"अनमोल वचन 7": अवतरणों में अंतर
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* सफल व्यक्ति होने का प्रयास न करें, अपितु गरिमामय व्यक्ति बनने का प्रयास करें। ~ अल्बर्ट आईंसटीन | * सफल व्यक्ति होने का प्रयास न करें, अपितु गरिमामय व्यक्ति बनने का प्रयास करें। ~ अल्बर्ट आईंसटीन | ||
* ऐसा नहीं है कि मैं बहुत चतुर हूं; सच्चाई यह है कि मैं समस्याओं का सामना अधिक समय तक करता हूं। ~ अल्बर्ट आंईस्टीन | * ऐसा नहीं है कि मैं बहुत चतुर हूं; सच्चाई यह है कि मैं समस्याओं का सामना अधिक समय तक करता हूं। ~ अल्बर्ट आंईस्टीन | ||
* एक ऐसा व्यक्ति जिसने कभी | * एक ऐसा व्यक्ति जिसने कभी ग़लती नहीं की है, उसने जीवन में कुछ नया करने का कभी प्रयास ही नहीं किया होता है। ~ अल्बर्ट आईंस्टिन | ||
* अपना जीवन जीने के केवल दो ही तरीके हैं. पहला यह मानना कि कोई चमत्कार नहीं होता है, दूसरा है कि हर वस्तु एक चमत्कार है। ~ अल्बर्ट आईन्सटीन | * अपना जीवन जीने के केवल दो ही तरीके हैं. पहला यह मानना कि कोई चमत्कार नहीं होता है, दूसरा है कि हर वस्तु एक चमत्कार है। ~ अल्बर्ट आईन्सटीन | ||
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* पुस्तक प्रेमी सबसे धनवान व सुखी होता है, संपूर्ण रूप से त्रुटिहीन पुस्तक कभी पढ़ने लायक़ नहीं होती। ~ जॉर्ज बर्नार्ड शॉ | * पुस्तक प्रेमी सबसे धनवान व सुखी होता है, संपूर्ण रूप से त्रुटिहीन पुस्तक कभी पढ़ने लायक़ नहीं होती। ~ जॉर्ज बर्नार्ड शॉ | ||
* शिक्षा और प्रशिक्षण का एकमात्र उद्देश्य समस्या-समाधान होना चाहिये। ~ जार्ज बर्नार्ड शा | * शिक्षा और प्रशिक्षण का एकमात्र उद्देश्य समस्या-समाधान होना चाहिये। ~ जार्ज बर्नार्ड शा | ||
* बिना कुछ किए बिताने वाले जीवन की अपेक्षा | * बिना कुछ किए बिताने वाले जीवन की अपेक्षा ग़लतियाँ करते हुए बिताने वाला जीवन अधिक सम्माननीय होता है। ~ जॉर्ज बर्नार्ड शॉ | ||
* संसार मे समस्या यह है कि मूढ लोग अत्यन्त सन्देहरहित होते है और बुद्धिमान सन्देह से परिपूर्ण। ~ जार्ज बर्नार्ड शा | * संसार मे समस्या यह है कि मूढ लोग अत्यन्त सन्देहरहित होते है और बुद्धिमान सन्देह से परिपूर्ण। ~ जार्ज बर्नार्ड शा | ||
* आप कुछ देखते हैं; तो कहते हैं, "क्यों?", लेकिन मैं असंभव से सपने देखता हूँ और कहता हूँ, "क्यों नहीं?" ~ जॉर्ज बर्नार्ड शॉ | * आप कुछ देखते हैं; तो कहते हैं, "क्यों?", लेकिन मैं असंभव से सपने देखता हूँ और कहता हूँ, "क्यों नहीं?" ~ जॉर्ज बर्नार्ड शॉ | ||
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* ईमानदारी से बड़ी कोई विरासत नहीं है। ~ विलियम शेक्सपियर | * ईमानदारी से बड़ी कोई विरासत नहीं है। ~ विलियम शेक्सपियर | ||
* अपेक्षा ही मनोव्यथा का मूल है। ~ विलियम शेक्सपियर | * अपेक्षा ही मनोव्यथा का मूल है। ~ विलियम शेक्सपियर | ||
* सभी से प्रेम करें, कुछ पर विश्वास करें और किसी के साथ भी | * सभी से प्रेम करें, कुछ पर विश्वास करें और किसी के साथ भी ग़लत न करें। ~ विलियम शेक्सपियर | ||
