"पहाड़ी बोली" के अवतरणों में अंतर
भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
व्यवस्थापन (चर्चा | योगदान) छो (Text replace - "खाली" to "ख़ाली") |
गोविन्द राम (चर्चा | योगदान) |
||
पंक्ति 1: | पंक्ति 1: | ||
− | |||
*पहाड़ी भाषा भारतीय-आर्य परिवार से जुड़ी भाषाओं का एक समूह है, जो मुख्यत: [[हिमालय]] के निचले क्षेत्रों में बोली जाती हैं। | *पहाड़ी भाषा भारतीय-आर्य परिवार से जुड़ी भाषाओं का एक समूह है, जो मुख्यत: [[हिमालय]] के निचले क्षेत्रों में बोली जाती हैं। | ||
*पहाड़ी का हिंदी में शब्दार्थ ‘पहाड़ का’ है। | *पहाड़ी का हिंदी में शब्दार्थ ‘पहाड़ का’ है। | ||
पंक्ति 11: | पंक्ति 10: | ||
*पहाड़ी बोलियों की कई भाषाशास्त्रीय विशेषताएं [[राजस्थानी बोलियाँ|राजस्थानी]] और [[कश्मीरी भाषा|कश्मीरी]] भाषाओं के समान हैं। | *पहाड़ी बोलियों की कई भाषाशास्त्रीय विशेषताएं [[राजस्थानी बोलियाँ|राजस्थानी]] और [[कश्मीरी भाषा|कश्मीरी]] भाषाओं के समान हैं। | ||
+ | {{लेख प्रगति | ||
+ | |आधार= | ||
+ | |प्रारम्भिक=प्रारम्भिक1 | ||
+ | |माध्यमिक= | ||
+ | |पूर्णता= | ||
+ | |शोध= | ||
+ | }} | ||
− | + | ==संबंधित लेख== | |
+ | {{भाषा और लिपि}} | ||
[[Category:भाषा_और_लिपि]] | [[Category:भाषा_और_लिपि]] | ||
[[Category:साहित्य_कोश]] | [[Category:साहित्य_कोश]] | ||
__INDEX__ | __INDEX__ |
09:05, 26 दिसम्बर 2010 का अवतरण
- पहाड़ी भाषा भारतीय-आर्य परिवार से जुड़ी भाषाओं का एक समूह है, जो मुख्यत: हिमालय के निचले क्षेत्रों में बोली जाती हैं।
- पहाड़ी का हिंदी में शब्दार्थ ‘पहाड़ का’ है।
- इस समूह को तीन वर्गों मे वर्गीकृत किया गया है-
- पूर्वी पहाड़ी में नेपाली मुख्य भाषा है, जो प्रारंभिक रूप से नेपाल में बोली जाती है।
- मध्य पहाड़ी भाषाएं उत्तरांचल राज्य में और
- पश्चिमी पहाड़ी भाषाएं हिमाचल प्रदेश में शिमला के आसपास बोली जाती हैं।
- इस समूह की सबसे प्रमुख भाषा नेपाली(नैपाली) है, जिसे खास-खुरा और गोरख़ाली (गुरख़ाली) भी कहते हैं। क्योंकि नेपाल के कई निवासी तिब्बती-बर्मी भाषाएं बोलते हैं, इसलिए नेपाली में तिब्ब्ती-बर्मी बोली के शब्द और मुहावरे शामिल हो गए हैं।
- नेपाली भाषा को 1769 में गोरखा विजेता नेपाल ले गए।
- मध्य पहाड़ी वर्ग में कई बोलियां हैं, जिनमें सबसे महत्त्वपूर्ण सिरमौनी, क्योंठाली, जौनसारी, चमेयाली, चुराही, मंडियाली, गादी और कुलूई शामिल हैं।
- पहाड़ी बोलियों की कई भाषाशास्त्रीय विशेषताएं राजस्थानी और कश्मीरी भाषाओं के समान हैं।
|
|
|
|
|