वैष्णव नारायणास्त्र
भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
शिल्पी गोयल (वार्ता | योगदान) द्वारा परिवर्तित 11:54, 26 अप्रैल 2011 का अवतरण
वैष्णव नारायणास्त्र पाशुपत के समान विकराल अस्त्र है। इस नारायण-अस्त्र का कोई प्रतिकार ही नहीं है। यह बाण चलाने पर अखिल विश्व में कोई शक्ति इसका मुक़ाबला नहीं कर सकती। इसका केवल एक ही प्रतिकार है और वह यह है कि शत्रु अस्त्र छोड़कर नम्रतापूर्वक अपने को अर्पित कर दे। कहीं भी हो, यह बाण वहाँ जाकर ही भेद करता है। इस बाण के सामने झुक जाने पर यह अपना प्रभाव नहीं करता।
|
|
|
|
|
संबंधित लेख
|