"कहावत लोकोक्ति मुहावरे-ग": अवतरणों में अंतर
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अर्थ - गिनती के या थोड़े से शब्दों में बहुत अधिक भाव या विचार सँजोना या व्यक्त करना। | |||
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अर्थ - बहुत बड़ी हानि या अनिष्ट होना, फलत: नष्ट या बरबाद होना। | |||
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अर्थ - (किसी व्यक्ति को) कमज़ोर, बेदम, अपेक्ष्य या हेय समझना। | |||
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अर्थ - क्रम, गति या निर्वाह उचित रीति से होना। | |||
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अर्थ - काम का बीच में ही विघ्न-बाधा के आ जाने से रुक जाना। | |||
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अर्थ - कष्ट या मुसीबत के दिन। | |||
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अर्थ - खून-पसीने की कमाई। | |||
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अर्थ - अत्यंत घनिष्ठता होना। | |||
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अर्थ - गर्भवती होना। | |||
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अर्थ - (कोई चीज़) चुरा लेना या हटा-बढ़ा देना। | |||
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अर्थ - (अपराधियों आदि को) पहरे में रखना। | |||
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अर्थ - बढ़-बढ़कर और उदण्डतापूर्वक बातें करना। | |||
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अर्थ - चेहरे से रोष और क्रोध झलकना। | |||
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अर्थ - बहुत बढ़-चढ़कर बातें करना या डींग मारना। | |||
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13:57, 9 दिसम्बर 2015 का अवतरण
कहावत लोकोक्ति मुहावरे वर्णमाला क्रमानुसार खोजें
कहावत लोकोक्ति मुहावरे | अर्थ |
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1- गोबर राखी पाती सड़ै, |
अर्थ - धैर्य और मेहनत के साथ ही सफलता मिलती है। |
2- गोबर, मैला, नीम की खली, या से खेती दुनी फली।। |
अर्थ - अनुरूप कार्य करने से दुगना लाभ मिलता है। |
3- गहिर न जोतै बोवै धान। सो घर कोठिला भरै किसान।। |
अर्थ - अगर किसान गहरी जुतायी न करके धान बोयें तो उसकी पैदावार ख़ूब होती है। |
4- गेहूं भवा काहें। असाढ़ के दुइ बाहें।। गेहूं भवा काहें। सोलह बाहें नौ गाहें।। |
अर्थ - अगर किसान आषाढ़ के महीने में दो बांह जोतने से; कुल सोलह बांह करने से और नौ बार हेंगाने से; कातिक में बोवाई करने से पहले चार बार जोतने से गेहूं की फ़सल अच्छी होती है। |
5- गेहूं बाहें। धान बिदाहें।। |
अर्थ - गेहूं की पैदावार अधिक बार जोतने से और धान की पैदावार विदाहने (धान होने के चार दिन बाद जुतवा देने) से अच्छी होती है। |
6- गेहूं मटर सरसी। औ जौ कुरसी।। |
अर्थ - गेहूँ और मटर की बोआई सरस खेत में तथा जौ की बोआई कुरसौ में करने से पैदावार अच्छी होती है। |
