"आग्नेय अस्त्र": अवतरणों में अंतर
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यह विस्फोटक [[बाण अस्त्र|बाण]] है। यह [[जल]] के समान [[अग्निदेव|अग्नि]] बरसाकर सब कुछ भस्मीभूत कर देता है। इसका प्रतिकार [[पर्जन्य अस्त्र|पर्जन्य]] है। ये वे आयुध जो मन्त्रों से चलाये जाते हैं- ये दैवी हैं। प्रत्येक शस्त्र पर भिन्न-भिन्न देव या देवी का अधिकार होता है और मन्त्र-तन्त्र के द्वारा उसका संचालन होता है। वस्तुत: इन्हें दिव्य तथा मान्त्रिक-अस्त्र कहते हैं। | यह विस्फोटक [[बाण अस्त्र|बाण]] है। यह [[जल]] के समान [[अग्निदेव|अग्नि]] बरसाकर सब कुछ भस्मीभूत कर देता है। इसका प्रतिकार [[पर्जन्य अस्त्र|पर्जन्य]] है। ये वे आयुध जो मन्त्रों से चलाये जाते हैं- ये दैवी हैं। प्रत्येक शस्त्र पर भिन्न-भिन्न देव या देवी का अधिकार होता है और मन्त्र-तन्त्र के द्वारा उसका संचालन होता है। वस्तुत: इन्हें दिव्य तथा मान्त्रिक-अस्त्र कहते हैं। | ||
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11:02, 19 अप्रैल 2011 का अवतरण
आग्नेय अस्त्र
यह विस्फोटक बाण है। यह जल के समान अग्नि बरसाकर सब कुछ भस्मीभूत कर देता है। इसका प्रतिकार पर्जन्य है। ये वे आयुध जो मन्त्रों से चलाये जाते हैं- ये दैवी हैं। प्रत्येक शस्त्र पर भिन्न-भिन्न देव या देवी का अधिकार होता है और मन्त्र-तन्त्र के द्वारा उसका संचालन होता है। वस्तुत: इन्हें दिव्य तथा मान्त्रिक-अस्त्र कहते हैं।
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