मोहिबो निछोहिबो सनेह में तो नयो नाहिं -रहीम

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मोहिबो निछोहिबो सनेह में तो नयो नाहिं -रहीम
रहीम
कवि रहीम
जन्म 17 दिसम्बर 1556 ई.
मृत्यु 1627 ई.
मुख्य रचनाएँ रहीम रत्नावली, रहीम विलास, रहिमन विनोद, रहीम 'कवितावली, रहिमन चंद्रिका, रहिमन शतक
इन्हें भी देखें कवि सूची, साहित्यकार सूची
रहीम की रचनाएँ

मोहिबो निछोहिबो सनेह में तो नयो नाहिं,
भले ही निठुर भये, काहे को लजाइये।
तन मन रावरे सो मतों के मगन हेतु,
उचरि गये ते कहा तुम्हें खोरि लाइये॥
चित लाग्यो जित, जैहै तितही ’रहीम’ नित,
धाधवे के हित इत एक बार आइये।
जान हुरसी उर बसी है तिहारे उर,
मोसों प्रीति बसी तऊ हँसी न कराइये॥

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