7- गेहूं बाहा, धान गाहा। ऊख गोड़ाई से है आहा।। |
अर्थ - जौ-गेहूं कई बांह करने से धान बिदाहने से और ऊख कई बार गोड़ने से इनकी पैदावार अच्छी होती है। |
8- गेहूं बाहें, चना दलाये। धान गाहें, मक्का निराये, ऊख कसाये। |
अर्थ - ख़ूब बांह करने से गेहूं, दलने से चना, बार-बार पानी मिलने से धान, निराने से मक्का और ईख में पानी में छोड़कर बोने से उसकी फ़सल अच्छी होती है। |
9- गंगा गए तो गंगादास, यमुना गए तो यमुनादास। |
अर्थ - परिस्थिति अनुसार अपना सिद्धांत बदलने वाला। |
10- गंजेडी यार किसके दम लगाया खिसके। |
अर्थ - स्वार्थी आदमी स्वार्थ सिद्ध होते ही मुँह फेर लेता है। |
11- गँवार गन्ना न दे, भेली दे। |
अर्थ - मूर्ख सरलता से मामूली चीज़ नहीं देता, धमकाने से अधिक मूल्य की वस्तु भी दे देता है। |
12- गधा धोने से बछड़ा नहीं हो जाता। |
अर्थ - किसी उपाय से भी स्वभाव नहीं बदलता। |
13- गई माँगने पूत, खो आई भरतार। |
अर्थ - थोड़े लाभ के चक्कर में भारी नुक़सान का हो जाना। |
14- गर्व का सिर नीचा। |
अर्थ - घमंडी आदमी का घमंड चूर हो जाता है। |
15- ग़रीब की ज़ोरू, सबकी भाभी। |
अर्थ - ग़रीब आदमी से सब लाभ उठाना चाहते हैं। |
16- ग़रीबी तेरे तीन नाम- झूठा, पाजी, बेईमान। |
अर्थ - ग़रीब का सर्वत्र अपमान होता रहता है। |
17- गवाह चुस्त, मुद्दई सुस्त। |
अर्थ - जिसका काम है वह तो आलस करे और दूसरे फुर्ती दिखाएं। |
18- ग़रीबों ने रोज़े रखे तो दिन ही बड़े हो गए। |
अर्थ - ग़रीब की क़िस्मत ही बुरी होती है। |
19- गाँठ का पूरा, आँख का अंधा। |
अर्थ - पैसे वाला तो है, पर मूर्ख है। |
20- गाडर पाली ऊन को लागी, चरन कपास। |
अर्थ - रखा तो गया है काम करने को, पर करता है नुक़सान। |
21- गिरहकट का भाई गठकट। |
अर्थ - सब बदमाश एक से होते हैं। |
22- गीदड़ की शामत आए तो गाँव की ओर भागे। |
अर्थ - विपत्ति में बुद्धि काम नहीं करती। |
23- गुड़ खाए, गुलगुलों से परहेज। |
अर्थ - झूठ और ढोंग रचना। |
24- गुड़ दिए मरे तो ज़हर क्यों दें। |
अर्थ - प्रेम से काम निकल सके तो सख्ती क्यों करें। |
25- गुड़ न दें, पर गुड़ सी बात तो करें। |
अर्थ - कुछ न दें पर मीठा बोल तो बोलें। |
26- गुरु गुड़ रहा, चेला शक्कर हो गया। |
अर्थ - छोटे–बड़ों से आगे बढ़ जाते हैं। |
27- गुरु जी, चेले बहुत हो गए। भूखों मरेंगे तो आप ही चले जाएंगे। |
अर्थ - लोग अधिक हो तो, उपेक्षा होती है। |
28- गूदड़ में लाल नहीं छिपता। |
अर्थ - बढ़िया चीज़ अपने आप पहचानी जाती है। |
29- गोद में बैठकर आँख में उँगली। |
अर्थ - भला करने पर दुष्टता करना। |
30- गोद में लड़का, शहर में ढिंढोरा। |
अर्थ - वस्तु पास में और खोज दूर तक। |
31- गंगा नहाना। |
अर्थ - कठिन कार्य पूरा होना। |
32- गठरी मारना। |
अर्थ - सामान चुरा लेना। |
33- गड़े मुरदे उखाड़ना। |
अर्थ - पुरानी बात फिर से उजागर करना। |
34- गढ़ जीतना। |
अर्थ - बहुत कठिन काम करना। |
35- गले का हार होना। |
अर्थ - बहुत प्यारा होना। |
36- गले पड़ा ढोल बजाना। |
अर्थ - सिर पर पड़ी ज़िम्मेदारी को मजबूरी में पूरा करना। |
37- गले मढ़ना। |
