"शेक्सपियर के अनमोल वचन": अवतरणों में अंतर
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* मनुष्य को मरते दम तक सत्य बोलना चाहिए और शैतान को लज्जित करना चाहिए। | * मनुष्य को मरते दम तक सत्य बोलना चाहिए और शैतान को लज्जित करना चाहिए। | ||
* कोई भी काम सोच-विचार कर ही करना चाहिए। मनुष्य की बुराइयां उसके मरने के पीछे तक कलंकित रहती हैं। भलाइयों को लोग मरते ही भूल जाते हैं। | * कोई भी काम सोच-विचार कर ही करना चाहिए। मनुष्य की बुराइयां उसके मरने के पीछे तक कलंकित रहती हैं। भलाइयों को लोग मरते ही भूल जाते हैं। | ||
* बुद्धिमान व्यक्ति कभी भी अपने वर्तमान दुखों के लिए रोया नहीं करते, अपितु वर्तमान में | * बुद्धिमान व्यक्ति कभी भी अपने वर्तमान दुखों के लिए रोया नहीं करते, अपितु वर्तमान में दु:ख के कारणों को रोका करते हैं। | ||
* वह सच्चा साहसी है जो मनुष्यों पर आने वाली भारी से भारी विपत्ति को बुद्धिमत्तापूर्वक सह सकता है। | * वह सच्चा साहसी है जो मनुष्यों पर आने वाली भारी से भारी विपत्ति को बुद्धिमत्तापूर्वक सह सकता है। | ||
* डूबते सूरज के प्रति लोग अपने द्वार बंद कर लेते हैं। | * डूबते सूरज के प्रति लोग अपने द्वार बंद कर लेते हैं। |
14:06, 2 जून 2017 के समय का अवतरण
शेक्सपियर के अनमोल वचन |
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इन्हें भी देखें: अनमोल वचन, कहावत लोकोक्ति मुहावरे एवं सूक्ति और कहावत
टीका टिप्पणी और संदर्भ
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