शिक्षा (सूक्तियाँ)

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क्रमांक सूक्तियाँ सूक्ति कर्ता
(1) शिक्षा जीवन की परिस्थितियों का सामना करने की योग्यता का नाम है। जॉन जी. हिबन
(2) बच्चों को शिक्षित करना तो ज़रूरी है ही, उन्हें अपने आप को शिक्षित करने के लिए छोड़ देना भी उतना ही ज़रूरी है। अर्नेस्ट डिमनेट
(3) संसार में जितने प्रकार की प्राप्तियां हैं, शिक्षा सब से बढ़कर है। सूर्यकांत त्रिपाठी निराला
(4) शिक्षा जीवन की तैयारी का शिक्षण काल है। विल्मट
(5) युवकों की शिक्षा पर ही राज्य आधारित है। अरस्तू
(6) विद्या अमूल्य और अनश्वर धन है। ग्लैडस्टन
(7) यदि मनुष्य सीखना चाहे, तो उसकी हर भूल उसे कुछ शिक्षा दे सकती है। महात्मा गांधी
(8) जीवन का रहस्य भोग में नहीं, पर अनुभव के द्वारा शिक्षा-प्राप्ति में है। विवेकानंद
(9) कष्ट और विपत्ति मनुष्य को शिक्षा देने वाले श्रेष्ठ गुण हैं। बालगंगाधर तिलक
(10) चुनाव जनता को राजनीतिक शिक्षा देने का विश्वविधालय है। जवाहरलाल नेहरू
(11) मानव स्वभाव का ज्ञान ही राजनीति-शिक्षा का आदि और अन्त है। हेनरी एडम
(12) चरित्रहीन शिक्षा, मानवताविहीन विज्ञान ओर नैतिकताविहीन व्यापार खतरनाक होते हैं। सत्य साईं बाबा
(13) अपना आदर्श उपस्थित करके ही दूसरों को सच्ची शिक्षा दी जा सकती है।
(14) कमज़ोरी का इलाज कमज़ोरी का विचार करना नहीं, पर शक्ति का विचार करना है। मनुष्यों को शक्ति की शिक्षा दो, जो पहले से ही उनमें हैं।
(15) जीवन एक पाठशाला है, जिसमें अनुभवों के आधार पर हम शिक्षा प्राप्त करते हैं।
(16) जैसे कोरे काग़ज़ पर ही पत्र लिखे जा सकते हैं, लिखे हुए पर नहीं, उसी प्रकार निर्मल अंत:करण पर ही योग की शिक्षा और साधना अंकित हो सकती है।
(17) सामाजिक और धार्मिक शिक्षा व्यक्ति को नैतिकता एवं अनैतिकता का पाठ पढ़ाती है।
(18) मनुष्य को उत्तम शिक्षा अच्चा स्वभाव, धर्म, योगाभ्यास और विज्ञान का सार्थक ग्रहण करके जीवन में सफलता प्राप्त करनी चाहिए।
(19) प्रतिकूल परिस्थितियों करके ही दूसरों को सच्ची शिक्षा दी जा सकती है।
(20) शिक्षा का स्थान स्कूल हो सकते हैं, पर दीक्षा का स्थान तो घर ही है।
(21) लोगों को चाहिए कि इस जगत में मनुष्यता धारण कर उत्तम शिक्षा, अच्छा स्वभाव, धर्म, योग्याभ्यास और विज्ञान का सम्यक ग्रहण करके सुख का प्रयत्न करें, यही जीवन की सफलता है।
(22) जो कला आत्मा को आत्मदर्शन करने की शिक्षा नहीं देती वह कला नहीं है। महात्मा गाँधी
(23) अनुभव-प्राप्ति के लिए काफ़ी मूल्य चुकाना पड़ सकता है पर उससे जो शिक्षा मिलती है वह और कहीं नहीं मिलती। अज्ञात
(24) अनुभव-प्राप्ति के लिए काफ़ी मूल्य चुकाना पड़ सकता है पर उससे जो शिक्षा मिलती है वह और कहीं नहीं मिलती। अज्ञात
(25) किताबें ऐसी शिक्षक हैं जो बिना कष्ट दिए, बिना आलोचना किए और बिना परीक्षा लिए हमें शिक्षा देती हैं। अज्ञात
(26) चरित्रहीन शिक्षा, मानवता विहीन विज्ञान और नैतिकता विहीन व्यापार ख़तरनाक होते हैं। सत्य साई बाबा
(27) सारा हिन्दुस्तान ग़ुलामी में घिरा हुआ नहीं है। जिन्होंने पश्चिमी शिक्षा पाई है और जो उसके पाश में फँस गए हैं, वे ही ग़ुलामी में घिरे हुए हैं। महात्मा गांधी
(28) जो कला आत्‍मा को आत्‍मदर्शन की शिक्षा नहीं देती, वह कला नहीं है। महात्मा गांधी
