शहज़ादा परवेज़

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
व्यवस्थापन (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 10:15, 11 जुलाई 2011 का अवतरण (Text replace - "खुर्रम" to "ख़ुर्रम")
यहाँ जाएँ:भ्रमण, खोजें
  • शहज़ादा परवेज़ बादशाह जहाँगीर का दूसरा लड़का था।
  • उसके बड़े भाई शहज़ादा खुसरो को अन्धा कर दिए जाने के बाद उसे युवराज बनाया गया।
  • कुछ समय बाद परवेज़ को मेवाड़ पर आक्रमण करने के लिए भेजा गया।
  • वह इस्लामाबाद तथा दक्खिन में ऊँचे पदों पर रहा था।
  • परवेज़ के छोटे भाई शहज़ादा ख़ुर्रम (बाद में शाहजहाँ) ने जब जहाँगीर के विरुद्ध विद्रोह कर दिया, तब उसने पिता का साथ दिया।
  • सन 1624 ई. में इलाहाबाद के निकट 'डमडम की लड़ाई' में परवेज़ ने शहज़ादा ख़ुर्रम को पराजित किया।
  • इसके बाद परवेज़ को गुजरात का सूबेदार बना दिया गया।
  • अपनी अत्यधिक शराब पीने की आदत के कारण 1626 ई. में शहज़ादा परवेज़ की मृत्यु हो गई।


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

भट्टाचार्य, सच्चिदानन्द भारतीय इतिहास कोश, द्वितीय संस्करण-1989 (हिन्दी), भारत डिस्कवरी पुस्तकालय: उत्तर प्रदेश हिन्दी संस्थान, 233।

संबंधित लेख