"धार मैं धाय धँसी निरधार -देव" के अवतरणों में अंतर

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
यहाँ जाएँ:भ्रमण, खोजें
('{{पुनरीक्षण}} {| style="background:transparent; float:right" |- | {{सूचना बक्सा कविता |...' के साथ नया पन्ना बनाया)
 
छो (धार मैँ धाय धँसी निरधार ह्वै जाय फँसी उकसी न अँधेरी -देव का नाम बदलकर [[धार मैं धाय धँसी निरधार -द...)
(कोई अंतर नहीं)

14:32, 13 नवम्बर 2011 का अवतरण

Icon-edit.gif इस लेख का पुनरीक्षण एवं सम्पादन होना आवश्यक है। आप इसमें सहायता कर सकते हैं। "सुझाव"
धार मैं धाय धँसी निरधार -देव
उपलब्ध नहीं है
कवि देव
जन्म सन 1673 (संवत- 1730)
मृत्यु सन 1768 (संवत- 1825)
मुख्य रचनाएँ भाव-विलास, भवानी-विलास, कुशल-विलास, रस-विलास, प्रेम-चंद्रिका, सुजान-मणि, सुजान-विनोद, सुख-सागर
इन्हें भी देखें कवि सूची, साहित्यकार सूची
देव की रचनाएँ

धार मैँ धाय धँसी निरधार ह्वै जाय फँसी उकसी न अँधेरी ।
री अँगराय गिरी गहिरी गहि फेरे फिरीँ न घिरीँ नही घेरी ।
देव कछू अपनो बसु ना रस लालच लाल चितै भईँ चेरी ।
बेगि ही बूड़ि गई पँखियाँ अँखियाँ मधु की मखियाँ भई मेरी ।

टीका टिप्पणी और संदर्भ

संबंधित लेख