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08:02, 9 मई 2014 के समय का अवतरण
तवारीख़-ए-चगताई एक मुग़लकालीन कृति है। इस प्रसिद्ध कृति में मुग़ल बादशाह फ़र्रुख़सियर के काल तक का इतिहास है। सवाई जयसिंह और मराठाओं के सम्बन्ध तथा फ़र्रुख़सियर-अजीत सिंह सम्बन्धों पर यह कृति अच्छा विवरण प्रदान करती है।[1]
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ फारसी तवारिखे : राजस्थान इतिहास में योगदान (हिन्दी)। । अभिगमन तिथि: 09 मई, 2014।