* जिस श्रम से हमें आनन्द प्राप्त होता है, वह हमारी व्याधियों के लिए अमृत, तुल्य है, हमारी वेदना की निवृत्ित है। ~ शेक्सपीयर | * जिस श्रम से हमें आनन्द प्राप्त होता है, वह हमारी व्याधियों के लिए अमृत, तुल्य है, हमारी वेदना की निवृत्ित है। ~ शेक्सपीयर | ||
* जिस पर तुम्हारा वश नहीं, उसके लिये दुख करना बंद कर दो। ~ शेक्सपियर | * जिस पर तुम्हारा वश नहीं, उसके लिये दुख करना बंद कर दो। ~ शेक्सपियर | ||
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==मार्क ट्वेन (Mark Twain) (1835 - 1910)== | ==मार्क ट्वेन (Mark Twain) (1835 - 1910)== | ||
[[चित्र:Mark Twain.jpg|मार्क ट्वेन (Mark Twain)|thumb|150px]] | [[चित्र:Mark Twain.jpg|मार्क ट्वेन (Mark Twain)|thumb|150px]] | ||
* स्वास्थ्य के संबंध में, पुस्तकों पर भरोसा न करें। छपाई की एक | * स्वास्थ्य के संबंध में, पुस्तकों पर भरोसा न करें। छपाई की एक ग़लती जानलेवा भी हो सकती है। ~ मार्क ट्वेन | ||
* अगर आप सच बोलते हैं, तो आप को ज़्यादा कुछ याद रखने की ज़रूरत नहीं। ~ मार्क ट्वेन | * अगर आप सच बोलते हैं, तो आप को ज़्यादा कुछ याद रखने की ज़रूरत नहीं। ~ मार्क ट्वेन | ||
* उन लोगों से दूर रहें जो आप आपकी महत्वकांक्षाओं को तुच्छ बनाने का प्रयास करते हैं। छोटे लोग हमेशा ऐसा करते हैं, लेकिन महान लोग आपको इस बात की अनुभूति करवाते हैं कि आप भी वास्तव में महान बन सकते हैं। ~ मार्क ट्वेन | * उन लोगों से दूर रहें जो आप आपकी महत्वकांक्षाओं को तुच्छ बनाने का प्रयास करते हैं। छोटे लोग हमेशा ऐसा करते हैं, लेकिन महान लोग आपको इस बात की अनुभूति करवाते हैं कि आप भी वास्तव में महान बन सकते हैं। ~ मार्क ट्वेन | ||
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==अलबर्ट हबर्ड (Elbert Hubbard) (1856 - 1915)== | ==अलबर्ट हबर्ड (Elbert Hubbard) (1856 - 1915)== | ||
[[चित्र:Elbert Hubbard.jpg|अलबर्ट हबर्ड (Elbert Hubbard)|thumb|150px]] | [[चित्र:Elbert Hubbard.jpg|अलबर्ट हबर्ड (Elbert Hubbard)|thumb|150px]] | ||
* | * ग़लती करने में कोई ग़लती नहीं है। ग़लती करने से डरना सबसे बडी ग़लती है। ~ एल्बर्ट हब्बार्ड | ||
* स्पष्टीकरण से बचें। मित्रों को इसकी आवश्यकता नहीं; शत्रु इस पर विश्वास नहीं करेंगे। ~ अलबर्ट हबर्ड | * स्पष्टीकरण से बचें। मित्रों को इसकी आवश्यकता नहीं; शत्रु इस पर विश्वास नहीं करेंगे। ~ अलबर्ट हबर्ड | ||
* कभी भी सफाई नहीं दें। आपके दोस्तों को इसकी आवश्यकता नहीं है और आपके दुश्मनों को विश्वास ही नहीं होगा। ~ अलबर्ट हब्बार्ड | * कभी भी सफाई नहीं दें। आपके दोस्तों को इसकी आवश्यकता नहीं है और आपके दुश्मनों को विश्वास ही नहीं होगा। ~ अलबर्ट हब्बार्ड | ||
* यदि आपके पास स्वास्थ्य है तो संभवतः आप प्रसन्न होंगे, और यदि आपके पास स्वास्थ्य और प्रसन्नता दोनों हैं, तो आपके पास अपनी आवश्यकता के अनुसार समस्त सम्पदा होगी फिर चाहे आप इसे न भी चाहते हों। ~ एल्बर्ट हुब्बार्ड | * यदि आपके पास स्वास्थ्य है तो संभवतः आप प्रसन्न होंगे, और यदि आपके पास स्वास्थ्य और प्रसन्नता दोनों हैं, तो आपके पास अपनी आवश्यकता के अनुसार समस्त सम्पदा होगी फिर चाहे आप इसे न भी चाहते हों। ~ एल्बर्ट हुब्बार्ड | ||