(29) कष्ट और विपत्ति मनुष्य को शिक्षा देने वाले श्रेष्ठ गुण हैं। जो साहस के साथ उनका सामना करते हैं, वे विजयी होते हैं। लोकमान्य तिलक
(30) अंग्रेज़ी माध्यम भारतीय शिक्षा में सबसे बड़ा विघ्न है। सभ्य संसार के किसी भी जन समुदाय की शिक्षा का माध्यम विदेशी भाषा नहीं है।" मदनमोहन मालवीय
(31) बच्चों को शिक्षा के साथ यह भी सिखाया जाना चाहिए कि वह मात्र एक व्यक्ति नहीं है, संपूर्ण राष्ट्र की थाती हैं। उससे कुछ भी ग़लत हो जाएगा तो उसकी और उसके परिवार की ही नहीं बल्कि पूरे समाज और पूरे देश की दुनिया में बदनामी होगी। बचपन से उसे यह सिखाने से उसके मन में यह भावना पैदा होगी कि वह कुछ ऐसा करे जिससे कि देश का नाम रोशन हो। योग-शिक्षा इस मार्ग पर बच्चे को ले जाने में सहायक है। स्वामी रामदेव
(32) स्वदेशी उद्योग, शिक्षा, चिकित्सा, ज्ञान, तकनीक, खानपान, भाषा, वेशभूषा एवं स्वाभिमान के बिना विश्व का कोई भी देश महान् नहीं बन सकता। स्वामी रामदेव
(33) मेरी सारी शिक्षा दो शब्दो की है प्रेम और ध्यान। आचार्य रजनीश
(34) ज्ञान प्राप्ति का एक ही मार्ग है जिसका नाम है, एकाग्रता। शिक्षा का सार है, मन को एकाग्र करना, तथ्यों का संग्रह करना नहीं। श्री माँ
(35) बच्चों को पालना, उन्हें अच्छे व्यवहार की शिक्षा देना भी सेवाकार्य है, क्योंकि यह उनका जीवन सुखी बनाता है। स्वामी रामसुखदास
(36) जो शिक्षा मनुष्‍य को संकीर्ण और स्‍वार्थी बना देती है, उसका मूल्‍य किसी युग में चाहे जो रहा हो, अब नहीं है। शरतचंद्र चट्टोपध्याय
(37) शिक्षा और प्रशिक्षण का एकमात्र उद्देश्य समस्या-समाधान होना चाहिये। जार्ज बर्नार्ड शा
(38) शिक्षा की जड़े भले ही कड़वी हों, इसके फल मीठे होते हैं। अरस्‍तू
(39) जब आप कुछ गंवा बैठते हैं, तो उससे प्राप्त शिक्षा को न गंवाएं। दलाई लामा
(40) ख़ाली दिमाग को खुला दिमाग बना देना ही शिक्षा का उद्देश्य है। फ़ोर्ब्स
(41) यदि हम असफलता से शिक्षा प्राप्त करते हैं तो वह सफलता ही है। मैल्कम फोर्ब्स
(42) शिक्षा का ध्येय है एक ख़ाली दिमाग को खुले दिमाग में बदलना। मेल्कम फोर्ब्स
(43) मैं अपने जीवन को एक पेशा नहीं मानता, मैं कर्म में विश्वास रखता हूं, मैं परिस्थितियों से शिक्षा लेता हूं, यह पेशा या नौकरी नहीं है - यह तो जीवन का सार है। स्टीव जॉब्स, संस्थापक, एप्पल
(44) औपचारिक शिक्षा आपको जीविकोपार्जन के लिए उपयुक्त बना देती है; स्व शिक्षा (अनुभव) आपका भाग्य बनाती है। जिन रॉन
(45) शिक्षा किसी घड़े को भरने जैसा नहीं है, यह तो अग्नि प्रज्ज्वलित करने जैसा है। डब्लू बी यीट्स
(46) अगर मनुष्‍य कुछ सीखना चाहे तो उसकी हर भूल उसे कुछ न कुछ शिक्षा ज़रूर दे सकती है। डकेन्‍स
(47) हमें यह शिक्षा दी जानी चाहिए कि हमें किसी कार्य को करने के लिए प्रेरणा की प्रतीक्षा नहीं करनी चाहिए। कर्म करने से हमेशा प्रेरणा का जन्म होता है, प्रेरणा से शायद ही कर्म की उत्पत्ति होती हो। फ्रेंक टिबोल्ट
(48) शिक्षा, राष्ट्र की सस्ती सुरक्षा है। बर्क
(49) खेलों के बारे में अकसर ऐसे कहा जाता है मानो यह गंभीर शिक्षा से राहत हो। लेकिन बच्चों के लिए खेल गंभीर शिक्षा ही है। खेल ही वास्तव में बचपन का काम है। फ्रेड रोजर्स
(50) सख्त शिक्षा से श्रेष्ठ शिष्य निकलते हैं। चीनी कहावत
