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* इनका मत है कि आज के युग में भावों की तीव्रता को संक्षेप में व्यक्त करने में नवगीत पूर्णतया सक्षम है। | * इनका मत है कि आज के युग में भावों की तीव्रता को संक्षेप में व्यक्त करने में नवगीत पूर्णतया सक्षम है। | ||
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11:09, 18 मार्च 2014 का अवतरण
उमाकांत मालवीय
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पूरा नाम | उमाकांत मालवीय |
जन्म | 2 अगस्त, 1931 |
जन्म भूमि | मुंबई, महाराष्ट्र |
मृत्यु | 11 नवम्बर, 1982 |
मृत्यु स्थान | इलाहाबाद, उत्तर प्रदेश |
कर्म-क्षेत्र | कवि एवं गीतकार |
मुख्य रचनाएँ | 'मेहंदी और महावर', 'देवकी', 'रक्तपथ', 'एक चावल नेह रींधा', 'सुबह रक्तपलाश की' |
भाषा | हिंदी |
नागरिकता | भारतीय |
अन्य जानकारी | ‘नवगीत’ आंदोलन के वे एक प्रमुख उन्नायक थे। कई कवि सम्मेलनों में उनके ‘नवगीतों’ ने बड़ी धूम मचा दी थी। |
इन्हें भी देखें | कवि सूची, साहित्यकार सूची |
उमाकांत मालवीय (अंग्रेज़ी: Umakant Malviya, जन्म: 2 अगस्त, 1931 - मृत्यु: 11 नवम्बर, 1982) भारत के प्रतिष्टित हिंदी कवि एवं गीतकार थे।
संक्षिप्त परिचय
- उमाकांत मालवीय का जन्म 2 अगस्त 1931 को मुंबई में हुआ उनका निधन 11 नवम्बर 1982 को इलाहाबाद में हुआ।
- उमाकांत मालवीय की शिक्षा प्रयाग विश्वविद्यालय में हुई।
- इन्होंने कविता के अतिरिक्त खण्डकाव्य, निबंध तथा बालोपयोगी पुस्तकें भी लिखी हैं।
- काव्य-क्षेत्र में मालवीय जी ने नवगीत विधा को अपनाया।
- ‘नवगीत’ आंदोलन के वे एक प्रमुख उन्नायक थे।
- इनका मत है कि आज के युग में भावों की तीव्रता को संक्षेप में व्यक्त करने में नवगीत पूर्णतया सक्षम है।
- कई कवि सम्मेलनों में उनके ‘नवगीतों’ ने बड़ी धूम मचा दी थी।
- इन्होंने प्रयोगवाद और गीत-विद्या के समन्वय का प्रयत्न किया, जो एक ऐतिहासिक महत्व का कार्य था। उन पर एक स्मारिका भी निकाली है।
मुख्य कविता-संग्रह
- `मेहंदी और महावर'
- `देवकी'
- `रक्तपथ'
- 'एक चावल नेह रींधा'
- 'सुबह रक्तपलाश की'
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
बाहरी कड़ियाँ
संबंधित लेख