* जब हम कठिन कार्यों को चुनौती के रुप में स्वीकार करते हैं और उन्हें खुशी और उत्साह से निष्पादित करते हैं, तो चमत्कार हो सकते हैं। ~ अल्बर्ट गिल्बर्ट | * जब हम कठिन कार्यों को चुनौती के रुप में स्वीकार करते हैं और उन्हें खुशी और उत्साह से निष्पादित करते हैं, तो चमत्कार हो सकते हैं। ~ अल्बर्ट गिल्बर्ट | ||
* आप इस जीवन में सबसे बड़ी | * आप इस जीवन में सबसे बड़ी ग़लती यह कर सकते हैं कि आप निरन्तर इस बात को लेकर डरते रहें कि आप कोई ग़लती कर देंगे। ~ एल्बर्ट हुब्बार्ड | ||
* असफलता की उत्पत्ति तभी होती है जब आप प्रयास करना बन्द कर देते हैं। ~ एल्बर्ट हब्बार्ड | * असफलता की उत्पत्ति तभी होती है जब आप प्रयास करना बन्द कर देते हैं। ~ एल्बर्ट हब्बार्ड | ||
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* अज्ञानी आदमी के लिये खामोशी से बढ़कर कोई चीज़ नहीं, और अगर उसमें यह समझने की बुद्धि है तो वह अज्ञानी नहीं रहेगा। ~ शेखी सादी | * अज्ञानी आदमी के लिये खामोशी से बढ़कर कोई चीज़ नहीं, और अगर उसमें यह समझने की बुद्धि है तो वह अज्ञानी नहीं रहेगा। ~ शेखी सादी | ||
* वाणी मधुर हो तो सब कुछ वश में हो जाता है, अन्यथा सब शत्रु बन जाते हैं। ~ शेख सादी | * वाणी मधुर हो तो सब कुछ वश में हो जाता है, अन्यथा सब शत्रु बन जाते हैं। ~ शेख सादी | ||
* वह आदमी वास्तव में बुद्धिमान है जो क्रोध में भी | * वह आदमी वास्तव में बुद्धिमान है जो क्रोध में भी ग़लत बात मुंह से नहीं निकालता। ~ शेख सादी | ||
* लोभी को पूरा संसार मिल जाए तो भी वह, भूखा रहता है, लेकिन संतोषी का पेट, एक रोटी से ही भर जाता है। ~ शेख सादी | * लोभी को पूरा संसार मिल जाए तो भी वह, भूखा रहता है, लेकिन संतोषी का पेट, एक रोटी से ही भर जाता है। ~ शेख सादी | ||
* ग़रीबों के समान विनम्र अमीर और अमीरों के समान उदार ग़रीब ईश्वर के प्रिय पात्र होते हैं। ~ शेख़ सादी | * ग़रीबों के समान विनम्र अमीर और अमीरों के समान उदार ग़रीब ईश्वर के प्रिय पात्र होते हैं। ~ शेख़ सादी | ||
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* विनम्र तो सबके साथ रहें, लेकिन घनिष्ठ कुछ एक के साथ ही। ~ थॉमस जैफरसन | * विनम्र तो सबके साथ रहें, लेकिन घनिष्ठ कुछ एक के साथ ही। ~ थॉमस जैफरसन | ||
* बुद्धिमत्ता की पुस्तक में ईमानदारी पहला अध्याय है। ~ थॉमस जैफर्सन | * बुद्धिमत्ता की पुस्तक में ईमानदारी पहला अध्याय है। ~ थॉमस जैफर्सन | ||
* | * ग़लती करने की बजाय देर करना कहीं अधिक अच्छा होता है। ~ थॉमस जैफरसन | ||
==फ़ोर्ब्स (Malcolm S. Forbes (1919 - 1990)== | ==फ़ोर्ब्स (Malcolm S. Forbes (1919 - 1990)== | ||
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==गेटे== | ==गेटे== | ||
* जब कोई व्यक्ति ठीक काम करता है, तो उसे पता तक नहीं चलता कि वह क्या कर रहा है पर | * जब कोई व्यक्ति ठीक काम करता है, तो उसे पता तक नहीं चलता कि वह क्या कर रहा है पर ग़लत काम करते समय उसे हर क्षण यह ख्याल रहता है कि वह जो कर रहा है, वह ग़लत है। ~ गेटे | ||
* इस संसार में सबसे सुखी वही व्यक्ति है जो अपने घर में शांति पाता है। ~ गेटे | * इस संसार में सबसे सुखी वही व्यक्ति है जो अपने घर में शांति पाता है। ~ गेटे | ||
