स्मृति मंधाना
स्मृति मंधाना
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व्यक्तिगत परिचय
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पूरा नाम | स्मृति श्रीनिवास मंधाना | ||
अन्य नाम | स्मृति मंधाना | ||
जन्म | 18 जुलाई, 1996 | ||
जन्म भूमि | मुंबई | ||
अभिभावक | माता- स्मिता, पिता- श्रीनिवास मंधाना | ||
खेल परिचय
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बल्लेबाज़ी शैली | बायें हाथ की बल्लेबाज़ | ||
टीम | भारतीय महिला क्रिकेट टीम | ||
पहला टेस्ट | 13 अगस्त, 2014 बनाम इंग्लैंड | ||
आख़िरी टेस्ट | 30 सितम्बर, 2021 बनाम ऑस्ट्रेलिया | ||
पहला वनडे | 10 अप्रॅल, 2013 बनाम बांग्लादेश | ||
आख़िरी वनडे | 26 सितम्बर, 2021 बनाम ऑस्ट्रेलिया | ||
कैरियर आँकड़े
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प्रारूप | टेस्ट क्रिकेट | एकदिवसीय अन्तर्राष्ट्रीय | टी-20 अन्तर्राष्ट्रीय |
मुक़ाबले | 03 | 62 | 81 |
बनाये गये रन | 167 | 2,377 | 1,901 |
बल्लेबाज़ी औसत | 33.40 | 41.70 | 26.04 |
100/50 | 0/2 | 4/19 | 0/13 |
सर्वोच्च स्कोर | 78 | 135 | 86 |
फेंकी गई गेंदें | - | - | - |
विकेट | - | - | - |
गेंदबाज़ी औसत | - | - | - |
पारी में 5 विकेट | - | - | - |
मुक़ाबले में 10 विकेट | - | - | - |
सर्वोच्च गेंदबाज़ी | - | - | - |
कैच/स्टम्पिंग | 0/0 | 18/0 | 19/0 |
अन्य जानकारी | स्मृति मंधाना ने अगस्त, 2014 में वर्म्सले पार्क में इंग्लैंड के ख़िलाफ़ अपना पहला टेस्ट मैच खेला था। | ||
अद्यतन | 12:09, 2 अक्टूबर 2021 (IST)
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स्मृति मंधाना (अंग्रेज़ी: Smriti Mandhana, जन्म- 18 जुलाई, 1996, मुंबई) भारतीय महिला क्रिकेटर हैं, जो भारतीय महिला क्रिकेट टीम के लिए खेलती हैं। स्मृति विश्व कप के इतिहास में पहले 10 ओवरों में छक्का लगाने वाली पहली बल्लेबाज़ हैं। वह बायें हाथ की बल्लेबाज़ और दायें हाथ की गेंदबाज़ हैं। उन्होंने अगस्त, 2014 में पहला टेस्ट क्रिकेट मैच खेला था। वह कई टी-20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेल चुकी हैं। हाल ही में (1 अक्टूबर, 2021) स्मृति मंधाना ऑस्ट्रेलिया की धरती पर टेस्ट सेंचुरी लगाकर पहली ऐसी भारतीय महिला क्रिकेट खिलाड़ी बन गई हैं, जिन्होंने यह कारनामा किया है। उन्होंने 171 गेंदों पर अपना पहला टेस्ट शतक पूरा किया। स्मृति मंधाना ने 216 गेंदों में 127 रन बनाए। इस पारी के दौरान उन्होंने 22 चौके और एक सिक्स लगाया।
परिचय
स्मृति मंधाना का जन्म 18 जुलाई, 1996 को महाराष्ट्र के मुंबई में हुआ था। उनका पूरा नाम स्मृति श्रीनिवास मंधाना है। उनकी माता स्मिता और श्रीनिवास मंधाना हैं। उनकी 2 की अवस्था में ही उनका परिवार महाराष्ट्र के सांगली चला गया, जहाँ उन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा पूरी की। उनके पिता और भाई श्रवण दोनों ही सांगली में ज़िला स्तर पर क्रिकेट खेलते थे। वह अपने भाई का महाराष्ट्र राज्य अंडर-16 टूर्नामेंट देखने के बाद क्रिकेट खेलने के लिए प्रेरित हुईं। 9 वर्ष की आयु में मंधाना को महाराष्ट्र की अंडर-15 तथा 11 वर्ष में महाराष्ट्र अंडर-19 टीम के लिए चुना गया। उनका परिवार उनकी क्रिकेट गतिविधियों में बारीकी से शामिल है।
राष्ट्रीय स्तर कॅरियर
