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बोरी वन्‍य जीवन अभयारण्‍य [[मध्य प्रदेश]] के [[होशंगाबाद]] ज़िले में स्थित है। यह 518 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्रफल में फैले सबसे पुराने आरक्षित वनों में से एक है। यह वन्‍य जीवन अभयारण्‍य [[सतपुड़ा पर्वतश्रेणी]] के उत्तरी सिरे पर स्थित है।
 
बोरी वन्‍य जीवन अभयारण्‍य [[मध्य प्रदेश]] के [[होशंगाबाद]] ज़िले में स्थित है। यह 518 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्रफल में फैले सबसे पुराने आरक्षित वनों में से एक है। यह वन्‍य जीवन अभयारण्‍य [[सतपुड़ा पर्वतश्रेणी]] के उत्तरी सिरे पर स्थित है।
  
इस अभयारण्‍य में अधिकाशंत: सूखे पतझड़ी वन पाए जाते हैं, जिसमें टीक, धाओरा, बांस, [[तेंदुआ|तेंदु]] मुख्‍य रूप से पाए जाते हैं यहां ऐसी अनेक झाडियां और लताएं हैं जिन्‍होंने इस आरक्षित वन की सुंदरता को बढ़ा दिया है। इस अभयारण्‍य के विभिन्‍न पेड़ पौधे अनेक जीव जंतुओं का आश्रय है जैसे [[बाघ]], [[चीता]], हाइना, [[भेड़िया|भेडिए]], जंगली कुत्ते और भारतीय लोमड़ी, चीतल एक्सिस, सांभर, नील गाय, चिंकारा, गेज़ल, जंगली बिल्‍ली और चार सींग वाले एंटीलॉप, इन सभी को प्राकृतिक अधिवास में घूमते हुए देखा जा सकता है।
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इस अभयारण्‍य में अधिकाशंत: सूखे पतझड़ी वन पाए जाते हैं, जिसमें टीक, धाओरा, बांस, [[तेंदुआ|तेंदु]] मुख्‍य रूप से पाए जाते हैं यहां ऐसी अनेक झाडियां और लताएं हैं जिन्‍होंने इस आरक्षित वन की सुंदरता को बढ़ा दिया है। इस अभयारण्‍य के विभिन्‍न पेड़ पौधे अनेक जीव जंतुओं का आश्रय है जैसे [[बाघ]], [[चीता]], हाइना, [[भेड़िया|भेडिए]], जंगली कुत्ते और भारतीय लोमड़ी, चीतल एक्सिस, सांभर, नील गाय, [[चिंकारा]], गेज़ल, जंगली बिल्‍ली और चार सींग वाले एंटीलॉप, इन सभी को प्राकृतिक अधिवास में घूमते हुए देखा जा सकता है।
  
 
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07:24, 1 जुलाई 2014 के समय का अवतरण

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बोरी वन्‍य जीवन अभयारण्‍य मध्य प्रदेश के होशंगाबाद ज़िले में स्थित है। यह 518 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्रफल में फैले सबसे पुराने आरक्षित वनों में से एक है। यह वन्‍य जीवन अभयारण्‍य सतपुड़ा पर्वतश्रेणी के उत्तरी सिरे पर स्थित है।

इस अभयारण्‍य में अधिकाशंत: सूखे पतझड़ी वन पाए जाते हैं, जिसमें टीक, धाओरा, बांस, तेंदु मुख्‍य रूप से पाए जाते हैं यहां ऐसी अनेक झाडियां और लताएं हैं जिन्‍होंने इस आरक्षित वन की सुंदरता को बढ़ा दिया है। इस अभयारण्‍य के विभिन्‍न पेड़ पौधे अनेक जीव जंतुओं का आश्रय है जैसे बाघ, चीता, हाइना, भेडिए, जंगली कुत्ते और भारतीय लोमड़ी, चीतल एक्सिस, सांभर, नील गाय, चिंकारा, गेज़ल, जंगली बिल्‍ली और चार सींग वाले एंटीलॉप, इन सभी को प्राकृतिक अधिवास में घूमते हुए देखा जा सकता है।


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