अर्थ - जबरदस्ती सौंपना। |
38- गहरा हाथ। |
अर्थ - बहुत कुछ हथिया लेना। |
39- गाँठ का पूरा। |
अर्थ - मालदार होना। |
40- गाँठ में बाँधना। |
अर्थ - याद रखना। |
41- गागर में सागर भरना। |
अर्थ - थोड़े में बहुत कुछ कहना। |
42- गाजर मूली समझना। |
अर्थ - तुच्छ समझना। |
43- गाढ़े का साथी। |
अर्थ - संकट का साथी। |
44- गाल फुलाना। |
अर्थ - रूठना जाना। |
45- गाल बजाना। |
अर्थ - डींग हाँकना। |
46- गिन-गिन कर क़दम रखना। |
अर्थ - बहुत सावधानी से आगे बढ़ना। |
47- गिरगिट की तरह रंग बदलना। |
अर्थ - एक रंग-ढंग न रखना, रोज़ बातें बदलना। |
48- गीदड़ भभकी। |
अर्थ - दिखावटी धमकी देना। |
49- गुड़ गोबर कर देना। |
अर्थ - बना-बनाया काम बिगाड़ देना। |
50- गुदड़ी का लाल होना। |
अर्थ - ग़रीबी में भी गुणवान होना। |
51- ग़ुल खिलाना। |
अर्थ - कोई बखेड़ा खड़ा करना। |
52- ग़ुस्सा पी जाना। |
अर्थ - क्रोध रोकना। |
53- गूँगे का गुड़ होना। |
अर्थ - अनुभव को प्रकट न कर पाना। |
54- गूलर का फूल। |
अर्थ - दुर्लभ वस्तु होना। |
55- गेहूँ के साथ घुन पिस जाना। |
अर्थ - दोषी के साथ निर्दोष का भी अहित हो जाना। |
56- गोटी बैठाना। |
अर्थ - युक्ति सफल होना। |
57- गोबर गणेश। |
अर्थ - बिलकुल बुद्धू होना। |
58- गोल कर जाना। |
अर्थ - गायब कर देना। |
59. गरदन उतारना |
अर्थ - सिर काटना। |
60. गरदन छुड़ाना |
अर्थ - मुसीबत से बच निकलना। |
61. गरदन झुकना |
अर्थ - नतमस्तक होना, अधीन होना। लज्जित होना। |
62. गरदन झुकाना |
अर्थ - अधीनता स्वीकार करना, समर्पण करना। लज्जित होकर सर नीचा करना। |
63. गरदन ढलकना |
अर्थ - मरने के बहुत समीप होना, मर जाना। |
64. गरदन दबाना |
अर्थ - कुछ देने या हानि सहने के लिए विवश या मजबूर करना। |
65. गरदन न उठाना |
अर्थ - बीमारी की हालत में बेसुध पड़े रहना, गरदन तक हिलाने की हिम्मत न होना। (शर्म से) सिर न उठाना। |
66. गरदन नापना |
अर्थ - किसी को गरदन पकड़ कर धक्का देते हुए बाहर करना। |
67. गरदन पर छुरी चलाना |
अर्थ - अपने स्वार्थ के लिए दूसरे का बहुत बड़ा अहित करना, जीविका छीन लेना। |
68. गरदन पर जुआ रखना |
अर्थ - जान-बूझकर मुसीबत मोल लेना। |
69. गरदन पर सवार होना |
अर्थ - सिर पर सवार होना। |
70. गरदन फँसना |
अर्थ - संकट में पड़ना। |
71. गरदन मरोड़ना |
अर्थ - गला दबाकर किसी को मार डालना। |
72. गरदन मारना |
अर्थ - सिर काटना। |
73. गरदन में हाथ देना |
अर्थ - कहीं से निकाल बाहर करने के लिए गरदन पकड़ना। |
74. गरदन में हाथ पाना |
अर्थ - गरदनिया देकर निकाला जाना। |
75. गरदनिया देना |
अर्थ - गरदन से पकड़कर धकेलना। |
76. गरम रहना |
अर्थ - चूल्हे आदि में आग बराबर जलती रहना। |
77. गरम होना |
अर्थ - गुस्से में आना। |
78. गरमागरमी होना |
अर्थ - गुस्से में आकर एक दूसरे से बातें करना। |
79. गर्मी खाना |
अर्थ - गुस्से या तैश में आना। |
80. गरमी निकालना |
अर्थ - (किसी का) दर्प चूर्ण करना, प्रतिकार के द्वार शांत करना। |
81. गरमी होना |
अर्थ - अभिमान या घमंड होना। |
82. ग़र्क होना |
अर्थ - डूब जाना, नष्ट हो जाना। |
