आत्मविश्वास (सूक्तियाँ)
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क्रमांक | सूक्तियाँ | सूक्ति कर्ता |
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(1) | आत्मविश्वास किसी भी कार्य के लिए आवश्यक तत्व है। क्योंकि एक बड़ी खाई को दो छोटी छलांगों में पार नहीं किया जा सकता। | अज्ञात |
(2) | आत्मविश्वास के साथ आप गगन चूम सकते हैं और आत्मविश्वास के बिना मामूली सी उपलिब्धयां भी पकड़ से परे हैं। | जिम लोहर |
(3) | पेड़ की शाखा पर बैठा पंछी कभी भी इसलिए नहीं डरता कि डाल हिल रही है, क्योंकि पंछी डाली में नहीं अपने पंखों पर भरोसा करता है। | |
(4) | आत्मविश्वास हमारे उत्साह को जगाकर हमें जीवन में महान उपलब्धियों के मार्ग पर ले जाता है। | |
(5) | अनुभूतियों के सरोवर में, आत्म-विश्वास के कमाल खिलते हैं। | अमृतलाल नागर |
(6) | आत्मविश्वासी व्यक्ति अपने कार्य को पूरा करके ही छोड़ता है। | स्वेट मार्डेन |
(7) | आत्मविश्वास वह संबल है, जो रास्ते की हर बाधा को धराशायी कर सकता है। | |
(8) | आत्मविश्वास, वीरता का सार है। | एमर्सन |
(9) | आत्मविश्वास, सफलता का मुख्य रहस्य है। | एमर्शन |
(10) | आत्मविश्वा बढाने की यह रीति है कि वह का करो जिसको करते हुए डरते हो। | डेल कार्नेगी |
(11) | हास्यवृति, आत्मविश्वास (आने) से आती है। | रीता माई ब्राउन |
(12) | मुस्कराओ, क्योकि हर किसी में आत्म्विश्वास की कमी होती है, और किसी दूसरी चीज़ की अपेक्षा मुस्कान उनको ज़्यादा आश्वस्त करती है। | एन्ड्री मौरोइस |
(13) | करने का कौशल आपके करने से ही आता है। | |
(14) | यह आत्मविश्वास रखो को तुम पृथ्वी के सबसे आवश्यक मनुष्य हो। | गोर्की |
(15) | जिसमे आत्मविश्वास नहीं उसमे अन्य चीजों के प्रति विश्वास कैसे उत्पन्न हो सकता ही। | विवेकानंद |
(16) | आत्मविश्वास, आत्मज्ञान और आत्मसंयम केवल यही तीन जीवन को परम शांति सम्पन्न बना देते हैं। | टेनीसन |
(17) | जिसने अपने को वश में कर लिया है, उसकी जीत को देवता भी हार में नहीं बदल सकते। | महात्मा बुद्ध |
(18) | मनुष्य अपनी क्षमताओं की कभी कदर नहीं करता, वह हमेश उस चीज की आस लगाये रहता है जो उसके पास नहीं है। | हेलेन कलर की किताब 'स्टोरी आफ लाइफ़' |
(19) | जिस व्यक्ति में सफलता के लिए आशा और आत्मविश्वास है, वही व्यक्ति उच्च शिखर पर पहुंचते हैं। | |
(20) | आत्मविश्वास सफलता का प्रमुख रहस्य है। | इमर्सन |
(21) | आत्मविश्वासी कभी हारता नहीं, कभी थकता नहीं, कभी गिरता नहीं और कभी मरता नहीं। | |
(22) | जब तक आत्मविश्वास रूपी सेनापति आगे नहीं बढ़ता तब तक सब शक्तियाँ चुपचाप खड़ी उसका मुँह ताकती रहती हैं। | |
(23) | दृढ़ आत्मविश्वास ही सफलता की एकमात्र कुंजी है। | |
