गवाह गुज़रना एक प्रचलित लोकोक्ति अथवा हिन्दी मुहावरा है।
अर्थ- अदालत में गवाह द्वारा गवाही देना।
प्रयोग- और चालाकी देखो, ऊपर ही ऊपर काम करने वाले लोगों को खिला-पिलाकर मुक़दमे का फैसला भी करा लिया गया। न पेशी हुई और न मुक़दमा चला, न बयान लिए, न गवाह गुज़रे। ...(भूषण वनमाली)