तानिया सचदेव
तानिया सचदेव (अंग्रेज़ी: Tania Sachdev, जन्म- 20 अगस्त, 1986, दिल्ली) भारत की महिला शतरंज खिलाड़ी हैं। भारतीय शतरंज की ग्लैमर गर्ल तानिया सचदेव 11 सितम्बर, 2007 को ईरान में एशियाई महिला शतरंज की क्वीन बन गईं। इसी वर्ष उन्होंने शतरंज की राष्ट्रीय चैंपियनशिप भी जीती थी। सीनियर वर्ग में एशियाई चैंपियनशिप उनका अब तक का सबसे बड़ा खिताब है। वह भारतीय महिला ग्रैंड मास्टर हैं।
परिचय
तानिया सचदेव का जन्म 20 अगस्त, 1986 को दिल्ली, भारत में हुआ था। वे ग्रैंड मास्टर बनने वाली भारत की आठवीं महिला खिलाड़ी हैं। उनसे पूर्व एस. विजयलक्ष्मी, कोनेरू हम्पी, एस. मीनाक्षी, आरती रामास्वामी, निशा मोहोता, स्वाति घाटे और द्रोनावल्ली हरिका ने ग्रैंड मास्टर खिताब हासिल किए हैं। तानिया सचदेव की मां का नाम अंजू सचदेव है। तानिया दिल्ली में साहित्य की छात्रा हैं। उत्तरी भारत से तानिया शतरंज की सबसे होनहार खिलाड़ी हैं। इससे पूर्व प्राय: सभी शतरंज महिला खिलाड़ी दक्षिणी भारत से हैं।[1]
- अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर विजय
तानिया ने 8 वर्ष की आयु में अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर विजय प्राप्त की थी। 1994 में उन्होंने नॉरविच में ब्रिटिश चैंपियनशिप में 5 खिताब जीत कर इतिहास रच डाला था। उन्होंने इंटरनेशनल मास्टर नार्म भी जीता था।
- राष्ट्रीय चैंपियनशिप
1997 में 12 वर्ष से कम आयु वर्ग में तानिया सचदेव ने राष्ट्रीय चैंपियनशिप जीती थी, फिर 1998 में भी इसी वर्ग में राष्ट्रीय चैंपियनशिप जीती। 1999 में 19 वर्ष से कम आयु वर्ग में तानिया ने दिल्ली की चैंपियनशिप जीती थी।
एशियाई चैंपियनशिप
2007 में तेहरान में हुई इस एशियाई चैंपियनशिप के फाइनल राउंड में तानिया ने चीन की खिलाड़ी जू वेनजुन के साथ 6.5 अंक से ड्रॉ खेल कर अपना खिताब पाने में सफलता प्राप्त की। इस चैंपियनशिप को जीतकर तानिया ने न केवल स्वर्ण पदक जीता, बल्कि विश्व महिला शतरंज चैंपियनशिप के लिए भी क्वालीफाई कर लिया। तानिया तथा टॉप सीड लुफेइ रुआन के बराबर अंक थे, लेकिन बेहतर टाई ब्रेक के चलते तानिया बाजी मारने में सफल रहीं। चीनी खिलाड़ी को दूसरे स्थान पर संतोष करना पड़ा। फाइनल राउंड में रुआन ने हालांकि मेजबान खिलाड़ी अतौसा पौरकाशियां पर जीत दर्ज कर तानिया के साथ अंक बराबर कर लिए थे, लेकिन टाई ब्रेक में वह तानिया से पिछड़ गईं। उनके फिडे रेटिंग में 2343 अंक हैं।[1]
- तानिया के कोच का नाम विशाल सरीन है। तानिया एशियाई स्तर पर मिली सफलता का श्रेय अपने कोच को देती हैं।
उपलब्धियां
- तानिया ने 1994 में 8 वर्ष की आयु में नॉरविच में ब्रिटिश चैंपियनशिप में 5 खिताब जीते थे और इंटरनेशनल जूनियर मास्टर बनी थीं।
- 1997 तथा [[1998 में तानिया ने 12 वर्ष से कम आयु वर्ग में जूनियर राष्ट्रीय चैंपियनशिप जीती।
- 1999 में 19 वर्ष से कम आयु वर्ग में उन्होने दिल्ली की चैंपियनशिप जीती।
- 2007 में तानिया सचदेव ने चैंपियनशिप जीतकर एशियाई महिला ग्रैंड मास्टर का खिताब जीता और गोल्ड मेडल प्राप्त किया।
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ 1.0 1.1 तानिया सचदेव का जीवन परिचय (हिंदी) कैसे और क्या। अभिगमन तिथि: 27 सितम्बर, 2016।
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