"उरुवेला" के अवतरणों में अंतर
भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
('{{पुनरीक्षण}} {{बहुविकल्प|बहुविकल्पी शब्द=उरुवेला |ले...' के साथ नया पन्ना बनाया) |
छो (Adding category Category:ऐतिहासिक स्थान कोश (को हटा दिया गया हैं।)) |
||
पंक्ति 19: | पंक्ति 19: | ||
[[Category:बिहार के ऐतिहासिक स्थान]] | [[Category:बिहार के ऐतिहासिक स्थान]] | ||
[[Category:नया पन्ना]] | [[Category:नया पन्ना]] | ||
+ | [[Category:ऐतिहासिक स्थान कोश]] | ||
__INDEX__ | __INDEX__ |
06:33, 30 जून 2011 का अवतरण
इस लेख का पुनरीक्षण एवं सम्पादन होना आवश्यक है। आप इसमें सहायता कर सकते हैं। "सुझाव" |
उरुवेला | एक बहुविकल्पी शब्द है अन्य अर्थों के लिए देखें:- उरुवेला (बहुविकल्पी) |
उरुवेला बिहार राज्य के बोधगया में स्थित था। प्राचीन बौद्धग्रन्थों में उरुवेला का उल्लेख बुद्ध की जीवन कथा के संबंध में है। यह वही स्थान है जहाँ गौतम संबुद्धि प्राप्त करने के पूर्व ध्यानस्थ होकर बैठे थे। इसी स्थान पर ग्राम-वधू सुजाता या अश्वघोष के अनुसार नंदबाला[1] से भोजन प्राप्त कर उन्होंने अपना कई दिन का उपवास भंग किया था और शारीरिक कष्ट द्वारा सिद्ध प्राप्त करने के मार्ग की सारहीनता उनकी समझ में आई थी। स्थान का उल्लेख महावंश में भी है[2] जिस पीपल के पेड़ के नीचे गौतम को संबुद्धि प्राप्त हुई थी उसको अग्निपुराण, 115, 37 में महाबोध वृक्ष कहा गया है। इस ग्राम का शुद्ध नाम शायद उरुबिल्व था। नैरंजना नदी उरुवेला के निकट बहती थी।[3]