"सूरत दीनानाथ से लगी तू तो समझ सुहागण सुरता नार -मीरां" के अवतरणों में अंतर
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सुरत<ref>सूरत, लय</ref> चली जहां मैं चली री, कृष्ण नाम झणकार। | सुरत<ref>सूरत, लय</ref> चली जहां मैं चली री, कृष्ण नाम झणकार। | ||
− | अविनासी की पोल<ref> | + | अविनासी की पोल<ref>दरवाज़ा</ref> मरजी मीरा करै छै पुकार॥ |
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14:27, 31 जुलाई 2014 के समय का अवतरण
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राग नीलांबरी |