अविद्या का उल्लेख हिन्दू पौराणिक ग्रन्थ महाभारत में मिलता है। महाभारत के अनुसार 'तामिस्त्र', 'अन्धतामिस्त्र', 'तम', 'मोह' और 'महातम' ये पाँच अविद्या हैं। इनका ब्रह्मा ने छाया से सर्जन किया था। सृष्टि के प्रारम्भ में 'पंच पर्वा' अविद्या ही पहले उत्पन्न हुई। इसे विधाता की प्रथम सृष्टि माना जाता है।
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
महाभारत शब्दकोश |लेखक: एस. पी. परमहंस |प्रकाशक: दिल्ली पुस्तक सदन, दिल्ली |संकलन: भारत डिस्कवरी पुस्तकालय |पृष्ठ संख्या: 16 |
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