(24) | धर्म परमेश्वर कि कल्पना कर मनुष्य को दुर्बल बना देता है, उसमे आत्मविश्वास उत्पन्न नहीं होने देता और उसकी स्वतंत्रता का अपरहण करता है। | नरेन्द्र देव |
(25) | धैर्यवान मनुष्य आत्मविश्वास की नौका पर सवार होकर आपत्ति की नदियों को सफलतापूर्वक पार कर जाते हैं। | भर्तृहरि |
(26) | आत्मविश्वास सरीखा दूसरा कोई मित्र नहीं। यही हमारी उन्नति में सबसे बड़ा सहयक होता है। | स्वामी विवेकानंद |
(27) | जिस मनुष्य में आत्मविश्वास नहीं है वह शक्तिमान हो कर भी कायर है और पंडित होकर भी मूर्ख है। | पं. रामप्रताप त्रिपाठी |
(28) | ज्ञान की अपेक्षा अज्ञान ज़्यादा आत्मविश्वास पैदा करता है। | चार्ल्स डार्विन |
(29) | यदि आप में आत्मविश्वास नहीं है तो आप हमेशा न जीतने का बहाना खोज लेंगे। | कार्ल लेविस |
(30) | आत्मविश्वास बढाने की यह रीति है कि वह का करो जिसको करते हुए डरते हो। | डेल कार्नेगी |
(31) | आत्मविश्वास के साथ आप गगन चूम सकते हैं, और आत्मविश्वास के बिना मामूली सी उपलब्धियां भी आपकी पकड़ से परे हैं। | जिम लोहर |
(32) | सबसे पहले आत्मविश्वास करना सीखो। आत्मविश्वास सरीखा दूसरा कोई मित्र नहीं। आत्मविश्वास ही भावी उन्नति की सीढ़ी है। | स्वामी विवेकानंद |
(33) | आत्मविश्वास बढ़ाने का तरीका यह है कि तुम वह काम करो जिसे तुम करते हुए डरते हो। इस प्रकार ज्यों-ज्यों तुम्हें सफलता मिलती जाएगी तुम्हारा आत्मविश्वास बढ़ता जाएगा। | डेल कारनेगी |
(34) | जो मनुष्य आत्मविश्वास से सुरक्षित है वह उन चिंताओं और आशंकाओं से मुक्त रहता है जिनसे दूसरे आदमी दबे रहते हैं। | स्वेट मार्डेन |
(35) | आत्मविश्वास, आत्मज्ञान और आत्मसंयम-केवल यही तीन जीवन को परमसंपन्न बना देते हैं। | टेनीसन |
(36) | जवानी जोश है, बल है, साहस है, दया है, आत्मविश्वास है, गौरव है और वह सब कुछ है जो जीवन को पवित्र, उज्ज्वल और पूर्ण बना देता है। | प्रेमचन्द |
(37) | सबसे पहले आत्मविश्वास करना सीखो। आत्मविश्वास सरीखा दूसरा कोई मित्र नहीं। आत्मविश्वास ही भावी उन्नति की सीढ़ी है। | स्वामी विवेकानंद |
(38) | प्रवीणता और आत्मविश्वास अविजित सेनाएं हैं। | जॉर्ज हरबर्ट |
(39) | विकास के लिए यूं तो कई चीजें जरूरी होती हैं, लेकिन कठिनाई और विरोध वह देसी मिट्टी है जिसमें पराक्रम और आत्मविश्वास का विकास होता है। | जॉन नेल |
(40) | प्रवीणता और आत्मविश्वास अविजित सेनाएं हैं। | जॉर्ज हरबर्ट |
(41) | आत्मविश्वास सरीखा दूसरा मित्र नहीं। आत्मविश्वास ही भावी उन्नति की प्रथम सीढ़ी है। | विवेकानंद |
(42) | जब मनुष्य स्वयं आत्मविश्वास खो बैठता है तो उसके पतन का सिरा खोजने से भी नहीं मिलता। | अज्ञात |
(43) | प्रवीणता और आत्मविश्वास - जीवन संग्राम में यही दोनों अविजित सेनाएं हैं। | जॉर्ज हरबर्ट |
टीका टिप्पणी और संदर्भ
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