विनेश के चाचा महावीर सिंह फोगाट ने उनका कुश्ती में करियर बनाने के लिए अहम भूमिका निभाई। विनेश ने चाचा महावीर सिंह फोगाट के सानिध्य में रहकर पहलवानी का प्रशिक्षण लिया था। |
अद्यतन | 13:53, 9 अगस्त 2021 (IST)
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विनेश फोगाट (अंग्रेज़ी: Vinesh Phogat, जन्म- 25 अगस्त, 1994, भिवानी, हरियाणा) भारतीय महिला पहलवान हैं। वह पहली ऐसी भारतीय महिला पहलवान खिलाड़ी हैं जिनको साल 2018 के 'लॉरियस वर्ल्ड स्पोर्ट्स अवॉर्ड्स' के लिए नामांकित किया गया था। एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक जीतने वाली विनेश फोगाट पहली महिला भारतीय पहलवान हैं। वर्ल्ड रेसलिंग चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीतकर विनेस फोगाट ने टोक्यो में आयोजित 'ग्रीष्मकालीन ओलंपिक-2020' के लिए क्वालिफाइ किया था। भारत सरकार ने कुश्ती में उनके उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए उन्हें 2016 में अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित किया। वर्ष 2018 में उनका नाम पद्म श्री के लिये भी नामांकित किया गया था, लेकिन उन्हें यह पुरस्कार नहीं मिल सका।
परिचय
विनेश फोगाट का जन्म 25 अगस्त 1994 में हरियाणा राज्य में हुआ था। वह हरियाणा में भवानी जिले के छोटे से गांव बलाली की रहने वाली हैं। उनका जन्म पहलवान घराने में हुआ। इसलिए बचपन से ही उन्हें पहलवानी करने का शौक रहा। विनेश फोगाट ने अपने पिता को बचपन में ही खो दिया था। उसके बाद उनकी माता ने उन्हें बड़े लाड़ प्यार से पाला। पिता की मृत्यु का कारण उनके दुश्मन थे जिन्होंने गांव की जमीन के मसले के चलते उनका कत्ल कर दिया। बाद में विनेश के चाचा महावीर सिंह फोगाट ने उनका कुश्ती में करियर बनाने के लिए अहम भूमिका निभाई। विनेश ने चाचा महावीर सिंह फोगाट के सानिध्य में रहकर पहलवानी का प्रशिक्षण लिया था। जो कि अपने समय में एक मंझे हुए पहलवान रेह चुके थे। महावीर सिंह फोगाट को द्रोणाचार्य पुरस्कार से सम्मानित किया जा चुका है। उनकी बेटियों ने भी अपने पिता से कुश्ती के कई गुण सीखे। उनकी पुत्री गीता फोगाट और बबीता फोगाट भी कुश्ती की दुनिया में काफी प्रसिद्ध हुई हैं।[1]
शिक्षा
विनेश फोगाट ने अपनी शिक्षा के सी. एम. सीनियर सेकेंडरी स्कूल, झोजु कलां, हरियाणा से पूर्ण की और आगे की पढ़ाई के लिए एमडीयू, रोहतक, हरियाणा में दाखिला लिया और वहीं से शिक्षा पूरी की। कुश्ती के अलावा विनेश को किताबें पढ़ने का भी शौक है।
विवाह
विनेश फोगाट का विवाह 13 दिसंबर 2018 में सोमवीर राठी से हुआ। सोमवीर राठी भी एक प्रोफेशनल रेसलर हैं। दोनों का प्रेम विवाह हुआ। पिछले कुछ वर्षों से दोनों एक दूसरे के साथ प्रेम संबंध में थे और अपने कैरियर मे पूर्णतः सफल होने के बाद ही शादी करने का फैसला लिया। विनेश फोगाट और सोमवीर राठी ने अपनी शादी में 7 की जगह 8 फेरे लिए थे। आठवें फेरे में उन्होंने 'बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ और बेटी खिलाने' की शपथ ली थी।
रियो ओलंपिक
साल 2016 में विनेश फोगाट ने रियो ओलंपिक में कुश्ती का प्रदर्शन दिखाने के लिए पूरी जान लगा दी। उस दौरान बेहतरीन खेल प्रदर्शन और अपनी पहलवानी दिखा दे हुए उन्हें गहरी चोट लग गई। परंतु उसके बावजूद भी उसने पहलवानी नहीं छोड़ी और लगातार पहलवानी में मेहनत करती रहीं जिसके बाद एशियाई खेलों में दूसरा गोल्ड मेडल भारत के नाम कर उन्होंने अपना नाम इतिहास के पन्नों में दर्ज करा लिया।
ग्रीष्मकालीन ओलम्पिक, 2020
विनेश फोगाट ने टोक्यो, जापान में आयोजित ओलंपिक में बहुत अच्छा प्रदर्शन करते हुए 53 किलोग्राम भार वर्ग की कुश्ती में स्वीडन की महिला पहलवान सोफिया मैगडेलेना मैटसन को पहले ही राउंड में 7-1 से हरा दिया था और इसी के साथ क्वार्टर फाइनल मे अपनी जगह बना ली थी। लेकिन क्वार्टर फाइनल मुक़ाबले में उन्हें हार का सामना करना पड़ा। वहां पर बेलारूस की वनेसा ने उन्हें 3-9 से हरा दिया था।
राष्ट्रीय पुरस्कार
- कुश्ती में विनेश फोगाट के प्रदर्शन को देखते हुए भारत सरकार ने उन्हें वर्ष 2016 में अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित किया था।
- वर्ष 2020 में राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार जीतकर उन्होंने अपने चाचा व सम्पूर्ण हरियाणा का नाम रोशन किया।
उपलब्धियाँ
विनेश फोगाट ने काफी सारे खेलों में उपलब्धि हासिल कर भारत के नाम कई रत्न किए हैं[1]-
- साल 2013 कॉमनवेल्थ रेसलिंग चैंपियनशिप के दौरान विनेश फोगाट ने 51 किलो वर्ग में अपनी पहलवानी दिखाकर सिल्वर मेडल अपने नाम किया।
- उसके बाद साल 2014 में भी कॉमनवेल्थ गेम्स में उनका नाम दर्ज हुआ जिसमें 48 किलोग्राम वर्ग में अपना प्रदर्शन दिखाने के बाद उन्होंने गोल्ड मेडल अपने नाम किया।
- साल 2014 में दोबारा से एशियन चैंपियनशिप में अपना बेहतरीन प्रदर्शन 48 किलोग्राम वर्ग में उन्होंने दिखाया जिसमें उन्हें ब्रोंज मेडल प्राप्त हुआ।
- एशियन चैंपियनशिप 2016 के दौरान भी उन्होंने अपनी हिम्मत और साहस के चलते 53 किलो वर्ग में बेहतरीन प्रदर्शन के चलते ब्रांच मेडल हासिल किया।
- 2016 में ही दूसरी चैंपियनशिप में भी उन्होंने हिस्सा लिया उसमें भी 53 किलोग्राम वर्ग में सिल्वर मेडल अपने नाम किया।
- 2017 में एक बार फिर राष्ट्रीय कुश्ती चैंपियन में उन्होंने अपनी जी जान लगा दी जिसके बाद गोल्ड मेडल अपने नाम कर देश का नाम रोशन किया।
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ 1.0 1.1
विनेश फोगाट का जीवन परिचय (हिंदी) hindikhoji.net। अभिगमन तिथि: 09 अगस्त, 2021। सन्दर्भ त्रुटि:
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अमान्य टैग है; "pp" नाम कई बार विभिन्न सामग्रियों में परिभाषित हो चुका है