(51) असफलता से सफलता की शिक्षा मिलती है। जापनी कहावत
(52) शिक्षा का सबसे बड़ा उद्देश्य आत्मनिर्भर बनाना है। सैमुअल स्माइल्स
(53) मैं विश्वास का आदर करता हूं परंतु शंका ही है जो तुम्हें शिक्षा प्राप्त कराती है। विलसन मिजनर
(54) सीखे गए को भूल जाने पर जो कुछ बच रहता है, वही शिक्षा है। स्किनर
(55) मानव जीवन के लिए शिक्षा वैसी ही है, जैसे किसी संगमरमर खंड के लिए मूर्तिकला। एडिसन
(56) प्रत्येक मनुष्य जिससे मैं मिलता हूं किसी न किसी रीति में मुझसे श्रेष्ठ होता है, इसलिए मैं उससे कुछ शिक्षा लेता हूं। एमर्सन
(57) ग़लती ज्ञान की शिक्षा है। जब तुम ग़लती करो तो उसे बहुत देर तक मत देखो, उसके कारण को ले लो और आगे की ओर देखो। भूत बदला नहीं जा सकता। भविष्य अब भी तुम्हारे हाथ में है। अज्ञात
(58) शिक्षा का सबसे बड़ा उद्देश्य आत्मनिर्भर बनाना है। सैमुअल स्माइल्स
(59) कभी-कभी हमें उन लोगों से शिक्षा मिलती है, जिन्हें हम अभिमानवश अज्ञानी समझते हैं। प्रेमचंद
(60) बुद्धिमत्ता का लक्ष्य स्वतंत्रता है। संस्कृति का लक्ष्य पूर्णता है। ज्ञान का लक्ष्य प्रेम है। शिक्षा का लक्ष्य चरित्र है। सत्य साईं बाबा
(61) शिक्षा का सबसे बड़ा उद्देश्य आत्मनिर्भर बनाना है। सैमुअल स्माइल्स
(62) नैतिक शिक्षा देते समय संक्षेप में कहो। होरेस
(63) सीखे गए को भूल जाने पर भी जो कुछ बच रहता है, वही शिक्षा है। स्किनर
(64) बुद्धिमत्ता का लक्ष्य स्वतंत्रता है। संस्कृति का लक्ष्य पूर्णता है। ज्ञान का लक्ष्य प्रेम है। शिक्षा का लक्ष्य चरित्र है। सत्य साईं बाबा
(65) हे शक्तिशाली मार्गदर्शक तेरी रक्षण शक्ति और बहु-विधि ज्ञान-शक्ति से तू हमें उत्तम शिक्षा दे। हमें अवगुण, क्षुधा और व्याधि से मुक्त कर। ऋग्वेद
(66) शिक्षा का सबसे बड़ा उद्देश्य किसी व्यक्ति को आत्मनिर्भर बनाना है। सैमुअल स्माइल्स
(67) बुद्धिमत्ता का लक्ष्य स्वतंत्रता है। संस्कृति का लक्ष्य पूर्णता है। ज्ञान का लक्ष्य प्रेम है। शिक्षा का लक्ष्य चरित्र है। सत्य साईं बाबा
(68) शिक्षा का सबसे बड़ा उद्देश्य आत्मनिर्भर बनाना है। सैमुअल स्माइल्स
(69) हर व्यक्ति में दिव्यता का कुछ अंश है, कुछ विशेषता है- शिक्षा का यही कार्य है कि वह इसको खोज निकाले। अरविंद
(70) पृथ्वी में कुआं जितना ही गहरा खुदेगा, उतना ही अधिक जल निकलेगा। वैसे ही मानव की जितनी शिक्षा होगी, उतनी ही तीव्र बुद्धि बनेगी। तिरुवल्लुवर
(71) योग्य शिष्य को जो शिक्षा दी जाती है, वह अवश्य फलती है। कालिदास
(72) सदाचार और निर्मल जीवन सच्ची शिक्षा का आधार है। महात्मा गांधी
(73) संसार में जितने प्रकार की प्राप्तियां हैं, शिक्षा सबसे बढ़कर है। सूर्यकान्त त्रिपाठी निराला
(74) शिक्षा केवल ज्ञान-दान नहीं करती, वह संस्कार और सुरुचि के अंकुरों का पालन भी करती है। अज्ञात
(75) कभी-कभी हमें उन लोगों से शिक्षा मिलती है जिन्हें हम अभिमानवश अज्ञानी समझते हैं। प्रेमचंद
(76) यदि मनुष्य सीखना चाहे तो उसकी प्रत्येक भूल कुछ न कुछ शिक्षा दे सकती है। डिकेंस
(77) अहंकार, क्रोध, प्रमाद, रोग और आलस्य- इन पांच कारणों से व्यक्ति शिक्षा प्राप्त नहीं कर सकता। उत्तराध्ययन

टीका टिप्पणी और संदर्भ

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