जब यार देखा नैन भर -अमीर ख़ुसरो
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कवि
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अमीर ख़ुसरो
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जन्म
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1253 ई.
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जन्म स्थान
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एटा, उत्तर प्रदेश
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मृत्यु
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1325 ई.
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मुख्य रचनाएँ
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मसनवी किरानुससादैन, मल्लोल अनवर, शिरीन ख़ुसरो, मजनू लैला, आईना-ए-सिकन्दरी, हश्त विहिश
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इन्हें भी देखें
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कवि सूची, साहित्यकार सूची
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जब यार देखा नैन भर दिल की गई चिंता उतर
ऐसा नहीं कोई अजब राखे उसे समझाए कर।
जब आँख से ओझल भया, तड़पन लगा मेरा जिया
हक्का इलाही क्या किया, आँसू चले भर लाय कर।
तू तो हमारा यार है, तुझ पर हमारा प्यार है
तुझ दोस्ती बिसियार है एक शब मिली तुम आय कर।
जाना तलब तेरी करूँ दीगर तलब किसकी करूँ
तेरी जो चिंता दिल धरूँ, एक दिन मिलो तुम आय कर।
मेरी जो मन तुमने लिया, तुम उठा गम को दिया
तुमने मुझे ऐसा किया, जैसा पतंगा आग पर।
खुसरो कहै बातों ग़ज़ब, दिल में न लावे कुछ अजब
कुदरत खुदा की है अजब, जब जिव दिया गुल लाय कर।
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