स्मृति मंधाना की पहली सफलता उन्हें तब मिली जब वह अक्टूबर, 2013 में एकदिवसीय मैच में दोहरा शतक हासिल करने वाली पहली भारतीय महिला बनीं। उस समय मंधाना ने गुजरात के ख़िलाफ़ महाराष्ट्र के लिए खेलते हुए वडोदरा में अलम्बिक क्रिकेट ग्राउंड पर वेस्ट जोन अंडर-19 टूर्नामेंट में 150 गेंदों पर नाबाद 224 रन बनाए थे। 2016 की महिला चैलेंजर ट्रॉफी में मंधाना ने भारत रेड के लिए कई मैचों में तीन अर्धशतकों की मदद से, और टीम ब्लू के ख़िलाफ़ फाइनल में 82 गेंदों पर नाबाद 62 रन बनाकर टीम को ट्रॉफी जिताई। वह 192 रन के साथ टूर्नामेंट के शीर्ष स्कोर बनाने वाली महिला के रूप में उभरीं।
अंतर्राष्ट्रीय कॅरियर
स्मृति का इंटरनेशनल क्रिकेट कैरियर उनके डोमेस्टिक क्रिकेट कैरियर से भी अधिक रोचक है। उनके इंटरनेशनल टेस्ट क्रिकेट करियर की शुरुआत सन 2014 में इंग्लैंड के खिलाफ वर्मस्ले पार्क में हुई थी। इस मैच की दोनो इनिंग्स को मिला कर उन्होंने कुल 73 रन बनाए थे और इस तरह अपनी टीम की जीत सुनिश्चित की थी। इसके पहले उन्होंने 2013 में बांग्लादेश के विरुद्ध ओडीआई और टी 20 खेल कर अंतराष्ट्रीय क्रिकेट में कदम रखा था। साल 2016 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ उन्होंने अपने पहला इंटरनेशनल शतक जड़ा था। उन्हीं 109 गेंदों पर 102 रन बनाए थे। इसके बाद स्मृति एक मात्र भारतीय खिलाड़ी बनीं जिन्हें 2016 आईसीसी ने महिला टीम के नामों में जगह दी थी।
स्मृति की कई महत्वपूर्ण उपलब्धियों में एक उपलब्धि ये भी है कि वो 2017 वर्ल्ड कप में उस महिला टीम की सदस्या थीं जिसने इंग्लैंड को कड़ी टक्कर दी थी। इसके साथ साथ स्मृति ने अंतर्राष्ट्रीय टी 20 (2019) में चौबीस गेंदों पर न्यूजीलैंड के विरुद्ध सबसे तेज अर्धशतक लगा कर रिकॉर्ड बनाया था।
पुरस्कार
- स्मृति मंधाना को वर्ष 2019 में 'आईसीसी वुमन क्रिकेटर ऑफ द ईयर' का अवार्ड मिला।
- वर्ष 2019 में ही 'आईसीसी विमेन ओडीआई प्लेयर ऑफ द ईयर' के साइकिल से भी सम्मानित किया गया।
- वर्ष 2018 में बीसीसीआई ने उन्हें 'बेस्ट विमेन इंटरनेशनल क्रिकेटर का अवार्ड' दिया।
- भारत सरकार द्वारा उन्हें 2019 में अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
मुख्य तथ्य
- स्मृति मंधाना की आयु मात्र 9 वर्ष की थी, जब इन्हें अंडर 15 में शामिल किया गया। इनके पिता और भाई भी क्रिकेट जगत से जुड़े हुए हैं।
- 11 वर्ष आयु में स्मृति को अंडर 19 के लिए 2007 में चुन लिया गया।
- पिता और भाई ने सांगली के लिए जिला स्तर क्रिकेट खेला था। स्मृति ने महाराष्ट्र राज्य अंडर -16 टूर्नामेंट में अपने भाई को खेलते देख एक क्रिकेटर बनने का मन बना लिया। इनके भाई इन्हें अभी भी क्रिकेट के महत्व चीजों से अवगत कराते रहते हैं।
- सितंबर 2016 में स्मृति मंधाना ने ब्रिस्बेन हीट टूर्नामेंट के तत्कालीन संस्करण के लिए साइन करने के बाद महिला बिग बैश लीग में खेलने के लिए हस्ताक्षर करने वाली दूसरी भारतीय बन गयी और हरमनप्रीत कौर पहला नाम है इस रिकॉर्ड में स्मृति के साथ टिकने वाला।
- 25 सितम्बर, 2019 को भारतीय सरकार ने स्मृति मंधाना को अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित किया।
- स्मृति मंधाना को साल 2016 में ‘आईसीसी प्लेयर ऑफ द ईयर’ पुरुस्कार भी मिल चूका है। इस खिताब को पाने वाली ये पहली महिला खिलाड़ी हैं।
- उन्हें इंग्लैंड की ‘किया सुपर लीग’ की मौजूदा चैम्पियन वेस्टर्न स्टॉर्म टीम ने जून 2018 अपने साथ जोड़ा है। मंधाना एक ऐसी पहली भारतीय महिला खिलाडी हैंं, जिन्हे इंग्लैंड की महिला टी-20 लीग के किसी क्लब से जुड़ने का मौका मिला है।
- 2018 में चेन्नई सुपरकिंग्स और सनराइजर्स हैदराबाद के बीच आईपीएल क्वालीफ़ायर राउंड से पहले महिला टी20 लीग की तर्ज पर एक प्रदर्शनी मैच का आयोजन किया था, जिसमें स्मृति मंधाना ने कप्तानी की थी।
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