83. गर्दिश में होना |
अर्थ - मुसीबत में होना। |
84. गर्भ गिरना |
अर्थ - गर्भपात होना। |
85. गर्भ रहना |
अर्थ - पेट में बच्चा आना। |
86. गला आना |
अर्थ - गले में सूजन तथा पीड़ा होना। |
87. गला उठाना |
अर्थ - गले में घंटी के बढ़ या लटक जाने पर उसे ऊँचा कर देना। |
88. गला काटना |
अर्थ - चटपटी या तीखी चीज़ खाने पर उसका गले के भीतरी भाग में हलकी खुजली, चुनचुनाहट या जलन पैदा करना। चालाकी या छल से किसी को ठग लेना। |
89. गला खुलना |
अर्थ - गले से स्वर ठीक से निकलना। |
90. गला गरमाना |
अर्थ - इस प्रकार धीरे-धीरे कुछ बोलना या गुनगुनाना कि गले से उच्च या पूरा स्वर निकल सके। |
91. गला घुटना |
अर्थ - धुंए, घुटन आदि के कारण सांस लेना कठिन होना, दम घुटना। |
92. गला घोंटना |
अर्थ - गला दबाकर मार डालना। बहुत बड़ी हानि करना। |
93. गला छुड़ाना |
अर्थ - पीछा छुड़ाना। |
94. गला छूटना |
अर्थ - त्राण या छुटकारा मिलना। |
95. गला जकड़ना |
अर्थ - गले में पीड़ा, सूजन या और कोई विकार होना जिसके फलस्वरूप कुछ खाया-पिया न जा सके। |
96. गला जोड़ना |
अर्थ - (किसी से) मेल-जोल या घनिष्ठता स्थापित करना। |
97. गला दबाना |
अर्थ - गला दबाकर जान से मारना। बलात् किसी से कुछ ऐंठ लेना |
98. गला न छूटना |
अर्थ - गला न छूटना |
99. गला पकड़ना |
अर्थ - किसी को किसी बात के लिए उत्तरदायी ठहराना। खट्टी चीज़ खाने से गले में कष्ट होना। |
100. गला पड़ना |
अर्थ - गले में सूजन तथा पीड़ा होना। |
101. गला फँसना |
अर्थ - बंधन या संकट में पड़ना। |
102. गला फटना |
अर्थ - गले में ऐसा विकार होना जिससे मधुर स्वर न निकल पाए। |
103. गला फाड़ना |
अर्थ - ज़ोर से चिल्ला कर कुछ बोलना या गाना। |
104. गला फिरना |
अर्थ - गला फिरना |
105. गला बैठना |
अर्थ - अधिक बोलने, गाने या किसी रोग के कारण गले से आवाज़ न निकलना या बहुत मंद या बेसुरी आवाज़ निकलना। |
106. गला भर आना |
अर्थ - भावातिरेक के कारण गले आवाज़ न निकलना। |
107. गला भर्राना |
अर्थ - गला भर आना, किसी कारण आवाज़ न निकलना। |
108. गला मरोड़ना |
अर्थ - धन ऐंठना या बलात् ले लेना। |
109. गले उतारना |
अर्थ - अनिच्छापूर्वक ग्रहण या स्वीकार करना। |
110. गले का हार |
अर्थ - अत्यंत प्रिय या मूल्यवान वस्तु। |
111. गले की फाँसी |
अर्थ - अत्यंत कष्टदायक बात या काम। |
112. गले न उतरना |
अर्थ - किसी बात का न जँचना, फलतः स्वीकार्य न होना। |
113. गले पड़ना |
अर्थ - (व्यक्ति का) पीछे पड़ जाना। भारस्वरूप होना। |
114. गले पड़ा ढोल बजाना |
अर्थ - विवश होकर कोई काम करना या दायित्व निभाना। |
115. गले पर छुरी चलना |
अर्थ - बहुत बड़ा अहित करना। |
116. गले बाँधना |
अर्थ - गले मढ़ना। |
117. गले में उतारना |
अर्थ - पीना। अच्छी तरह समझा देना। |
118. गले मढ़ना |
अर्थ - बलात् साँपना। |
119. गले में चक्की का पात बाँधना |
अर्थ - इतना बड़ा दायित्व सौंपना, जिसका निर्वाह संभव न हो। |
120. गले लगना |
अर्थ - प्यार से किसी से लिपट जाना। |
121. गले लगाना |
अर्थ - आलिंगन करना, अपनाना। |
