वैराम नामक एक प्राचीन जाति का उल्लेख 'महाभारत' में हुआ है। इस जाति के लोग नाना प्रकार के रत्न और भाँति-भाँति की भेंट सामग्री लेकर युधिष्ठिर के राजसूय यज्ञ में उपस्थित हुए थे।[1][2]
वैराम नामक एक प्राचीन जाति का उल्लेख 'महाभारत' में हुआ है। इस जाति के लोग नाना प्रकार के रत्न और भाँति-भाँति की भेंट सामग्री लेकर युधिष्ठिर के राजसूय यज्ञ में उपस्थित हुए थे।[1][2]