* सबसे अच्छी सरकार वही है जो हमें स्वयं अपने ऊपर शासन करना सिखाती है। ~ गेटे | * सबसे अच्छी सरकार वही है जो हमें स्वयं अपने ऊपर शासन करना सिखाती है। ~ गेटे | ||
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[[चित्र:Plutarch.gif|प्लूटार्क (Plutarch)|thumb|150px]] | [[चित्र:Plutarch.gif|प्लूटार्क (Plutarch)|thumb|150px]] | ||
* वह व्यक्ति अच्छा कार्य निष्पादन करता है जो परिस्थितियों का ठीक से सामना करता है। ~ प्लुटार्च | * वह व्यक्ति अच्छा कार्य निष्पादन करता है जो परिस्थितियों का ठीक से सामना करता है। ~ प्लुटार्च | ||
* कोई | * कोई ग़लती न करना मनुष्य के बूते की बात नहीं है, लेकिन अपनी त्रुटियों और ग़लतियों से समझदार व्यक्ति भविष्य के लिए बुद्धिमत्ता अवश्य सीख लेते हैं। ~ प्लूटार्क | ||
* मुझे ऐसे मित्र की आवश्यकता नहीं जो मेरे साथ-साथ बदले और मेरी हां में हां भरे; ऐसा तो मेरी परछाई कहीं बेहतर कर लेती है। ~ प्लूटार्क | * मुझे ऐसे मित्र की आवश्यकता नहीं जो मेरे साथ-साथ बदले और मेरी हां में हां भरे; ऐसा तो मेरी परछाई कहीं बेहतर कर लेती है। ~ प्लूटार्क | ||
* क्रोध बुद्धि को घर से बाहर, निकाल देता है और दरवाजे पर, चटकनी लगा देता है। ~ प्लूटार्क | * क्रोध बुद्धि को घर से बाहर, निकाल देता है और दरवाजे पर, चटकनी लगा देता है। ~ प्लूटार्क | ||
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* हो सकता है कि मैं आपके विचारों से सहमत न हो पाऊँ, परन्तु विचार प्रकट करने के आपके अधिकार की रक्षा करूँगा। ~ वाल्तेयर | * हो सकता है कि मैं आपके विचारों से सहमत न हो पाऊँ, परन्तु विचार प्रकट करने के आपके अधिकार की रक्षा करूँगा। ~ वाल्तेयर | ||
* किसी निर्दोष को दंडित करने से बेहतर है एक दोषी व्यक्ति को बख़्श देने का जोख़िम उठाना। ~ वाल्तेयर (1694 - 1778) | * किसी निर्दोष को दंडित करने से बेहतर है एक दोषी व्यक्ति को बख़्श देने का जोख़िम उठाना। ~ वाल्तेयर (1694 - 1778) | ||
* सत्य से प्यार करें और | * सत्य से प्यार करें और ग़लती को क्षमा कर दें। ~ वोल्टेयर | ||
==जिम रॉन== | ==जिम रॉन== | ||
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* हम सभी रोज़ कुछ-न-कुछ सीखते हैं। और ज़्यादातर हम यही सीखते हैं कि पिछले दिन हमने जो सीखा था वह | * हम सभी रोज़ कुछ-न-कुछ सीखते हैं। और ज़्यादातर हम यही सीखते हैं कि पिछले दिन हमने जो सीखा था वह ग़लत था। ~ बिल वौगेन | ||
* आकार का इतना अधिक महत्व नहीं होता है, व्हेल मछली का अस्तित्व खतरे में है जबकि चींटी एक सहज जीवन जी रही है। ~ बिल वाघन | * आकार का इतना अधिक महत्व नहीं होता है, व्हेल मछली का अस्तित्व खतरे में है जबकि चींटी एक सहज जीवन जी रही है। ~ बिल वाघन | ||
14:18, 1 अक्टूबर 2012 का अवतरण
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इन्हें भी देखें: अनमोल वचन 1, अनमोल वचन 2, अनमोल वचन 3, अनमोल वचन 4, अनमोल वचन 5, अनमोल वचन 6, अनमोल वचन 8, कहावत लोकोक्ति मुहावरे एवं सूक्ति और कहावत
अनमोल वचन |
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