122. गले से उतारना |
अर्थ - खाना, पेट में डालना। |
123. गवाह गुज़रना |
अर्थ - अदालत में गवाह द्वारा गवाही देना। |
124. गवाही देना |
अर्थ - किसी साक्षी का किसी पक्ष की ओर से समर्थन करना या उसे ठीक बतलाना। |
125. गस्सा मारना |
अर्थ - जल्दी-जल्दी और बड़े-बड़े कौर मुँह में डालना। |
126. गहरा हाथ मारना |
अर्थ - बहुत अधिक धन हाथ में कर लेना। |
127. गहरी छनना |
अर्थ - घनिष्ठता होना। ऐसी भाँग छानना, जिससे तेज़ नशा हो। |
128. गहरे में चलना |
अर्थ - इस प्रकार आचरण या व्यवहार करना की लोगों को वास्तविक उद्देश्य का आभास न लगे। |
129. गाँठ कतरना |
अर्थ - चोरी या चालाकी से किसी के पास का धन ले लेना। |
130. गाँठ का पूरा |
अर्थ - धनी, मालदार। |
131. गाँठ खुलना |
अर्थ - कठिनाई या उलझाव दूर होना, समस्या का समाधान मिलना या निराकरण होना। |
132. गाँठ खोलना |
अर्थ - मन में छिपा हुआ द्वेष-भाव स्पष्ट रूप से व्यक्त करना कि भविष्य में पुनः परस्पर दुर्भावना न उत्पन्न हो। |
133. गाँठ जोड़ना |
अर्थ - विवाह के समय वर वधू या किसी धार्मिक कृत्य के समय पति-पत्नी के दुपट्टे में गाँठ बाँधना। परस्पर बहुत ही घनिष्ठ सम्बन्ध स्थापित करना। |
134. गाँठ निकालना |
अर्थ - जिसने अपकार किया हो उसका जी भर अपकार करना। |
135. गाँठ पड़ना |
अर्थ - (दो व्यक्तियों या पक्षों में) द्वेष या वैमनस्य हो जाना। |
136. गाँठ बाँधना |
अर्थ - (कोई बात) सदा स्मरण रखना। |
137. गाँठ में कुछ होना |
अर्थ - पल्ले धन होना। |
138. गाँठ में बाँध लेना |
अर्थ - सदा स्मरण रखना। |
139. गाँठ में होना |
अर्थ - गाँठ में अर्थात् पल्ले धन होना। |
140. गाँठ रखना |
अर्थ - (व्यक्ति को) पहले से मिला या पटा लेना। |
141. गाँठ से |
अर्थ - पल्ले से, पास से। |
142. गाँठ लगाना |
अर्थ - याद रखना, गाँठ में बाँध रखना। |
143. गागर में सागर भरना |
अर्थ - गिनती के या थोड़े से शब्दों में बहुत अधिक भाव या विचार सँजोना या व्यक्त करना। |
144. गाज पड़ना |
अर्थ - बहुत बड़ी हानि या अनिष्ट होना, फलत: नष्ट या बरबाद होना। |
145. गाजर-मूली समझना |
अर्थ - (किसी व्यक्ति को) कमज़ोर, बेदम, अपेक्ष्य या हेय समझना। |
146. गाड़ी अटकना |
अर्थ - काम कुछ समय के लिए रुक जाना। |
147. गाड़ी खिंचना |
अर्थ - निर्वाह होना। |
148. गाड़ी ठीक से चलना |
अर्थ - क्रम, गति या निर्वाह उचित रीति से होना। |
149. गाड़ी बीच में अटकना |
अर्थ - काम का बीच में ही विघ्न-बाधा के आ जाने से रुक जाना। |
150. गाढ़ा समय |
अर्थ - कष्ट या मुसीबत के दिन। |
151. गाढ़ी कमाई |
अर्थ - खून-पसीने की कमाई। |
152. गाढ़ी छनना |
अर्थ - अत्यंत घनिष्ठता होना। |
153. गात से होना |
अर्थ - गर्भवती होना। |
154. ग़ायब करना |
अर्थ - (कोई चीज़) चुरा लेना या हटा-बढ़ा देना। |
155. गारद में रखना |
अर्थ - (अपराधियों आदि को) पहरे में रखना। |
156. गाल करना |
अर्थ - बढ़-बढ़कर और उदण्डतापूर्वक बातें करना। |
157. गाल फुलाना |
अर्थ - चेहरे से रोष और क्रोध झलकना। |
158. गाल बजाना |
अर्थ - बहुत बढ़-चढ़कर बातें करना या डींग मारना। |