"जो तुम तोडो पियो मैं नही तोडू -मीरां" के अवतरणों में अंतर
भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
('{{पुनरीक्षण}} {| style="background:transparent; float:right" |- | {{सूचना बक्सा कविता |...' के साथ नया पन्ना बनाया) |
व्यवस्थापन (चर्चा | योगदान) छो (Text replace - "४" to "4") |
||
(इसी सदस्य द्वारा किये गये बीच के 4 अवतरण नहीं दर्शाए गए) | |||
पंक्ति 32: | पंक्ति 32: | ||
{{Poemopen}} | {{Poemopen}} | ||
<poem> | <poem> | ||
− | जो तुम तोडो पियो मैं | + | जो तुम तोडो पियो मैं नहीं तोडू। तोरी प्रीत तोडी कृष्ण कोन संग जोडू |
॥ध्रु०॥ | ॥ध्रु०॥ | ||
− | तुम भये तरुवर मैं भई पखिया। तुम भये सरोवर मैं तोरी मछिया॥ | + | तुम भये तरुवर मैं भई पखिया। तुम भये सरोवर मैं तोरी मछिया॥ जो०॥1॥ |
− | तुम भये गिरिवर मैं भई चारा। तुम भये चंद्रा हम भये चकोरा॥ | + | तुम भये गिरिवर मैं भई चारा। तुम भये चंद्रा हम भये चकोरा॥ जो०॥2॥ |
− | तुम भये मोती प्रभु हम भये धागा। तुम भये सोना हम भये स्वागा॥ | + | तुम भये मोती प्रभु हम भये धागा। तुम भये सोना हम भये स्वागा॥ जो०॥3॥ |
− | बाई मीरा कहे प्रभु ब्रजके बाशी। तुम मेरे ठाकोर मैं तेरी दासी॥ | + | बाई मीरा कहे प्रभु ब्रजके बाशी। तुम मेरे ठाकोर मैं तेरी दासी॥ जो०॥4॥ |
</poem> | </poem> | ||
{{Poemclose}} | {{Poemclose}} |
10:44, 1 नवम्बर 2014 के समय का अवतरण
इस लेख का पुनरीक्षण एवं सम्पादन होना आवश्यक है। आप इसमें सहायता कर सकते हैं। "सुझाव" |
| |||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
|
जो तुम तोडो पियो मैं नहीं तोडू। तोरी प्रीत तोडी कृष्ण कोन संग जोडू |