त्रिमुखी बावड़ी की प्रशस्ति

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त्रिमुखी बावड़ी की प्रशस्ति राजस्थान के इतिहास की कुछ जानकारी देती है। 1675 ई. की यह प्रशस्ति देवारी के पास त्रिमुखी बावड़ी में लगी हुई है। इस बावड़ी का निर्माण महाराणा राजसिंह की रानी रामरस दे ने जया नाम से करवाया था।

  • इस प्रशस्ति में बप्पा से लेकर राजसिंह तक के शासकों की उपलब्धियों का वर्णन मिलता है।
  • प्रशस्ति में राज्य के समय में सर्व ऋतु विलास नाम के बाग के बनाए जाने, मालपुरा की विजय और चारूमती के विवाह आदि का उल्लेख मिलता है।
  • रणछोड़ भट्ट और मुख्य शिल्पी नाथू गौड इस प्रशस्ति के प्रशस्तिकार थे।[1]
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टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. राजस्थान के अभिलेख (हिंदी) rajgk.in। अभिगमन तिथि: 19 दिसम्बर, 2021।

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