झेन
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झेन बौद्ध धर्म का एक सम्प्रदाय है, जो जापान के सेमुराई वर्ग का धर्म है। झेन को ‘जेन’ भी कहा जाता है। इसका शाब्दिक अर्थ 'ध्यान' माना जाता है। इसकी शुरुआत महात्मा महाकश्यप नेे की थी।
- सेमुराई समाज यौद्धाओं का समाज है। इसे दुनिया की सर्वाधिक बहादुर कौम माना जाता था।
- झेन का विकास चीन में लगभग 500 ईस्वी में हुआ। चीन से यह 1200 ईस्वी में जापान में फैला।
- प्रारंभ में जापान में बौद्ध धर्म का कोई संप्रदाय नहीं था, किंतु धीरे-धीरे वह बारह सम्प्रदायों में बँट गया जिसमें झेन भी एक था।
- ऐसा माना जाता है कि सेमुराई वर्ग को अधिक आज्ञापालक तथा शूरवीर बनाने के लिए ही झेन संप्रदाय का सूत्रपात हुआ था। दरअसल झेन संप्रदाय शिंतो और बौद्ध धर्म का समन्वय था।
- माना यह भी जाता है कि बौद्ध धर्म को जापान ने सैनिक रूप देने की चेष्ठा की थी, इसीलिए उन्होंने शिंतो धर्म के आज्ञापालक और देशभक्ति के सिद्धांत को भी इसमें शामिल कर सेमुराइयों को मजबूत किया।
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