अचंत शरत कमल

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
यहाँ जाएँ:नेविगेशन, खोजें
अचंत शरत कमल
अचंत शरत कमल
अचंत शरत कमल
पूरा नाम अचंत शरत कमल
जन्म 12 जुलाई, 1982
जन्म भूमि तमिलनाडु
कर्म भूमि भारत
खेल-क्षेत्र टेबल टेनिस
पुरस्कार-उपाधि अर्जुन पुरस्कार (2004)

पद्म श्री, 2019

नागरिकता भारतीय
अन्य जानकारी अचंत शरत कमल राष्ट्रमडंल खेलों में टेबल टेनिस चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक पाने वाले प्रथम भारतीय खिलाड़ी हैं। 2006 के राष्ट्रमडंल खेलों में उन्होंने स्वर्ण पदक जीता।

अचंत शरत कमल (अंग्रेज़ी: Anchat Sharath Kamal, जन्म- 12 जुलाई, 1982, तमिलनाडु) भारतीय प्रसिद्ध टेबल टेनिस खिलाड़ी हैं। उन्होंने बर्मिघम, इंग्लैंड में आयोजित राष्ट्रमंडल खेल 2022 में पुरुष एकल वर्ग के फाइनल में इंग्लैंड के लियाम पिचफोर्ड को 4-1 से हराकर भारत के लिए स्वर्ण पदक जीता है। उन्होंने वर्ष 2014 के राष्ट्रमंडल खेलों में भी देश के लिये स्वर्ण पदक जीता था। वर्ष 2004 में अचंत शरत कमल को ‘अर्जुन पुरस्कार’ प्रदान किया गया। उनको भारतीय टेबल टेनिस का अब तक का सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी माना जाता है। जून, 2016 की विश्व रैंकिंग के अनुसार वह 69वीं रैंक पर थे। उन्होंने 2004 के एथेंस ओलंपिक में देश का प्रतिनिधित्व किया था।

परिचय

अचंत शरत कमल का जन्म 12 जुलाई, 1982 को चेन्नई, तमिलनाडु में हुआ था। उनके पिता का नाम श्रीनिवास राव और माता का नाम अन्नपूर्णा राव है। उन्होंने पीएसबीबी नुंगमबक्कम स्कूल और लोयोला कॉलेज, चेन्नई से अपनी पढ़ाई पूरी की है। इनकी पत्नी का नाम श्रीपूर्णी है। अचंत शरत कमल एक खिलाड़ी होने के साथ-साथ इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन में अधिकारी भी हैं।

राष्ट्रमडंल खेलों में टेबल टेनिस चैंपियनशिप में अचंत शरत कमल स्वर्ण पदक पाने वाले प्रथम भारतीय खिलाड़ी हैं। वह सुर्खियों में तब आए, जब इन्होंने भारत को पहली बार व्यक्तिगत स्वर्ण पदक जिताया। अचंत शरत ने यह पदक 2006 के राष्ट्रमंडल खेलों में मेलबर्न में जीता था। व्यक्तिगत स्वर्ण पदक जीतने के अतिरिक्त अंचत ने सिंगापुर के विरुद्ध भारतीय टेबल टेनिस को जिताने में महत्त्वपूर्ण रोल अदा किया। अचंत शरत ने अपनी योग्यता तभी साबित करनी शुरू कर दी थी, जब इन्होंने तमिलनाडु राज्य के खिताब पर सीनियर कैटेगरी में क़ब्ज़ा कर लिया था। शरत ने 2003 में टेबल टेनिस की राष्ट्रीय चैंपियनशिप जीती थी।[1]

कॅरियर

16 साल की उम्र में शरत कमल ने अपने पेशेवर कॅरियर की शुरुआत की और राज्य स्तरीय प्रतियोगिताओं में भाग लिया। पेशेवर टेबल टेनिस में कदम रखने के बाद से शरत कमल हमेशा शीर्ष रूप में रहे हैं। स्टेट मीट में अपनी सफलता के बाद शरत कमल राष्ट्रीय स्तर पर आगे बढ़े। उन्होंने 2002 में भारत के राष्ट्रीय खेलों में एकल और मिश्रित युगल स्पर्धाओं में कांस्य पदक जीता और टीम स्पर्धा में एक स्वर्ण पदक जीता। शरत कमल 2002 में सीनियर राष्ट्रीय चैंपियनशिप के फाइनल में हार गए। 2003 में शरत पहली बार राष्ट्रीय टेबल टेनिस चैंपियनशिप में राष्ट्रीय चैंपियन बने। उन्होंने 2004 में फिर से राष्ट्रीय जीत हासिल की।[2]

साल ​​2006 से 2010 तक शरत कमल ने लगातार पांच बार सीनियर नेशनल जीते। 2007 के राष्ट्रीय खेलो में शरत ने 4 स्वर्ण पदक जीते। उन्होंने सिंगल्स फाइनल में सौरव चक्रवर्ती को हराया। उन्होंने और सुभाजीत साहा ने युगल फाइनल में सौरव चक्रवर्ती और अनिर्बान नंदी को हराया। उन्होंने सुभाजीत साहा और नंदिता साहा को हराकर पॉलोमी घटक के साथ मिश्रित युगल का स्वर्ण पदक जीता। टीम स्पर्धा में उनकी टीम पीएसपीबी ने आरएसपीबी को हराया। 2009 में उन्होंने सौरव चक्रवर्ती को हराकर फिर से टीम स्पर्धा और एकल स्वर्ण जीता। उन्होंने सुभाजीत साहा के साथ युगल स्पर्धा में कांस्य पदक भी जीता। उन्होंने सात गेम के रोमांचक मैच में सौम्यदीप रॉय को हराकर 2010 में फिर से एकल खिताब जीता।

