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*शठरिपु को 'शठकोप' भी कहते हैं।
 
*शठरिपु को 'शठकोप' भी कहते हैं।
 
*इनके शिष्य 'मधुर' कवि का जन्म शठरिपु के जन्म स्थान के पास ही हुआ था।
 
*इनके शिष्य 'मधुर' कवि का जन्म शठरिपु के जन्म स्थान के पास ही हुआ था।
*विशिष्टाद्वैत सम्प्रदाय के आचार्यों की परम्परा में शठरिपु स्वामी आदरपूर्वक गिने जाते हैं।
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*[[विशिष्टाद्वैत दर्शन|विशिष्टाद्वैत]] सम्प्रदाय के आचार्यों की परम्परा में शठरिपु स्वामी आदरपूर्वक गिने जाते हैं।
  
 
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07:22, 9 जुलाई 2014 के समय का अवतरण

शठरिपु दक्षिण भारत के प्रसिद्ध संतों में से एक थे। दक्षिण भारत के अलवार संत अपनी प्रेमा भक्ति के लिए प्रसिद्ध है। इन्हीं में शठरिपु की गणना भी होती है।

  • कलि के आरम्भ में पाण्ड्य देश की करुकापुरी में शठरिपु का जन्म हुआ था।
  • शठरिपु को 'शठकोप' भी कहते हैं।
  • इनके शिष्य 'मधुर' कवि का जन्म शठरिपु के जन्म स्थान के पास ही हुआ था।
  • विशिष्टाद्वैत सम्प्रदाय के आचार्यों की परम्परा में शठरिपु स्वामी आदरपूर्वक गिने जाते हैं।


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टीका टिप्पणी और संदर्भ

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