धर्मगुप्तक निकाय
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लक्ष्मी गोस्वामी (वार्ता | योगदान) द्वारा परिवर्तित 07:06, 20 जुलाई 2011 का अवतरण
बौद्ध धर्म में धर्मगुप्तक निकाय अठारह निकायों में से एक है:-
परमार्थ के मतानुसार इस निकाय के प्रवर्तक महामौद्गलयायन के शिष्य स्थविर धर्मगुप्त थे। प्रिलस्की और फ्राउवाल्नर का कहना है कि ये धर्मगुप्त यौनक धर्मरक्षित से अभिन्न हैं।
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