हार्दिक्य नामक एक क्षत्रिय का उल्लेख महाभारत आदि पर्व में मिलता है।[1][2]
- यह अश्वपति नाम के एक दैत्य के अंश से उत्पन्न एक क्षत्रिय नरेश था।
- हार्दिक्य को पांडवों की ओर से महाभारत युद्ध हेतु रणनिमंत्रण भेजने का निश्चय किया गया था।[3]
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ महाभारत आदि पर्व 67.15
- ↑ पौराणिक कोश |लेखक: राणा प्रसाद शर्मा |प्रकाशक: ज्ञानमण्डल लिमिटेड, वाराणसी |संकलन: भारत डिस्कवरी पुस्तकालय |पृष्ठ संख्या: 551 |
- ↑ महाभारत उद्योग पर्व 4.12
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