2011 में उन्होंने टीम इवेंट में गोल्ड जीता था। लेकिन वह एकल फाइनल में एंथनी अमलराज से हार गए। 2012 में वह 74वें वरिष्ठ नागरिकों के फाइनल में युवा सौम्यजीत घोष से हार गए। लेकिन पीएसपीबी के साथ टीम इवेंट जीता। वह 2013-2014 के राष्ट्रीय स्तर पर सेमीफाइनल में हरमीत देसाई से हार गए। लेकिन फिर से टीम इवेंट जीतने में कामयाब रहे। 2015-2016 के नेशनल्स में वह सेमीफाइनल में सीधे गेम में साथियान ज्ञानसेकरन से हार गए। उन्होंने 2018-2019 के नेशनल्स में साथियान को 4-3 से हराकर अपना नौवां राष्ट्रीय खिताब जीता और महान कमलेश मेहता के 8 खिताबों के रिकॉर्ड को पार करने वाले पहले खिलाड़ी बन गए। उन्होंने टीम इवेंट का गोल्ड भी जीता। लेकिन साथियान ने 2020-2021 के फाइनल में उन्हें हराकर बदला लिया। शरत कमल ने एकल फाइनल में साथियान को हराकर 2021-2022 में अपना 10वां खिताब जीता।

इनके लिए राष्ट्रीय कॉल-अप 2002 के राष्ट्रमंडल खेलों की पूर्व संध्या पर आया। जहां उन्हें 16-सदस्यीय संभावित प्रशिक्षण शिविर के लिए चुना गया था। शरत कमल को 20 साल की उम्र में अपना कॅरियर शुरू करने के लिए ब्रेक की जरूरत थी। हालांकि उन्हें मुख्य टीम के लिए नहीं चुना गया था। शिविर के अनुभव ने उन्हें आत्मविश्वास दिया और शीर्ष स्तर के खिलाड़ियों के संपर्क ने उन्हें बेहतर बना दिया। शरत कमल ने 2002 में सीनियर राष्ट्रीय चैंपियनशिप के फाइनल में जगह बनाई, हालांकि वह हार गए। उन्हें जल्द ही राष्ट्रीय टीम में शामिल कर लिया गया।[2]

राष्ट्रमंडल खेल

इसके पश्चात् 2004 में शरत कमल ने क्वालांलपुर में हुई 16वीं राष्ट्रमंडल टेबल टेनिस चैंपियनशिप में व्यक्तिगत स्वर्ण पदक जीता। अचंत शरत कमल ने यह पदक जीत कर प्रथम भारतीय खिलाड़ी होने का गौरव पाया।

राष्ट्रमंडल खेल 2022

अचंत शरत कमल ने कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 (राष्ट्रमंडल खेल 2022) बर्मिंघम में 8 अगस्त को टेबल टेनिस में पुरुष एकल वर्ग के फाइनल में इंग्लैंड के लियाम पिचफोर्ड को 4-1 से हराकर भारत के लिए स्वर्ण पदक जीता। शरत पहले गेम में हार गए थे, लेकिन अन्य चार गेम में वापसी करते हुए अंतिम 11-13, 11-7, 11-2, 11-6, 11-8 से जीतकर 16 साल बाद पोडियम पर शीर्ष पर रहे। यहाँ भारत की पुरुष टेबल टेनिस टीम ने सिंगापुर को हराकर देश का 5वां स्वर्ण जीता। शरत का इन खेलों में यह कुल 13वां पदक रहा। उन्होंने बर्मिंघम खेलों में चार पदक जीते। जिसमें इस स्वर्ण से पहले टीम स्पर्धा, मिश्रित युगल में श्रीजा अकुला के साथ स्वर्ण और पुरुष युगल में रजत पदक शामिल है।

पुरस्कार

उनकी सफलता को देखते हुए भारत सरकार ने वर्ष 2004 में उन्हें ‘अर्जुन पुरस्कार’ देकर सम्मानित किया गया।

उपलब्धियां

  1. 2003 में शरत कमल ने टेबल टेनिस की राष्ट्रीय चैंपियनशिप जीती।
  2. 2004 में कुआलांलपुर में राष्ट्रमंडल टेबल टेनिस चैंपियनशिप में उन्होंने पुरुषों की एकल स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीता। यह पदक जीत कर वह राष्ट्रमडंल खेलों में स्वर्ण पदक पाने वाले प्रथम भारतीय टेबल टेनिस खिलाड़ी बन गए।
  3. वर्ष 2004 में उन्हें ‘अर्जुन पुरस्कार’ प्रदान किया गया।
  4. मेलबर्न में हुए 2006 के राष्ट्रमडंल खेलों में उन्होंने स्वर्ण पदक जीता।


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. अचंत शरत कमल का जीवन परिचय (हिंदी) कैसे और क्या। अभिगमन तिथि: 08 अक्टूबर, 2016।
  2. 2.0 2.1 शरथ कमल अचंता का जीवन परिचय (हिंदी) gyanfast.com। अभिगमन तिथि: 09 सितंबर, 2021।

संबंधित लेख