"खन्धक": अवतरणों में अंतर
भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
No edit summary |
No edit summary |
||
(2 सदस्यों द्वारा किए गए बीच के 2 अवतरण नहीं दर्शाए गए) | |||
पंक्ति 6: | पंक्ति 6: | ||
*इसमें वर्णित विषय कम महत्त्वपूर्ण हैं। | *इसमें वर्णित विषय कम महत्त्वपूर्ण हैं। | ||
{{लेख प्रगति|आधार=|प्रारम्भिक=प्रारम्भिक1|माध्यमिक=|पूर्णता=|शोध=}} | |||
{{लेख प्रगति | |||
|आधार= | |||
|प्रारम्भिक=प्रारम्भिक1 | |||
|माध्यमिक= | |||
|पूर्णता= | |||
|शोध= | |||
}} | |||
==संबंधित लेख== | ==संबंधित लेख== | ||
{{बौद्ध साहित्य}} | |||
{{बौद्ध धर्म}} | {{बौद्ध धर्म}} | ||
[[Category:बौद्ध_धर्म]][[Category:साहित्य_कोश]] | [[Category:बौद्ध_धर्म]][[Category:साहित्य_कोश]][[Category:बौद्ध साहित्य]][[Category:बौद्ध धर्म कोश]][[Category:धर्म कोश]] | ||
[[Category:बौद्ध साहित्य]] | |||
[[Category:बौद्ध धर्म कोश]] | |||
__INDEX__ | __INDEX__ |
07:04, 23 जनवरी 2020 के समय का अवतरण
- बौद्ध धर्म के विनयपिटक के खन्धक ग्रंथ में मठ या संघ में निवासियों के जीवन के सन्दर्भ में विधि-निषेधों की विस्तृत व्याख्या की गयी है।
- खन्धक के दो अन्य भाग- महावग्ग एवं चुल्लवग्ग हैं।
- महावग्ग में संघ के अत्यधिक महत्त्वपूर्ण विषयों का उल्लेख है।
- इसमें कुल 10 अध्याय हैं।
- चुल्लवग्ग में 12 अध्याय हैं।
- इसमें वर्णित विषय कम महत्त्वपूर्ण हैं।
|
|
|
|
|