"रँग गई पग-पग धन्य धरा -सूर्यकान्त त्रिपाठी निराला" के अवतरणों में अंतर
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हुई जग जगमग मनोहरा । | हुई जग जगमग मनोहरा । | ||
− | वर्ण गन्ध धर, मधु | + | वर्ण गन्ध धर, मधु मकरन्द भर, |
तरु-उर की अरुणिमा तरुणतर | तरु-उर की अरुणिमा तरुणतर | ||
खुली रूप - कलियों में पर भर | खुली रूप - कलियों में पर भर |
10:04, 25 अगस्त 2011 का अवतरण
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रँग गई पग-पग धन्य धरा,--- |
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